बीएचयू के महिला महाविद्यालय परिसर में दलित छात्रा को शौचालय इस्तेमाल करने से सुरक्षा गार्ड द्वारा रोके जाने के मामले में एक नया मोड़ आ गया है. इस मामले पर जब मुख्य आरक्षाधिकारी ओपी राय से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, उन्हें इस घटना की जानकारी मिलने के बाद ही उन्होंने तुरंत अपने अधिकारियों को वहां भेजा और उन्होंने छानबीन कर पाया कि छात्रा सिक्यूरिटी गार्ड के लिए बने पुरुष शौचालय का प्रयोग करने जा रही थी. लेकिन सुरक्षा गार्ड ने उसे रोक दिया. उसके बाद छात्रा ने महिला महाविद्यालय का शौचालय इस्तेमाल किया.
गौरतलब है कि कल अर्चना कुमारी नाम की एक छात्रा ने पत्र लिखकर शिकायत दर्ज़ कराई थी कि उनको महाविद्यालय परिसर में शौचालय इस्तेमाल करने से सुरक्षा गार्ड ने रोक दिया था.
किन्तु मुख्य आरक्षाधिकारी ने जिस पुरुष शौचालय की बात बताई वहां ऐसा कोई शौचालय है नहीं.
इस विवादित बयान के बाद छात्रों ने मुख्य आरक्षाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया. इसके बाद इस मुख्य आरक्षाधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई. इस कमेटी के अध्यक्ष हैं प्रोफेसर.वीसी कापड़ी.
प्रो.कापड़ी ने छात्रों से बात करते हुए कहा कि “जो कुछ भी उसके लिए मैं, एक पिता, प्रोफ़ेसर और इस विश्विद्यालय का हिस्सा होने नाते माफ़ी मांगता हूँ, और जो कुछ भी हुआ उसे हम दो दिन के भीतर जांच कर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही करेंगे”.
उन्होंने कल छात्रों को मिलने के लिए बुलाया और यह भी कहा कि आप लोगों इस मुद्दे को उठाकर अच्छा किया. ऐसे मुद्दों को उठाया जाना चाहिए.
ख़बर है आरोपी सुरक्षा गार्ड को भी इसके बाद हटा दिया गया है.