‘बोल बिहारी’ मुहिम के जरिये शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार जैसे मूलभूत सवालों को मजबूती से उठा रहे ‘युवा हल्ला बोल’ की केंद्रीय टीम आज भागलपुर जिला पहुँची। क्षेत्र में जनसंवाद के अलावा शहर में प्रेस वार्ता का भी आयोजन हुआ जिसमें ‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम समेत कई नेताओं ने मीडिया को संबोधित किया।
कभी ‘रेशमनगरी’ कहा जाने वाला भागलपुर आज अपनी पहचान खोता जा रहा है। ‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य अजित यादव ने ‘बोल बिहारी’ मुहिम के जरिए भागलपुर सुल्तानगंज में श्रावणी मेला कॉरिडोर और ‘शिवा सर्किट’ की माँग उठाई। पर्यटन उद्योग की असीम संभावनाओं के बावजूद यह क्षेत्र सरकारी उदासीनता का शिकार है।
‘युवा हल्ला बोल’ ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोज़गार, पर्यावरण के बिंदुओं पर 11-सूत्री एजेंडा को विस्तार से बताया। इसी एजेंडे के तहत बिहार चुनावों के दौरान ‘बोल बिहारी’ मुहिम चलायी जा रही है।
5 साल पहले प्रधानमंत्री ने आरा की जनसभा से सवा लाख करोड़ के पैकेज की घोषणा की थी। इसी के अंतर्गत भागलपुर के पास विक्रमशिला केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की बात कही गई थी और 1550 करोड़ की लागत से एक मेगा स्किल विश्वविद्यायल बनना था जिसमें एक लाख युवाओं को प्रशिक्षण देने की बात कही गई थी। भले ही भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पैकेज पूरा कर देने की बात कही है लेकिन 5 साल बाद ना तो केंद्रीय विश्वविद्यालय का कोई अतापता है और ना ही मेगा स्किल विश्वविद्यायल का।
‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय संयोजक अनुपम ने सवाल उठाते हुए कहा, “प्रधानमंत्री के अन्य कई घोषणाओं की तरह बिहार से किया ये वादा भी जुमला साबित हुआ जो सिर्फ चुनाव जीतने के लिए किया गया था। बिहारी भावनाओं के साथ खेलने वाले इन वादों को बिहार भुला नहीं सकता है। वो सवा लाख करोड़ प्रधानमंत्री अपनी जेब से नहीं दे रहे थे, वो पैसा बिहारियों का पैसा है जिसका उपयोग जनता के जीवन को बेहतर बनाने के लिए होना था।
भागलपुर प्रवेश करते ही बोर्ड दिखा "स्मार्ट सिटी में आपका स्वागत है"
उसी बोर्ड के नीचे कूड़े का बड़ा ढेर था और वही भागलपुर स्वच्छ सर्वे में देश के सबसे गंदे शहरों में है।
2015 में पीएम द्वारा घोषित सवा लाख करोड़ पैकेज में विक्रमशीला सेंट्रल यूनिवर्सिटी बनाने का दावा था। लेकिन.. pic.twitter.com/Z1VR5spicr
— Anupam | अनुपम (@AnupamConnects) October 19, 2020
नेशनल कोऑर्डिनेटर गोविंद मिश्र ने ‘मॉडल एग्जाम कोड’ के तहत सभी रिक्त पदों को भरने की माँग उठाई। हाई कोर्ट अधिवक्ता और राष्ट्रीय परिषद के सदस्य अतुल झा ने शिक्षा, शिक्षक और शिक्षा गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं की माँग उठाई। साथ ही उच्च शिक्षा की बदहाली का सवाल भी उठाया।
स्मार्ट सिटी के नाम पर जो जनता को बेवकूफ बनाया जा रहा है उसपर ‘युवा हल्ला बोल’ के ऋषव रंजन का कहना है कि अगर भागलपुर का चुनाव यहाँ की गंदगी को साफ करने पर नहीं होता है तो इससे बड़ी शर्मिंदगी बिहार के लिए और कुछ नहीं हो सकती।
सोमवार 19 तारीख को ‘बोल बिहारी’ मुहिम अकबरपुर, माँझो गाँव, सहाकुन प्रखंड और रेशम कारोबारीयों के इलाकों से गुजरते हुए अन्य इलाकों तक पहुँचा।