गोरखपुर। जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव जीतने के लिए भाजपा हर हथकंडे अपना रही है। कई जिलों में ऐसा लग रहा है कि प्रशासनिक मशीनरी चुनाव लड़ रही है। सपा के जिला पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशियों, उनके प्रस्तावकों, सपा के वरिष्ठ नेताओं के घर छापे डाले जा रहे हैं, एफआईआर दर्ज की जा रही है और उनके राइस मिल, ईंट भट्ठों की जांच की जा रही है। सिद्धार्थनगर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के सपा प्रत्याशी के प्रस्ताव जिला पंचायत सदस्य के पति के घर के सामने की सड़क जेसीबी मशीन से खुदवा दी गई। एक दिन पहले पुलिस उनकी एक गाड़ी थाने उठा ले गयी थी।
गोरखपुर और बस्ती मंडल के सात जिलों में गोरखपुर में सपा प्रत्याशी नामांकन ही नहीं कर पाया जिसके कारण यहां पर भाजपा प्रत्याशी का निर्विरोध निर्वाचन तय है लेकिन बाकी छह जिलों में भाजपा का सपा से सीधा मुकाबला है। नामांकन के बाद सिद्धार्थनगर, बस्ती और देवरिया जिले में सपा नेताओं के खिलाफ कई केस दर्ज किए गए हैं। सपा का आरोप है कि यह इसलिए किया जा रहा है कि सपा प्रत्याशी चुनाव न लड़े। सपा नेताओं ने महराजगंज और बस्ती में इस सम्बन्ध में ज्ञापन दिया तो देवरिया और सिद्धार्थनगर में पत्रकार वार्ता कर प्रशासिनक उत्पीड़न की कहानी बयां की।
देवरिया में सपा के सात नेताओं को गिरफ़्तार कर लिया गया है। इन सभी पर जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर नामांकन के दौरान पुलिस पर हमला करने, अफसरों को गाली देने, कलेक्ट्रेट का गेट तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया गया है। पुलिस ने पूर्व विधायक गजाला लारी, सपा के वरिष्ठ नेता पीडी तिवारी, जिलाध्यक्ष डा. दिलीप यादव, अभिजीत यादव, रमाशंकर यादव के अलावा 100-150 लोगों के खिलाफ धारा 147, 332, 353, 504, 506, 269, आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम 1932 की धारा 7 और आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 बी के तहत केस दर्ज किया है।
सपा नेता पीडी तिवारी ने आरोप लगाया कि भाजपा जिलाध्यक्ष और कृषि मंत्री के इशारे पर उनके बरहज स्थित गांव पर भारी पुलिस बल के साथ छापा डाला गया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि वे अपराधी नहीं हैं। उन्हें ब्राह्मण और सपा नेता होने के कारण उत्पीड़ित किया जा रहा है।
बरहज में हमारे गाँव पे भाजपा जिलाध्य्छव व कृषि मंत्री के इशारे पे भारी पुलिस बल के साथ छापा डालना सीधे गुंडागर्दी है मेरे घर हमे तलाशी अरे हम शेर की तरह बाहर रहने वाले है घर में नही हम नेता है अपराधी व माफिया नही है – ब्राह्मण व सपा के होने से fIR व दहसत – लानत है @juhiesingh pic.twitter.com/x8QbMDrt53
— purendu tiwari P D (@PurenduT) June 28, 2021
देवरिया जिले के सलेमपुर ब्लॉक के प्रधान संघ के पूर्व अध्यक्ष पवन कुमार यादव को सोमवार की रात पुलिस उन्हें उनके घर से उठा लायी और जेल भेज दिया है।
पंचायत प्रतिनिधि महासभा के चतुरानन ओझा ने कहा कि यह निहायत ही कायरता पूर्ण और निंदनीय कार्यवाही है। घर से पकड़ कर फर्जी मुकदमों में फंसाना देवरिया प्रशासन की आदत बन चुकी है। यहां की पुलिसिया व्यवस्था गंभीर राजनीतिक नौजवानों से अधिक भयभीत है। सलेमपुर ब्लॉक के पूर्व प्रधान संघ अध्यक्ष पवन कुमार यादव को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए।
बस्ती में सपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री राम प्रसाद चैधरी के राइस मिल पर अफसर पहुंच गए और अभिलेखों की छानबीन करने लगे। अफसरों का कहना था कि उन्हें गड़बड़ी की शिकायत मिली है। हालांकि जांच व निरीक्षण में कोई गड़बड़ी नहीं मिली और अफसर बैरंग लौट आए। सोमवार को ही कलवारी पुलिस ने एक जिला पंचायत सदस्य की शिकायत पर सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्र नाथ यादव और उनके भाई के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कर लिया।
बस्ती के सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्र नाथ यादव सोमवार को सपा नेताओं के साथ डीएम व एसपी से मिले और उन्हें ज्ञापन देकर आरोप लगाया कि जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव जीतने के लिए भाजपा के इशारे पर सपा नेताओं, कार्यकर्ताओं पर फर्जी केस दर्ज किए जा रहे हैं और उनका उत्पीड़न किया जा रहा है।
सिद्धार्थनगर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी पूनम यादव के पति रामकुमार उर्फ चिनकू यादव के खिलाफ सोमवार को मिट्टी खनन का केस दर्ज किया गया।
सपा प्रत्याशी की प्रस्तावक जिला पंचायत सदस्य अंकिता के पति सपा नेता मोनू दूबे के घर पुलिस जेसीबी लेकर पहुंच गई और उनके घर के सामने की सड़क को खुदवा दिया। जेसीबी के खुदाई के कारण एक हरा वृक्ष भी गिर गया। एक दिन पहले मोनू दूबे के घर पुलिस और आरटीओ के अफसर पहुंचे थे और उनकी टाटा सफारी उठाकर थाने लेकर चले आए। अधिकारियों का कहना था कि इस गाड़ी पर नम्बर प्लेट नहीं था।
मोनू दूबे के घर के सामने सड़क को खादे जाने के बारे में अफसर अजीबो गरीब बयान दे रहे हैं। एक अफसर ने कहा अतिक्रमण को हटाने के लिए यह कार्रवाई की गई तो दूसरे अफसर ने कहा कि सड़क खराब हो गई थी, इसलिए उसे खोद दिया गया। बाद में उसे फिर से बना दिया जाएगा।
मोनू दूबे के पिता ने मीडिया के बताया कि पुलिस उनके घर तीन जेसीबी लेकर आयी थी और सड़क को खोद दिया। जबसे उनकी बहू सपा प्रत्याशी की प्रस्तावक बनी है, पूरे परिवार को परेशान किया जा रहा है। अधिकारी सादे वर्दी में घर आकर रात-रात भर परेशान कर रहे हैं और बर्बाद करने की धमकी दे रहे हैं। पहले हमें धन का प्रलोभन दिया गया लेकिन हमने स्पष्ट मना कर दिया। इसके बाद से हमारा उत्पीड़न शुरू हो गया।
मोनू दूबे ने फेसबुक लाइव कर अपने साथ हो रही घटना को बयां किया है। उन्होंने लिखा कि वह उत्पीड़न के आगे नहीं झुकेंगे। सर कट जाए लेकिन झुकूंगा नहीं।
महराजगंज के सपा नेताओं ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर डीएम को ज्ञापन सौंपा। सपा जिलाध्यक्ष आमिर हुसैन ने आरोप लगाया कि जिला पंचायत सदस्यों को धमकी दी जा रही है। सपा प्रत्याशी और उनके परिजनों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
लेखक गोरखपुर न्यूज़लाइन के संपादक हैं।