मथुरा की किसान पंचायत में गरजीं प्रियंका- मोदी अहंकारी और कायर प्रधानमंत्री!


कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कुछ दिन पहले बजट आया तो पता चला कि हवाई अड्डे, एयर इंडिया, भारत पेट्रोलियम  सब बिक रहा है। ऐसी भांग डाली है बेचने की कि जो भी जनता का है, उसे बेचा जा रहा है। उन्होंने तंज़ करते हुए कहा कि मथुरा वालों गोवर्धन पर्वत को संभाल कर रखिये वरना मोदी जी उसे भी बेच देंगे। मोदी जी पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ने के लिए पिछली सरकारों को दोषी ठहरा रहे हैं। शुक्र है कि कांग्रेस  सरकारों ने इतना बनाया था वरना आज बेचने के लिए मोदी जी के पास होता ही क्या। प्रियंका ने कहा कि मोदी जी सिर्फ अहंकारी नहीं कायर प्रधानमंत्री हैं क्यों कि जैसे ही उनके फ़ैसलों पर सवाल उठते हैं वे पिछली सरकारों पर दोष मढ़ने लगते हैं। इनमें फै़सला करने के बाद ज़िम्मेदारी लेने की हिम्मत नहीं है।


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“मथुरा की धरती अहंकार को तोड़ती है। भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्रदेव के अहंकार को तोड़ा था अब वे मोदी सरकार का अहंकार भी तोड़ेंगे। मोदी अहंकारी ही नहीं कायर प्रधानमंत्री भी हैं जो अपने फ़ैसलों की ज़िम्मेदारी लेने के बजाय पूर्व की सरकारों पर ठीकरा फोड़ते हैं।”

कुछ ही दिनों के अंदर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चौथी किसान पंचायत को संबोधित करने मथुरा पहुँचीं कांग्रेस महासविच प्रियंका गाँधी का तेवर आज कुछ ऐसा था। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जोश बता रहा था कि पार्टी को दशकों बाद यूपी में एक ऐसा चेहरा मिल है जो पार्टी की खोयी ज़मीन का वापस पाने को बेचैन है और सबसे आगे खड़े होकर मोर्चा लेने को तैयार है।

कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ किसान आंदोलन का तो कांग्रेस पहले दिन से समर्थन कर रही है, पर कुछ दिनों से उसने सीधे किसान पंचायतों के जरिये इसे एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बनाने की ठानी है। प्रियंका गाँधी इससे पहले सहारनपुर, बिजनौर और मुज़फ्फरनगर में किसान पंचायत कर चुकी हैं और आज उन्होंने मथुरा के पाली खेरा में किसान पंचायत को संबोधित किया।

प्रियंका गाँधी का भाषण आज थोड़ा अलग हटकर था। वे कृष्ण की जन्मभूमि पर खड़ी होकर महाभारत से उपजे मुहावरों का इस्तेमाल करते हुए मोदी सरकार पर हमलावर थीं।  रामधारी सिंह दिनकर की ‘रश्मि-रथी’ की अमर पंक्तियाँ- ‘जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है’- के ज़रिये उन्होंने नये कृषि क़ानूनों को किसान विरोधी साबित किया और पीएम मोदी को ऐसे अंहकारी राजा के रूप में चित्रित किया जिसका नाश स्वयं भगवान श्रीकृष्ण करेंगे।

उन्होंने पिछली पंचायतों की तरह यहाँ भी कृषि कानूनों से जमाखोरी, मंडी खात्मे और ज़मीन जाने के ख़तरे के बारे में विस्तार से बताया और ऐलान किया कि वे और कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर अंतिम क्षण तक लड़ेंगी। इस मौके पर उन्होंने यूपी की बदहाल गौशालाओं का सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यूपी सरकार ने दो सौ करोड़ रुपये गौशालाओं का हाल सुधारे के लिए आवंटित किये, लेकिन जगह-जगह गौवंश मर रहे हैं। आवारा पशुओं से परेशान किसान को रात दिन खेतों की रखवाली करनी पड़ती है। आखिर ये पैसे गये कहाँ।

