झारखंड में मजदूर नेताओं से झारखंड पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने पूछताछ प्रारंभ की है, जिसके तहत झारखंड क्रांतिकारी मजदूर यूनियन के केन्द्रीय अध्यक्ष बच्चा सिंह से 16 जुलाई को उनके घर पर…
13 जुलाई को गिरिडीह के एसपी अमित रेणु ने पत्रकारों को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर पीरटांड़ थाना क्षेत्र के कई उग्रवादी कांडों में शामिल एक लाख का इनामी नक्सली तूफान…
कोरोना काल में जब पूरा देश गरीबी, बेरोजगारी और दरकती अर्थव्यवस्था के संकट से जूझ रहा है, तो ऐसी विपरीत परिस्थिति में अधिकांश ग्रामीण अकुशल श्रमिकों के लिए मनरेगा योजना जीविकोपार्जन का एकमात्र…
30 जून, 2020 को संथाल हूल (विद्रोह) की 165वीं वर्षगांठ है, लेकिन ‘हूल’ के नायक-नायिकाओं सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो के वंशजों ने देशवासियों से अपील की है कि वे इस बार ‘हूल दिवस’ नहीं…
”15 फरवरी 2016 को हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार रांची में मेरी शादी शुभांकर के साथ शादी हुई थी। इसके बाद मैं पति और सास-ससुर के साथ जमशेदपुर सर्किट हाउस के समीप केडी अपार्टमेंट…
झारखंड में दिसंबर 2019 में सरकार बदल गयी। भाजपा नीत राजग (भाजपा-आजसू) की जगह पर झामुमो नीत महागठबंधन (झामुमो-कांग्रेस-राजद) सत्ता में आ गया। भाजपा के गैर-आदिवासी मुख्यमंत्री रघुवर दास की जगह पर झामुमो…
क्या झारखंड में ‘प्रभात खबर’ और ‘हिन्दुस्तान’ अखबार सीआरपीएफ से डरते हैं? सवाल थोड़ा अटपटा जरूर है, लेकिन जब आप इस खबर को पढ़ेंगे, तब आपको इस सवाल का जवाब भी मिल जाएगा।…
5 जून यानी विश्व पर्यावरण दिवस, जिसकी शुरूआत 1972 से संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा की गयी थी – आज के समय और ज़्यादा प्रासंगिक हो जाना चाहिए था। आज पर्यावरण पर संकट एक…
झारखंड के पलामू जिला में 15 वर्षीय आदिवासी लड़की के हत्यारे की गिरफ्तारी के बजाय हत्यारे अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए आवाज उठाने वाले नेताओं व मृतका के परिजनों पर ही कई संगीन…
झारखंड के बोकारो में मानवता को शर्मसार करने वाली बेहद अमानवीय घटना सामने आई है। 22 मई को बोकारो जिले के पेटरवार थाना अंतर्गत चांपी पंचायत में एक महिला पर चरित्रहीन होने का…
झारखंड में 5 साल की निम्मी कुमारी की भूख से हुई मौत के बाद भले ही प्रभावित परिवार को राशन और आर्थिक सहयोग देकर प्रशासन उनकी पीड़ा को कम करने का प्रयास किया…
झारखंड सरकार लगातार दावा कर रही है कि क्वारंटीन सेंटरों में कोई कमी नहीं होने दी जायेगी, लेकिन जमीनी हकीकत इस दावे से इतर है। झारखंड के क्वारंटीन सेंटरों में ना तो नहाने…
सत्ता बदलती है तो जाहिर है उसका चरित्र भी बदलता है, राजनीतिक चरित्र भी बदलता है, लेकिन नौकरशाही चरित्र यथावत रहता है। यही वजह है कि सत्ता परिवर्तन की जन-अपेक्षाएं धरी की धरी…
कोरोना महामारी के चलते हुए डॉकडाउन से करोड़ों प्रवासी मजदूर बेरोजगार हो गये हैं, अब वो अपने घऱों को लौट रहे हैं. इसलिए हमारे प्रवासी कामगारों को जीवन यापन करने के लिए अब…
(इस कठिन कठोर क्वारंटीन समय में संजय जोशी दुनिया की बेहतरीन फ़िल्मों से आपका परिचय करवा रहे हैं. यह मीडिया विजिल के लिए लिखे जा रहे उनके साप्ताहिक स्तम्भ ‘सिनेमा-सिनेमा’ की छठीं कड़ी…
झारखंड से विलुप्त होती कई आदिम जनजातियां संकट में हैं. इनकी अजीविका का एक मात्र साधन केवल जंगल निर्भरता रही है. इनकी जीविका कृषि आधारित कभी नहीं रही. लेकिन आज ये जनजातियां दोहरी…
कहना ना होगा कि आज मजदूर वर्ग सदी की सबसे बड़ी त्रासदी से गुजर रहा है। कोरोना के संक्रमण से मुक्ति को लेकर लॉकडाउन से प्रवासी मजदूरों का हाल बेहाल हो गया है।…
(इस कोरोंटाइन समय में आपको दुनिया की बेहतरीन फ़िल्मों से परिचय संजय जोशी करवा रहे हैं. यह मीडिया विजिल के लिए लिखे जा रहे उनके साप्ताहिक स्तम्भ सिनेमा-सिनेमा की पांचवीं कड़ी है। मक़सद…
जब केंद्र सरकार के पहल पर अन्य राज्यों में फंसे राज्य के मजदूरों को लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और पहली खेप में 1250 अप्रवासी मजदूर झारखंड लाए गए हैं. तब…
आसिफ़ असरार जब देश के ज़्यादातर राज्य कोविड-19 के चपेट में आ चुके थे, तब झारखंड उन एक्के दुक्के राज्य में से एक था जहां कोरोना से संक्रमित एक भी मरीज़ नहीं मिला…
पूरे देश में अचानक हुए लॉकडाउन के कारण फैली अव्यवस्था के कारण अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है. कोई भूख से मर रहा है, तो कोई समुचित इलाज के अभाव…
विश्व हिंदू परिषद के नाम से दी जा रही स्वीकृति वाली दुकानों पर कार्रवाई सोशल मीडिया पर मुस्लिमों के लिए नफ़रत फ़ैलाने के लिए दिन भर फ़ेक न्यूज़ का सिलसिला चलता रहता है।…
पूरी दुनिया कोरोना से जंग लड़ रही है और भारत भी इससे अछूता नहीं है। लेकिन लॉकडाउन के चलते देश के करोड़ों गरीब-मजदूर रोजगार और भूख से परेशान हैं। एक तरफ सरकार किसी…
केन्द्र और राज्य सरकारें कोरोना महामारी से देशवासियों को बचाने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर लगातार दावे कर रही हैं. लेकिन इनके दावे और वादे जमीनी सच्चाई से मेल नहीं खा…
कोरोनो पूरी मानव जाति के लिए ख़तरे की घंटी है। इस महामारी से अबतक लाखों लोग मर चुके हैं. लेकिन भारत में इस बहाने घटिया राजनीति और अफ़वाहों का बाज़ार गर्म है। यहां…