हिंदू समाज पार्टी के संस्थापक और हिंदू महासभा के नेता कमलेश तिवारी की शुक्रवार दिनदहाड़े उनके दफ्तर में की गयी हत्या के मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी की तहरीर पर नामजद एफआइआर दर्ज कर ली है।
एफआइआर में बिजनौर के मुफ्ती नदीम आज़मी और मौलाना अनवारुल हक का नाम शामिल है और लिखा गया है कि इन दोनों ने 2016 में तिवारी कासिर कलम करने पर नकद इनाम रखा था।
इस बीच एबीपी न्यूज़ ने कमलेश तिवारी की मां की एक बाइट चलायी है जिसमें उन्होंने हत्या का दोषी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को ठहराते हुए मुख्यमंत्री से इंसाफ़ की गुहार लगायी है।
यूपी के डीजीपी ने इस हत्याकांड पर कहा है कि बताया जाता है हत्यारे उनके परिचित थे जो अपने साथ मीठा लेकर तिवारी के दफ्तर आए थे और आधा घंटा बातचीत की थी। उसके बाद उन्होंने मिलकर तिवारी की हत्या की।
Lucknow: Kamlesh Tiwari, former leader of Hindu Mahasabha, was shot dead today.UP DGP (in pic)says,"He founded Hindu Samaj party. Accused are said to be known to him.They brought sweets & spent around half an hour with him. We've found vital clues & are investigating the matter." pic.twitter.com/UFs9x1OtkH
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 18, 2019
किरण तिवारी की तहरीर में भी यह बात शामिल है कि जो दो व्यक्ति तिवारी से मिलने आये थे उन्होंने ही हत्या की है।
इस बीच मुख्यमंत्री ने डीजीपी और प्रमुख सचिव (गृह) से घटना पर रिपोर्ट मांगी है।
Kamlesh Tiwari murder case: UP Chief Minister Yogi Adityanath has sought report from
Principal Secretary (Home) & Director General of Police (DGP). pic.twitter.com/vPIpo8yO7m— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 18, 2019
पिछले दस दिनों में उत्तर प्रदेश में यह चौथी राजनीतिक हत्या है। इससे पहले 8 अक्टूबर को देवबंद में भाजपाा नेता चौधरी यशपाल सिंह, 10 अक्टूबर को बस्ती में भाजपा नेता कबीर तिवारी, 13 अक्टूबर को सहारनपुर में भाजपा के पार्षद धारा सिंह की हत्या हो चुकी है।