‘जय किसान आंदोलन’ द्वारा लॉन्च किये गए ‘MSP लूट कैलकुलेटर’ ने आज छत्तीसगढ़ के किसानों से धान की फसल में हो रही लूट का खुलासा किया है। ‘MSP लूट कैलकुलेटर’ के अनुसार 1 से 20 मार्च 2021 के बीच यानी पिछले 20 दिन में धान की फसल में छत्तीसगढ़ के किसानो से 41 करोड़ रुपये की लूट हुई है।भाटापारा मंडी के धान किसानों को 6 करोड़ रुपये से ज्यादा का घाटा उठाना पड़ा है।
सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 1868 रुपये निर्धारित किया था। लेकिन छत्तीसगढ़ की सभी मंडियों में किसान को औसतन 1521 रुपये ही मिल पाया। यानी छत्तीसगढ़ के किसान को प्रति क्विंटल सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम से भी कम बेचने के कारण 347 रुपये का घाटा सहना पड़ा।
1 मार्च से 20 मार्च के बीच छत्तीसगढ़ के किसान को धान एमएसपी से नीचे बेचने की वजह से इस बार की फसल में ही 41 करोड रुपए का घाटा हो चुका है। यह धान की छत्तीसगढ़ में तीसरी फ़सल है। अगर यही हाल रहा तो मार्च 2021 से मई 2021 तक किसान को 285 करोड़ के नुकसान का अनुमान है।
सबसे ज्यादा नुकसान अब तक भाटापारा मंडी के धान किसानों को उठाना पड़ा है, उनके साथ इस बार की फसल में 6 करोड़ रुपये से ज्यादा की लूट हुई है। जबकि कुरुद के किसानो के साथ 4 करोड़ रुपये और धमतारी के किसानों के साथ 2 करोड़ रुपये की लूट हुई है।
MSP के नाम पर किसानों के साथ प्रधानमंत्री जी जो भद्दा मज़ाक कर रहे हैं जय किसान आंदोलन का यह MSP कैलकुलेटर इसका सच देश के सामने ला रहा है।
बता दें कि जय किसान आंदोलन ने आज से ‘MSP लूट कैलकुलेटर’ का नया फॉर्मेट शुरू किया है, इसके तहत अब 1 फ़सल 1 राज्य, की मंडियों में हो रही लूट का खुलासा किया जाएगा।
सरकार ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी ₹1868 निर्धारित किया था। लेकिन छत्तीसगढ़ की सभी मंडियों में किसान को औसतन ₹ 1521 ही मिल पाए।
गर्मी सीजन के धान की फसल में छत्तीसगढ़ के किसानो के साथ पिछले 20 दिन में 41 करोड़ का घाटा हुआ है। #MSPLootCalculator pic.twitter.com/LwxwJeVFMY
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) March 22, 2021