बेटियों पर लगातार हो रहा हमलों और हाथरस कांड के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। आज वाराणसी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को इस गुस्से का सामना करना पड़ा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वाराणसी दौरे पर पहुंची स्मति ईरानी का काफिला रोककर नारेबाजी की और उन्हें चूड़ियां भेंट की।
कांग्रेस प्रदेश सचिव सरिता पटेल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता हाथरस की बेटी को इंसाफ दो, स्मृति ईरानी गो बैक और स्मृति ईरानी इस्तीफा दो के लगे नारे लगा रहे थे। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को किसी तरह रोका और स्मृति ईरानी का काफिला आगे बढ़ सका। बाद में पुलिस ने कई कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री को याद दिलाया कि निर्भया कांड के वक्त आपने चूड़ी लेकर प्रदर्शन किया था। उन्होंने स्मृति ईरानी से कहा कि कि आज बीजेपी की योगी सरकार में महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं।
समाजवादी पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने भी स्मृति ईरानी का विरोध किया। सर्किट हाउस के बाहर सपा महिला मोर्चा की नेता पूजा यादव के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बेटियों के साथ हो रहे अत्याचार के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस से उनकी नोकझोंक भी हुई।
इसी बीच स्मृति ईरानी सर्किट हाउस से बाहर आईं और विरोध कर रहे कार्यकर्ताओं को अंदर लेकर चली गईं। सर्किट हाउस में उन्होंने महिला कार्यकर्ताओं से बातचीत की।
दरअसल इस मामले में यूपी पुलिस और योगी सरकार की भूमिका पर शुरू से सवाल उठ रहे हैं। लेकिन हाथरस की बेटी के शव को परिवार की मर्जी के बगैर आधी रात को पुलिस द्वारा जला देने और पीड़िता के परिवार का नार्को टेस्ट कराने के यूपी सरकार के आदेश पर देशभर में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। लोग योगी सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं।
बता दें कि हाथरस के थाना चंदपा क्षेत्र के गांव में 14 सितंबर को गाँ के ही चार दबंग युवकों ने 19 साल की दलित लड़की के साथ खेत में गैंगरेप किया था। पुलिस ने शुरुआत में इस मामले में बेहद लापरवाही दिखायी। रेप की धाराओं में केस दर्ज न करके छेड़खानी का मामला दर्ज किया।
घटना के नौ दिन बाद जब पीड़ित होश में हाई तो उसने अपनी आपबीती सुनायी। डाक्टरी परीक्षण में गैंगरेप की पुष्टि हुई। अब हाथरस पुलिस ने चारों आरोपितों को गिरफ़्तार कर लिया है। पीड़ित के परिजनों ने गाँव के ठाकुरों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। गैंगरेप करने वालों ने पीड़िता की जीभ काट दी थी। यही नहीं, उसकी रीढ़ की हड़्डी भी तोड़ दी थी। उसके चिल्लाने की आवाज़ सुनकर उसकी माँ वहाँ पहुँच गयी और आरोपी फ़रार हो गये, वरना इरादा तो मार डालने का ही था।
पीड़िता को नाज़ुक हालत में पहले ज़िला अस्पताल में भर्ती कराया गया और फिर अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफ़र किया गया। बाद में हालत और बिगड़ी तो दिल्ली के सफ़दरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ उसकी मौत हो गयी।