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बिहार में शनिवार को अंतिम चरण का मतदान होगा। इसके एक दिन पहले भाकपा-माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बिहार की जनता में बदलाव का जबरदस्त संकल्प है और NDA के खिलाफ गुस्से का महाविस्फोट दिख रहा है। यह आक्रोश महागठबन्धन के पक्ष में जा रहा है और बिहार की जनता निर्णायक जनादेश महागठबन्धन को दे रही है।
दीपंकर ने कहा कि तीसरे चरण में जहाँ चुनाव है, वहीं से पलायन सबसे ज्यादा है। लॉकडाउन में मोदी-नीतीश सरकार ने जो किया उसके खिलाफ सम्पूर्ण उत्तर-पूर्वी बिहार में काफी गुस्सा है। पहले व दूसरे चरण की तरह तीसरे चरण में भी बिहार की जनता भाजपा-जदयू सरकार को सबक सिखाएगी।
उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया की नजर अमरीकी चुनाव परिणाम पर है। यदि काउंटिंग सही से हो तो ट्रम्प की विदाई तय है। इससे पूरी दुनिया में एक बेहतर संदेश आएगा।
माले महासचिव ने कहा कि नरेंद्र मोदी के राज में विदेश नीति को दो देशों की बजाय दो नेताओं के संबंधों में गिरा दिया गया। मोदी जी ने ट्रम्प के लिए प्रचार किया, जो एकदम गलत था। ऐसी प्रवृति हिंदुस्तान के लिए नुक्सानदेह साबित हो रही है।
दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि आखिरी समय मे नीतीश जी ने कहा कि उनका यह आखिरी चुनाव है, फिर सफाई भी दी। यह भी कहा कि अंत भला तो सब भला। इसका मतलब है नीतीश जी खुद मान रहे हैं कि पिछले 2 चरणों मे जो हुआ, वह अच्छा नहीं रहा। और विगत 15 वर्षों से बिहार में जो चल रहा है, वह अच्छा नहीं है।
उन्होंने कहा कि जो हो, बिहार ने तो तय कर लिया है कि यह नीतीश जी का आखिरी चुनाव है और 10 नवम्बर को उनकी विदाई तय है। मोदी जी ने भी चिट्ठी तक लिख डाली। वाल्मिकी नगर में बोल कर गए कि कश्मीर को भ्र्ष्टाचार से मुक्त कर देंगे। अब बिहार चुनाव का कश्मीर से क्या संबंध है, किसी को समझ में नहीं आया का। इसके साथ ही अंत समय मे उन्होंने जो साम्प्रदायिक टिप्पणी की वह बहुत गलत बयान है। उनकी इस प्रकार की तमाम टिप्पणियों को बिहार की जनता खारिज करेगी।
माले महासचिव ने कहा कि नीतीश ने NRC और NPR के मामले में सफाई देने की कोशिश की। लेकिन उन्होंने 15 साल से भाजपा की ही राजनीत को बढ़ावा देने का काम किया है। नीतीश कुमार भाजपा से कोई अलग नहीं है। यह बहुत स्पष्ट है।
दीपंकर ने कहा कि चुनाव बाद हम देख रहे हैं कि भाजपा-जदयू समर्थित अपराधियों ने हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों पर हमला बोल दिया है। पुनपुन से लेकर सिवान, भागलपुर में हमले हुए। यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया में कहीं से उचित नहीं है। चुनाव परिणाम सभी को स्वीकार्य होना चाहिए।
माले नेता ने कहा कि पंजाब के किसानों के खिलाफ मोदी सरकार ने इकोनोमिक ब्लॉकेज कर दिया है। झारखण्ड सरकार को वे जीएसटी में पर्याप्त हिस्सा नहीं दे रहे हैं। बिहार में भी कल महागठवन्धन की सरकार बनती है तो क्या मोदी सरकार बिहार के साथ भी वैसा ही करेंगे।
संवाददाता सम्मेलन में माले नेता कविता कृष्णन, धीरेंद्र झा और राजाराम सिंह भी उपस्थित थे।
भाकपा-माले, बिहार राज्य कार्यालय सचिव, कुमार परवेज़ द्वारा जारी