उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा बीते एक सप्ताह में करीब सात पत्रकारों की गिरफ़्तारी के बाद अब प्रदेश के शामली में ख़बर कवर करने गये एक और पत्रकार पर रेलवे पुलिस ने हमला कर दिया. पीड़ित पत्रकार शामली में पटरी से उतर गई एक मालगाड़ी की रिपोर्टिंग करने गये थे. पीड़ित पत्रकार अमित शर्मा न्यूज़ 24 चैनल के लिए काम करते हैं. घटना 11 जून की रात की है. मामले में शामिल एसएचओ राकेश कुमार और जीआरपी के कांस्टेबल संजय पवार को निलंबित कर दिया गया है.
In yet another attack on journalists in UP, Shamli GRP inspector Rakesh Kumar misbehaved with a journalist on a spot to cover a train derailment story. Visibly angry inspector Rakesh Kumar (in T-Shirt) can be seen attacking a local journalist. @Uppolice pic.twitter.com/FZomYgVinj
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) June 11, 2019
इस घटना के दो वीडियो सामने आये हैं. पहले वीडियो में कई लोग खड़े हैं, जिनमें कुछ पुलिस की वर्दी में और कुछ बिना वर्दी के हैं. इस वीडियो में सबसे पहले सफ़ेद कमीज पहना हुआ एक व्यक्ति अचानक से पत्रकार पर हमला करता है, उस पर थप्पड़ और घूंसे बरसता है, वर्दी में खड़ा एक सिपाही पत्रकार को गले से पकड़ता है. उसके बाद स्लेटी रंग के टी-शर्ट पहने जीआरपी एसएचओ पत्रकार को मारने लगता है.
#WATCH Shamli: GRP personnel thrash a journalist who was covering the goods train derailment near Dhimanpura tonight. He says, "They were in plain clothes. One hit my camera&it fell down. When I picked it up they hit&abused me. I was locked up, stripped&they urinated in my mouth" pic.twitter.com/nS4hiyFF1G
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 11, 2019
पीड़ित पत्रकार ने आरोप लगाया है कि सादी वर्दी में पुलिस वालों ने मार कर उनके कैमरे को नीचे गिरा दिया, जब कैमरा उठाया तो पुलिस वालों ने गाली देते हुए मारना शुरू कर दिया. मारपीट के बाद पीड़ित पत्रकार को शामली स्थित जीआरपी पुलिस स्टेशन के लॉकअप में ले जाकर भी बेरहमी से पिटाई की गई और कपड़े उतरवाकर उसे पेशाब पीने के लिए मजबूर किया गया, ऐसा पत्रकार ने दावा किया है.
दूसरे वीडियो में लॉकअप में बंद पत्रकार बाकायदा एसओ की मौजूदगी में बता रहा है कि उसके मुंह में पेशाब किया गया है, मगर मीडिया के सामने योगी सरकार का यह एसएचओ कहता है जो दिखाना है दिखाओ, कोई फर्क नहीं पड़ता है.
The News 24 journalist, locked up in the GRP station, can be heard narrating the ordeal. He dubbed the attack as a retaliation for a negative story. Accused inspector/SHO Rakesh Kumar sat on chair and kept confronting other journalists protesting against the incident. pic.twitter.com/dVSPrGKog7
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) June 11, 2019
यूपी पुलिस ने ट्वीट कर कहा है कि घटना की वीडियो देखने के बाद- जिसमें एक पत्रकार को मारपीट कर हवालात में डाल दिया गया है- डीजीपी यूपी ओपी सिंह ने एसएचओ जीआरपी शामली राकेश कुमार और कांस्टेबल संजय पंवार को तत्काल निलंबित करने का आदेश दिया है. नागरिकों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले पुलिसकर्मियों को कड़ी सजा दी जाएगी.
We have come across a video where a journalist has been beaten up & put up in a lock up. DGP UP OP Singh has ordered for immediate suspension of SHO GRP Shamli Rakesh Kumar & Const. Sanjay Pawar.
Strict punishment shall be accorded to policemen misbehaving with citizens.— UP POLICE (@Uppolice) June 12, 2019
मुरादाबाद के जीआरपी अधीक्षक की ओर से भी ट्वीट कर लिखा गया है -“उक्त प्रकरण में तत्काल प्रभाव से इंस्पेक्टर जीआरपी शामली राकेश कुमार व आरक्षी संजय पवार को लाइन हाजिर कर दिया गया है”.
उक्त प्रकरण में तत्काल प्रभाव से इंस्पेक्टर जीआरपी शामली राकेश कुमार व आरक्षी संजय पवार को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
— SP GRP MORADABAD (@spgrpmoradabad) June 12, 2019
एक तरफ बीते सप्ताह में यूपी और दिल्ली एनसीआर से गिरफ्तार किये गये पत्रकारों ने यूपी पुलिस और योगी सरकार को आलोचना के केंद्र में खड़ा कर दिया. देश भर में इन घटनाओं की आलोचना हो रही है.
कल ही सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ‘’आपत्तिजनक’’ टिप्पणी करने के ‘’जुर्म’’ में शनिवार को यूपी पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए प्रशांत कनौजिया को तुरंत रिहा करने का आदेश दिया था. ऐसे में इस नई घटना ने उत्तर प्रदेश सरकार पर एक और प्रश्न चिह्न लगा दिया है.