गुजरात में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कांग्रेस ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को लेकर बड़ा दांव चला है। कांग्रेस ने हार्दिक पटेल को गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने हार्दिक पटेल को गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने का फैसला किया है। बता दे इस समय अमित चावड़ा गुजरात प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं।
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के पद पर हार्दिक पटेल की तत्काल प्रभाव से नियुक्ति को स्वीकृति प्रदान की हैं। बयान के मुताबिक हार्दिक पटेल के अलावा महेंद्र सिंह परमार को आनंद, आनंद चौधरी को सूरत और यासीन गज्जन को द्वारका जिले का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
हार्दिक पटेल को ऐसे समय गुजरात कांग्रेस की कमान दी गई है जब राज्य में जल्द ही विधानसभा की 8 सीटों पर उप चुनाव होने हैं। जिन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें कच्छ की अबडासा, सौराष्ट्र की गढडा, धारी, मोरबी, लींबडी, मध्य गुजरात की करजण, दक्षिण गुजरात की कपराडा और डांग सीट शामिल है। दरअसल पिछले महीने राज्यसभा की चार सीटों पर हुए चुनाव से पहले कांग्रेस के आठ विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
हार्दिक पटेल लोकसभा चुनाव से पहले 12 मार्च, 2019 को गांधी नगर में एक रैली में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए थे। इस रैली में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं।
2015 में पाटीदार आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के बाद हार्दिक पटेल को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। गुजरात पुलिस ने हार्दिक पर राज्य में हिंसा फैलाने और चुनी हुई सरकार को गिराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था। बता दें हार्दिक पटेल महज 22 साल की उम्र में गुजरात की राजनीति को हिलाकर रख दिया था। पाटीदारों के आरक्षण की मांग को लेकर हार्दिक ने बड़ा आंदोलन खड़ा किया। उस दौरान हार्दिक ने गुजरात भर में 100 के करीब रैलियां की थीं।