कानपुर देहात का मांगटा गांव कांड : भाकपा (माले) की टीम ने जाना घायलों का हालचाल

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लखनऊ, 18 फरवरी। भाकपा (माले) की चार सदस्यीय टीम ने कानपुर देहात के गजनेर थाना अंतर्गत मांगटा गांव में दलितों पर हथियारबंद दबंगों द्वारा किये गये जानलेवा हमले में घायलों का उर्सला अस्पताल (कानपुर) जाकर हालचाल जाना। घटना के सम्बन्ध में उनसे जानकारी ली।

13 फरवरी को हुई घटना में 30 लोग बुरी तरह घायल हुए। पुलिस की मौजूदगी में उन पर हमला तब हुआ, जब वे गांव में भीम (अम्बेडकर-बुद्ध की) कथा सुन रहे थे। सामंती दबंग हमलावरों ने किसी को भी नहीं छोड़ा, चाहे वह बच्चा ही क्यों न हो। पुरुष किसी तरह जान बचा कर भाग गये। महिलाओं और लड़कियों को बुरी तरह मारा गया है, जिसमें ज्यादातर का सर फटा है और हाथ-पैर की हड्डियां दो-दो जगह से टूटी हैं। दलितों की कई झोपड़ियों में आग लगा दी गई।

माले की टीम ने घटना की कड़ी निन्दा करते हुए मांग की कि इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और सभी हमलावरों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। घायलों को पांच- पांच लाख रुपया मुआवजा दिया जाए तथा उनको अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। घटना के समय मौजूद पुलिसकर्मियों का तत्काल निलंबन कर उनकी भूमिका की जांच करके दण्डित किया जाए। इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो इसकी गारण्टी की जाए।

माले टीम ने घटना के लिए सीधे तौर पर योगी सरकार को जिम्मेदार माना, क्योंकि इसने दबंगों का मनोबल बढ़ाने का काम किया है। इससे प्रदेश में दलितों पर हमले बढ़े हैं। राज्य स्थाई समिति के सदस्य आरएस सेंगर के नेतृत्व में घायलों से मिलने वाली टीम में आरपी सिंह, एमएस जैदी व राम आसरे शामिल थे।


अरुण कुमार, राज्य कार्यालय सचिव द्वारा जारी 

 


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