कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज कार्यकर्ताओं के भारी उत्साह के बीच तीन दिवसीय दौरे पर लखनऊ पहुँचीं और सीधे हज़रतगंज़ स्थित महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर नमन करके मौन धरने पर बैठ गयीं। पार्टी की ओर से कहा गया कि उत्तर प्रदेश में फैले जंगलराज, पंचायत चुनाव में हुई हिंसा, महिला उत्पीड़न, ध्वस्त कानून व्यवस्था के खिलाफ प्रियंका गांधी का ये मौन धरना है। प्रियंका क़रीब एक घंटे धरने पर बैठी रहीं, इस बीच हज़ारों कार्यकर्ताओं का हज़रतगंज गाँधी प्रतिमा के आसपास जमावड़ा लगा रहा।
प्रियंका गाँधी का क़ाफ़िले दोपहर बाद हवाई अड्डे से चला तो स्वागत में भारी भीड़ सड़क पर मौजूद थी। उनका जगह-जगह स्वागत किया गया। कांग्रेस के तमाम फ्रंटल संगठनों की ओर से अलग-अलग स्थानों पर स्वागत की व्यवस्था की गयी थी। पहले चर्चा थी कि प्रियंका गाँधी सीधे मॉल एवेन्यू स्थित पार्टी दफ्तर जायेंगी लेकिन वे महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके वहीं बैठ गयीं। प्रशासन की ओर से कोविड की दुहाई दी गयी तो उन्होंने एक पर्चे पर लिखकर जवाब दिया- कोविड तो पंचायत चुनाव के समय भी था।
प्रियंका के इस तेवर को कांग्रेस के मिशन यूपी का आग़ाज़ बताया जा रहा है। वैसे भी अरसे बाद प्रियंका लखनऊ में तीन दिन रुकने जा रही हैं। ख़बर है कि कार्यकर्ताओं और नेताओं से मिलकर विधानसभा चुनाव की रणनीति को अंतिम रूप दिया जायेगा। कार्यकर्ताओं की चाहत है कि प्रियंका चुनावी कमान अपने हाथ में लें, लेकिन अगर इसका मतलब मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी बतौर सामने आना है तो यह आसान नहीं है। बहरहाल, प्रियंका के तेवर ये तो बता ही रहे हैं कि पार्टी यूपी के अगले चुनाव को बेहद गंभीरता से ले रही है।
लखनऊ आने से पहले प्रियंका गाँधी एक फ़ेसबुक पोस्ट भी लिखी जिसमें पीएम मोदी की ओर से योगी प्रशासन को कोरोना की दूसरी लहर में अच्छा काम करने के सर्टिफिकेट पर सवाल किया गया था। उन्होने लिखा कि इस सर्टिफिकेट से योगी सरकार की आक्रामक क्रूरता और आम लोगों की बेबसी छिप नहीं पायेगी।
मोदी जी के सर्टिफिकेट से यूपी में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान योगी सरकार की आक्रामक क्रूरता, लापरवाही और अव्यवस्था की सच्चाई छिप नहीं सकती।
लोगों ने अपार पीड़ा, बेबसी का सामना अकेले किया। इस सच्चाई को मोदीजी, योगीजी भूल सकते हैं, जिन्होंने कोरोना का दर्द सहा, वे नहीं भूलेंगे
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 16, 2021