हद तो ये है कि हिंदू राष्ट्र के विचार को पागलनपन बताने वाले सरदार पटेल को बीजेपी कई सालों से अपना नायक बताने में जुटी है। सच्चाई ये है कि सरदार पटेल पक्के गाँधीवादी और हिंदू-मुस्लिम एकता के पक्षधर थे। सच्चाई ये है कि बीजेपी सरदार की ऊँची मूर्ति बनवाकर उनके विचारों को दफना देना चाहती है।
बीजेपी सरदार के नाम पर न जाने कितना दुष्प्रचार फैलाती रहती है। उन्हें मुस्लिम विरोधी बताते हुए अपने मुस्लिम विरोध को जायज़ क़रार देती है। कुछ साल पहले बीजेपी नेता विनय कटियार ने ऐसा ही बयान दिया था कि मुस्लिम पाकिस्तान या बांग्लादेश चले जायें। पर सरदार एक समावेशी भारत चाहते थे न कि एक धर्म या पंथ पर आधारित राष्ट्र। 12 फ़रवरी 1949 को सरदार पटेल ने आकाशवाणी से देश को संबोधित करते हुए कहा था कि हिंदू और मुसलमान एक ही ख़ुदा के बेटे हैं। सबको हिलमिलकर रहना है। सुनिए सरदार पटेल का वह ऐतिहासिक भाषण और सोचिए कि बीजेपी मुँह में पटेल और दिल में दंगा रखकर देश को कितना नुकसान पहुँचा रही है-