बिहार में पहले चरण के मतदान के ठीक एक दिन पहले मुंगेर में दुर्गा पूजा विसर्जन के लिए इकट्ठा भीड़ पर पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। यही नहीं हालात बिगड़ने पर पुलिस ने फायरिंग भी की जिससे एक शख़्श की मौत हो गयी और सात लोगों के बुरी तरह घायल होने की ख़बर है। सौ से ज्यादा लोग हिरासत में हैं। सांसद आरएसपी सिंह की बेटी लिपि सिंह मुंगेर की एसपी हैं। भाकपा माले ने लिपि सिंह और कुछ अन्य पुलिस अधिकारियों को इस गोलीकांड का ज़िम्मेदार बताते हुए उनकी गिरफ़्तारी की माँग की है।
जानकारी के अनुसार विसर्जन के लिए मूर्तियां शहर के सिकरिया चैक पर इकट्ठी हुईं। प्रशासन की ओर से मूर्ति विसर्जन तत्काल करने का दबाव था लेकिन इसे धैर्यपूर्वक अंजाम देने की बजाय पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जब लोगों ने इसका विरोध किया, तब पुलिस ने एक कदम और बढ़ते हुए फायरिंग कर दी। फायरिंग में एक व्यक्ति के सर में गोली लगी और घटनास्थल पर ही पर उसकी मौत हो गई। लगभग 7 लोगों के बुरी तरह घायल हैं। एक घायल व्यक्ति, जिन्हें भागलपुर में इलाज के लिए भेजा गया था, उनकी भी हालत गंभीर बनी हुई है।
भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने मुंगेर में आम लोगों पर पुलिस फायरिंग की कड़ी निंदा की है। उन्होंने दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई और मुंगेर की एसपी को तत्काल हटाने की मांग की है। दीपंकर ने कहा कि बर्बर पुलिसिया दमन भाजपा-जदयू सरकार की पहचान बन गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने का किया जा रहा प्रयास। माले महासचिव ने कहा कि बिहार की पुलिस पूरी तरह से बेलगाम हो चुकी है। इस सरकार ने शिक्षकों से लेकर हर तबके के आंदोलनों को बर्बर पुलिसिया दमन के जरिए कुचलने का ही काम किया है। सड़क की मांग कर रहे फारबिसगंज गोलीकांड जैसी बर्बरता को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
भाकपा-माले ने आरोप लगाया कि मुंगेर की एसपी और जदयू सांसद आरसीपी सिंह की बेटी लिपि सिंह और कुछ अन्य पुलिस अधिकारी इस गोलीकांड के जिम्मेवार हैं, उन पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। इनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए और उनकी अविलंब गिरफ्तारी होनी चाहिए।
पार्टी ने कहा है कि ऐसी घटनाओं के जरिए चुनाव के शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके प्रति हमें पूरी तरह से सावधान रहना है।
भाकपा-माले, बिहार राज्य कार्यालय सचिव, कुमार परवेज द्वारा जारी