‘जय किसान आंदोलन’ द्वारा लॉन्च किये गए ‘MSP लूट कैलकुलेटर’ ने आज बाजरे की फसल में किसानों से हो रही लूट का खुलासा किया है। इस खुलासे के अनुसार 1 से 20 मार्च के बीच यानी पिछले 20 दिन में बाजरे की फसल में किसानों से 40 करोड़ रुपये की लूट हुई है। वहीं खरीफ़ के सीजन में अब तक बाजरे की फसल में देश के किसान से 529 करोड़ रूपये की लूट हो चुकी है। पिछले 20 दिनों में सबसे ज्यादा नुकसान राजस्थान के किसानों को, 19 करोड़ रुपये का हुआ है।
‘MSP लूट कैलकुलेटर’ के अनुसार सरकार ने बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी 2150 रुपये निर्धारित किया था। लेकिन देश के सभी मंडियों में किसान को औसतन 1236 रुपये ही मिल पाए। यानी किसान को प्रति क्विंटल सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम से भी कम पर बेचने के कारण 914 रुपये का घाटा सहना पड़ा।
1 मार्च से 20 मार्च के बीच किसान को बाजरा एमएसपी से नीचे बेचने की वजह से 40 करोड रुपये का घाटा हुआ। इस साल खरीफ की फसल में बाजरे पर किसान के साथ अब तक 529 करोड रुपये की लूट हो गई है।
बाजरा उत्पादन वाले मुख्य प्रदेशों में राजस्थान के किसान की स्थिति सबसे बुरी थी क्योंकि उसे औसतन केवल 1186 रुपये ही मिल पाए यानी राजस्थान के बाजरा उत्पादक किसान को 964 रुपये प्रति क्विंटल की लूट सहनी पड़ी। इन 20 दिनों में राजस्थान के बाजरा उत्पादक किसान की कुल 19 करोड़ रुपये की लूट हुई जबकि उत्तर प्रदेश और गुजरात के किसान कि 10 करोड़ और 3 करोड़ रुपये की लूट हुई।
जय किसान आंदोलन के संस्थापक योगेंद्र यादव ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री मोदी या भाजपा के प्रवक्ता ताल ठोक कर कहते हुए मिलें कि ‘एमएसपी थी, है और रहेगी’, तो उसका अर्थ समझ जाइए: एमएसपी जैसी थी, वैसी ही है और ऐसी ही रहेगी। कागज पर थी, कागज पर ही है और कागज पर ही रहेगी। #MSPLootCalculator प्रधानमंत्री के हवाई दावे का भंडाफोड़ करता है।
1 मार्च से 20 मार्च के बीच किसान को बाजरा एमएसपी से नीचे बेचने की वजह से 40 करोड रुपए का घाटा हुआ। इस साल खरीफ की फसल में बाजरे पर किसान के साथ अब तक 529 करोड रुपए की लूट हो गई है।
समझें संयुक्त किसान मोर्चा क्यूँ MSP की लीगल गारेंटी की मांग कर रहा है।#MSPLootCalculator Day-3 pic.twitter.com/A2leTX9Q1x
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) March 20, 2021