प्रियंका ने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि विपक्ष के नेता किसानों को गुमराह कर रहे हैं लेकिन क्या कोई एक किसान भी है जिससे सरकार ने इस बाबत बात की हो। उन्होंने कहा कि नया कृषि कानून गेहूँ, मक्का, बाजरा की खेती करने वालों ने नहीं, नोटों की खेती करने वालों ने बनाया है। यह उन्हीं के लिए बनाया गया है।

कांग्रेस महासचिव ने कहा कि कुछ दिन पहले बजट आया तो पता चला कि हवाई अड्डे, एयर इंडिया, भारत पेट्रोलियम  सब बिक रहा है। ऐसी भांग डाली है बेचने की कि जो भी जनता का है, उसे बेचा जा रहा है। उन्होंने तंज़ करते हुए कहा कि मथुरा वालों गोवर्धन पर्वत को संभाल कर रखिये वरना मोदी जी उसे भी बेच देंगे। मोदी जी पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ने के लिए पिछली सरकारों को दोषी ठहरा रहे हैं। शुक्र है कि कांग्रेस  सरकारों ने इतना बनाया था वरना आज बेचने के लिए मोदी जी के पास होता ही क्या।

प्रियंका ने कहा कि मोदी जी सिर्फ अहंकारी नहीं कायर प्रधानमंत्री हैं क्यों कि जैसे ही उनके फ़ैसलों पर सवाल उठते हैं वे पिछली सरकारों पर दोष मढ़ने लगते हैं। इनमें फै़सला करने के बाद ज़िम्मेदारी लेने की हिम्मत नहीं है।

उन्होंन कहा कि मोदी जी को जनता वोटों के बल पर सत्ता मिली तो वे उसे ठुकरा कयों रहे हैं, बरबाद क्यों कर रहे हैं। किसानों का दुख दर्द को बाँटने के बजाय संसद में खड़े होकर उन्होंने किसानों की बेइज्जती की। उसे आंदोलनजीवी, परजीवी, आतंकवादी कहा। जब राहुल गाँधी ने 215 शहीद किसानों के लिए दो मिनट का मौन माँगा तो सत्तापक्ष का कोई सांसद श्रद्धांजलि देने खड़ा नहीं हुआ। जो किसानों को दो मिनट का मौन नहीं दे पाया, वे और क्या देंगे।

प्रियंका ने कहा, ‘मैं पूछना चाहती हूँ कि नोटबंदी और जीएसटी के अलावा आपकी सरकार ने क्या बनाया। जब लाकडाउन से परेशान लाखों लोग घरों की ओर लौटे तो क्या सुविधा दी।’

प्रियंका गाँधी ने कहा कि किसानो के लिए जितना संघर्ष करना पड़ेगा, वे करेंगी। जब कांग्रेस सत्ता में आयेगी तो कृषि कानूनों को रद्द कर दिया जायेगा।

प्रियंका ने अपने संबोधन के अंत में शहीद किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखवाया। इस पंचायत में किसानो को देखने-सुनने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। बीच-बीच में यूपी की मजबूरी है, प्रियंका गाँधी ज़रूरी है जैसे नारे लग रहे थे। प्रियंका इन नारों पर मुस्करा दे रही थीं और नेताओं का उत्साह बता रहा था कि यूपी के अगले चुनाव में प्रियंका गाँधी को चेहरा बनाने की माँग पर गंभीरता से विचार हो रहा है।

सभा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू प्रदीप माथुर, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम समेत कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद थे।

किसान पंचायत के बाद प्रियंका गाँँधी ने मथुरा के प्रसिद्ध बाँके बिहारी मंदिर में जाकर दर्शन-पूजन भी किया।