अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा से पहले अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को इंदिरा ब्रिज से जोड़ने वाली सड़क के साथ एक दीवार बना रहा है ताकि झुग्गी बस्तियों वाले क्षेत्र को छुपाया जा सके. यह खबर हर तरफ फ़ैल चुकी है किन्तु अहमदाबाद के मेयर बिजल पटेल का कहना है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है!
Ahmedabad Municipal Corp is building a wall in front of slum along the road connecting Sardar Vallabhbhai Patel Intl Airport to Indira Bridge. The US Pres is scheduled to visit Ahmedabad during his 2-day India visit. Bijal Patel,Mayor says,"I haven't seen it,don't know about it". pic.twitter.com/moKjCy0M44
— ANI (@ANI) February 13, 2020
ऐसे में यही कहा जा सकता है कि गुजरात मॉडल में इतना विकास हो गया है कि अब उसे छुपाने की नौबत आ गई है.
ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है. इसके पहले जब जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, चीन के शी जिनपिंग और इज़रायल के नेतन्याहू यहां आए थे तब हरे पर्दे से पूरे झुग्गी को छुपा दिया गया था.
बता दें,अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यौते पर दो दिन के दौरे पर भारत आने वाले हैं. वह और प्रधानमंत्री मोदी 24 फरवरी को गुजरात के अहमदाबाद पहुंचेंगे. यहां दोनों नेता रोड शो करेंगे.
खबरों के अनुसार, ‘अनुमानित 600 मीटर की दूरी पर झुग्गी बस्तियों को छुपाने के लिए 6-7 फीट ऊंची दीवार बनाई जा रही है. यहां पर पौधारोपण अभियान भी चलाया जाएगा.’ 500 से ज्यादा कच्चे मकानो में रहने वाली 2500 की आबादी दशको पुराने देव सरन या सरनियावास झुग्गी बस्तियों के क्षेत्र का हिस्सा हैं.
एएमसी साबरमती नदी के किनारे पर सौंदर्यीकरण के तहत खजूर के पेड़ लगाएगी. इससे पहले ऐसे ही सौंदर्यीकरण का काम तब किया गया था जब जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे अपनी पत्नी अकी आबे के साथ दो दिन के गुजरात दौरे पर 2017 में 12वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए थे.