जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद कश्मीरियों के साथ एकजुटता में मोमबत्ती जलाने से लेकर उनके लिए ईश्वर से प्रार्थना करने तक पर अब गिरफ्तारी हो रही है। लखनऊ में कल दूसरी बार सामाजिक कार्यकर्ताओं को कैंडिल मार्च निकालने से रोका गया और घर में नजरबंद कर दिया गया, लेकिन मुंबई में एमआइएम के एक विधायक के साथ हुई घटना चौंकाने वाली है।
असदुद्दीन ओवेसी की पार्टी एआइएमआइएम के विधायक वारिस पठान कल जुमे की नमाज़ के बाद कश्मीर के लिए पढ़ी गई दुआ में शरीक हुए थे, जिसके लिए पुलिस ने उन्हे और उनके साथियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना था कि उन्हें इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने दुआ पढ़ने के लिए अनुमति नहीं ली।
पूरा मामला खुद पठान ने एक वीडियो जारी कर के बताया है।
The govt has dragged the country to a point where one can't even pray in peace@warispathan was detained for conducting a prayer meeting for lives lost in Maharashtra floods & people of Kashmir affected by curfew&communication blackout.
Watch his statementhttps://t.co/400FCc9lit— AIMIM (@aimim_national) August 17, 2019
उधर लखनऊ में संदीप पांडे, मोहम्मद शोएब, राजीव यादव और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं को कल से ही नजरबंद रखा गया था। आज अयोध्या के रामजानकी मंदिर में साम्प्रदायिक सद्भाव पर दो दिवसीय बैठक में शरीक होने ये लोग जा रहे थे। इस सम्मेलन में मुंबई से प्रो. राम पुनियानी भी शरीक होने आए थे। इस सभा पर गैरकानूनी प्रतिबंध लगाते हुए अयोध्या, फैज़ाबाद जाते वक्त संदीप पांडेय, प्रो. पुनियानी और साथियों को रौनाही टोल प्लाजा पर पुलिस द्वारा गैरकानूनी तरीके से रोका गया। अयोध्या कार्यक्रम के आयोजक आचार्य युगल किशोर शास्त्री को अयोध्या से पुलिस हिरासत में रौनाही लाया गया।
ऐसा बताया जा रहा है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35ए को खत्म करने के बाद उत्पन्न हुई परिस्थितियों में ये प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं, जबकि अयोध्या में होने वाले दो दिवसीय कार्यक्रम का कश्मीर से कोई लेना-देना नहीं था।
यूपी में नागरिक अधिकारों व शांतिपूर्ण कार्यक्रमों पर रोक लगाने के विरोध में संदीप पांडेय ने रौनाही से ही अनशन प्रारम्भ कर दिया है। रौनाही में ही पुलिस हिरासत में युगल किशोर शास्त्री, राजीव यादव, हफ़ीज़ क़िदवई, आशीष यादव, अनुराग शुक्ला भी हैं।