उत्तर प्रदेश में दलित-पिछड़ों और महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। हर दिन किसी न किसी जिले में महिलाओं व मासूम बच्चियों से रेप व हत्या की घटनाएं सामने आ रही है। इसी कड़ी में यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में 17 साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी गई।
यूपी में लगातार बिगढ़ रही कानून व्यवस्था व महिला सुरक्षा को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी लगातार सवाल उठा रही हैं। लखीमपुर खीरी में बच्ची की रेप के बाद हुई हत्या को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। प्रिंयका गांधी ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल को लिखा है कि यूपी में महिला सुरक्षा के हालात बहुत खराब हो चुके हैं। लखीमपुर की एक लड़की ऑनलाइन फॉर्म भरने जा रही थी। उसकी बलात्कार कर नृशंस तरीके से हत्या हो गई। यूपी में ऐसा अब रोज हो रहा है। आशा है आप इसकी गंभीरता समझेंगी और संज्ञान में लेंगी।
महामहिम राज्यपाल महोदया
उत्तर प्रदेशयूपी में महिला सुरक्षा के हालात बहुत खराब हो चुके हैं। लखीमपुर की एक लड़की ऑनलाइन फॉर्म भरने जा रही थी। उसकी बलात्कार कर नृशंस तरीके से हत्या हो गई।
यूपी में ऐसा अब रोज हो रहा है।
आशा है आप इसकी गंभीरता समझेंगी और संज्ञान में लेंगी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 26, 2020
लखीमपुर खीरी पुलिस ने प्रियंका गांधी के ट्वीट पर कमेंट कर जवाब दिया है। लखीमपुर खीरी पुलिस ने लिखा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप होने की पुष्टि हुई है, मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. इसके अलावा टीम का गठन कर आरोपियों की तलाश जारी है. साथ ही गांव में अतिरिक्त सुरक्षा लगाई गई हैस, ताकि माहौल ना बिगड़े.
— KHERI POLICE (@kheripolice) August 26, 2020
लखीमपुर खीरी में दस दिन के अंदर नाबालिग बच्ची से रेप और हत्या की यह दूसरी वारदात है। इससे पहले 15 अगस्त को एक 13 साल की लड़की की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। उसका शव गन्ने के खेत में मिला था। इस मामले में उसके गांव के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इसके पहले 25 अगस्त को प्रियंका गांधी ने यूपी में पत्रकारों की हत्या को लेकर यूपी सरकार पर निशाना साधा था। प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि..
19 जून – श्री शुभममणि त्रिपाठी की हत्या
20 जुलाई – श्री विक्रम जोशी की हत्या
24 अगस्त- श्री रतन सिंह की हत्या, बलिया
पिछले 3 महीनों में 3 पत्रकारों की हत्या।
11 पत्रकारों पर खबर लिखने के चलते FIR।
यूपी सरकार का पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतन्त्रता को लेकर ये रवैया निंदनीय है।
19 जून – श्री शुभममणि त्रिपाठी की हत्या
20 जुलाई – श्री विक्रम जोशी की हत्या
24 अगस्त- श्री रतन सिंह की हत्या, बलियापिछले 3 महीनों में 3 पत्रकारों की हत्या।
11 पत्रकारों पर खबर लिखने के चलते FIR।यूपी सरकार का पत्रकारों की सुरक्षा और स्वतन्त्रता को लेकर ये रवैया निंदनीय है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 25, 2020
एक अन्य ट्वीट में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने यूपी में अराधिक घटनाओं का एक ग्राफिक्स शेयर करते हुए कहा था कि यूपी में अपराध सड़कों पर तांडव कर रहा है। प्रियंका गांधी ने ट्विट कर कहा कि “यूपी के सीएम सरकार की स्पीड बताते हैं और अपराध का मीटर उससे दोगुनी स्पीड से भागने लगता है। प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम्। ये यूपी में केवल दो दिनों का अपराध का मीटर है। यूपी सरकार बार-बार अपराध की घटनाओं पर पर्दा डालती है मगर अपराध चिंघाड़ते हुए प्रदेश की सड़कों पर तांडव कर रहा है।
यूपी के सीएम सरकार की स्पीड बताते हैं और अपराध का मीटर उससे दोगुनी स्पीड से भागने लगता है।
प्रत्यक्षम् किम् प्रमाणम्
ये यूपी में केवल दो दिनों का अपराध का मीटर है। यूपी सरकार बार-बार अपराध की घटनाओं पर पर्दा डालती है मगर अपराध चिंघाड़ते हुए प्रदेश की सड़कों पर तांडव कर रहा है। pic.twitter.com/vaN3J5wG2T
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 25, 2020
प्रियंका गांधी ने बस्ती में महिला प्रधान प्रभावती की हत्या को लेकर सवाल उठाए थे। प्रियंका गांधी ने कहा कि “वंचित तबकों व महिलाओं का पंचायती राज व्यवस्था में प्रतिनिधित्व हो इसके लिए संविधान में व्यवस्था की गई। लेकिन यूपी में कुछ दिनों पहले आजमगढ़ में सत्यमेव जयते की हत्या और अब बस्ती में प्रभावती की हत्या हो जाना साफ दिखाता है कि यहां अपराधियों का राज संविधान व कानूनी राज पर हावी है।”
वंचित तबकों व महिलाओं का पंचायती राज व्यवस्था में प्रतिनिधित्व हो इसके लिए संविधान में व्यवस्था की गई।
लेकिन यूपी में कुछ दिनों पहले आजमगढ़ में सत्यमेव जयते की हत्या और अब बस्ती में प्रभावती की हत्या हो जाना साफ दिखाता है कि यहां अपराधियों का राज संविधान व कानूनी राज पर हावी है। pic.twitter.com/zd8QzddOjQ
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 23, 2020