बीजेपी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने अपनी ही पार्टी पर बड़ा हमला किया है। उमा भारती ने कहा है कि “भगवान राम का नाम और अयोध्या बीजेपी की बपौती नहीं हैं। वो सबके हैं, जो बीजेपी में हैं और जो बीजेपी में नहीं हैं। जो भी राम को मानते हैं चाहे वो किसी भी धर्म के हों, किसी भी पार्टी के हों, किसी भी समुदाय के हों, भारत ही नहीं विश्व में कहीं के भी निवासी हों, जो राम के नाम पर आस्था रखते हैं, राम को मानते हैं वो सब अधिकार रखते हैं कि वो इस बारे में अपनी राय दें। उस अधिकार को अगर रोकने का हम अहंकार पाल लेंगे, कि राम पर हमारे पेटेंट हैं, तो हम भूल रहे हैं कि हमारा अंत होना है, राम तो अनादि और अनंत हैं”।
भगवान राम का नाम और अयोध्या बीजेपी की बपौती नहीं हैं- उमा भारती pic.twitter.com/DBiwYh0xeZ
— MediaVigil (@mediavigilindia) August 3, 2020
इसके पहले उमा भारती ने ट्वीट कर कहा कि अयोध्या में भूमि पूजन कार्यक्रम में वो शामिल नहीं होंगी। वो भूमि पूजन के समय अयोध्या के सरयू तट पर ही रहेंगी और कार्यक्रम समाप्त होने के बाद राम लला के दर्शन करेंगी। उन्होंने इसकी जानकारी राम जन्मभूमि ट्रस्ट और पीएमओ को दे दी है। उमा भारती ने इसकी वजह कोरोना संक्रमण को बताया है। हालांकि इस फैसले को उनकी नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है।
उमा भारती ने ट्वीट कर कहा “कल जब से मैंने श्री अमित शाह जी तथा बीजेपी के नेताओं के बारे में कोरोना पोज़िटिव होने का सुना तभी से मैं अयोध्या में मंदिर के शिलान्यास में उपस्थित लोगों के लिये, ख़ासकर नरेंद्र मोदी जी के लिये चिंतित हूँ। इसीलिये मैंने राम जन्मभूमि न्यास के अधिकारियों को सूचना दी है कि शिलान्यास के कार्यक्रम के मुहूर्त पर मैं अयोध्या में शरयू के किनारे पर रहूँगी”।
इसीलिये मैंने रामजन्मभूमि न्यास के अधिकारीओ को सूचना दी है की शिलान्यास के कार्यक्रम के मुहूर्त पर मै अयोध्या में शरयु के किनारे पर रहूँगी ।
— Uma Bharti (मोदी का परिवार) (@umasribharti) August 3, 2020
उन्होंने कहा कि “मैं भोपाल से आज रवाना होऊंगी। कल शाम अयोध्या पहुँचने तक मेरी किसी संक्रमित व्यक्ति से मुलाकात हो सकती हैं ऐसी स्थिति में जहाँ नरेंद्र मोदी और सेकडों लोग उपस्थित हों मैं उस स्थान से दूरी रखूँगी। तथा नरेंद्र मोदी और सभी समूह के चले जाने के बाद ही मैं रामलला के दर्शन करने पहुँचूँगी”।
उमा भारती ने कहा कि “यह सूचना मैंने अयोध्या में राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ अधिकारी और पीएमओ को भेज दी है कि माननीय नरेंद्र मोदी के शिलान्यास कार्यक्रम के समय उपस्थित समूह के सूची में से मेरा नाम अलग कर दें”।
यह सूचना मैंने अयोध्या में रामजन्मभूमिन्यास के वरिष्ठ अधिकारी और @PMOIndia को भेज दी है की माननीय @narendramodi के शिलान्यास कार्यक्रम के समय उपस्थित समूह के सूची में से मेरा नाम अलग कर दे ।
— Uma Bharti (मोदी का परिवार) (@umasribharti) August 3, 2020
बता दें कि 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन का कार्यक्रम होना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे। हालांकि आज गणेश पूजन के साथ भूमि पूजन का कार्यक्रम शुरू हो गया है। 4 अगस्त को राम अर्चना के साथ ही हनुमान गढ़ी में निशान पूजा होगी। जबकि मुख्य कार्यक्रम 5 अगस्त को होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शिरकत करेंगे।
वहीं खबरों के मुताबिक भूमि पूजन कार्यक्रम में नेताओं, संतों और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े करीब 175 लोगों को निमंत्रण भेजा गया है। लेकिन, राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी अयोध्या नहीं आएंगे। दोनों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समारोह में शामिल होंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी और संघ के दूसरे पदाधिकारी कार्यक्रम में शामिल होंगे।