भाकपा माले ने विधानसभा चुनाव में समर्थन के लिए बिहार की जनता को धन्यवाद दिया है। भाकपा माले पोलित ब्यूरो ने कहा है कि बिहार चुनाव से बंगाल-असम व अन्य चुनावों को नई गति और ऊर्जा मिलेगी। पोलित ब्यूरो ने कहा कि बिहार का जनादेश भाजपा-जदयू के खिलाफ है। चुनाव में कम मार्जिन वाली सीटों पर बिहार की जनता व उम्मीदवारों को संतुष्ट किए बिना आयोग ने आनन-फानन में रिजल्ट जारी किया है।
भाकपा-माले की पोलित ब्यूरो की एकदिवसीय बैठक आज पटना में पार्टी के बिहार राज्य कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में पार्टी महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य, वरिष्ठ नेता स्वदेश भट्टाचार्य, यूपी से रामजी राय, बंगाल से कार्तिक पाल व पार्थो घोष, बगोदर विधायक विनोद सिंह, साउथ इंडिया के पार्टी प्रभारी वी. शंकर, असम से रूबुल शर्मा, बिहार के राज्य सचिव कुणाल, धीरेन्द्र झा, राजाराम सिंह, अमर, कविता कृष्णन, केंद्रीय कार्यालय के सचिव प्रभात कुमार चौधरी, झारखंड के राज्य सचिव जनार्दन प्रसाद, मनोज भक्त आदि नेताओं ने भाग लिया।
बैठक के हवाले से माले नेता व पूर्व विधायक राजाराम सिंह ने कहा कि पार्टी की पोलित ब्यूरो ने जनसवालों को चुनाव का एजेंडा सेट करने के लिए बिहार की जनता को तहेदिल से बधाई दिया। पोलित ब्यूरो ने नोट किया कि बिहार चुनाव का देशव्यापी महत्व है। इस चुनाव ने दिखलाया कि कैसे तमाम साजिशों के खिलाफ जनता के एजेंडे को चुनाव का एजेंडा बनाया जा सकता है। बंगाल, असम, तमिलनाडु व अन्य सभी चुनावों के लिए बिहार का चुनाव प्रेरक का काम करेगा। हमारी कोशिश होगी कि इन चुनावों में भी जनता के अपने जीवन के सवाल उभरकर सामने आएं और वे चुनाव का एजेंडा बने।
माले नेता धीरेन्द्र झा ने कहा कि बिहार का जनादेश भाजपा-जदयू के खिलाफ बदलाव का जनादेश है, लेकिन वोटों की हेरा-फेरी करके आज एक मैनेज्ड सरकार शपथ ले रही है। इसलिए इस सरकार के शपथ ग्रहण का हम बहिष्कार करते हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार के उम्मीदवारों व मतदाताओं के मन में चुनाव के परिणाम को लेकर काफी सवाल थे, लेकिन उसका स्पष्टीकरण व उन्हें संतुष्ट करने की बजाए आयोग ने आनन-फानन में चुनाव परिणाम घोषित कर दिया। कम मार्जिन वाली सीटों पर हरा दिया गया। आयोग की हड़बड़ी के कारण संदेह का दायरा और गहरा हो गया है। हम आयोग से मांग करते हैं कि वह तत्काल कम मार्जिन वाली सीटों पर संज्ञान ले और उम्मीदवारों व बिहार की जनता के सभी प्रकार के संदेहों को दूर करे।
माले नेताओं ने कहा कि महागठबंधन के दलों ने जिन 25 सूत्री सवालों पर अपना संकल्प पत्र पेश किया था, उसे लागू करवाने की लड़ाई हम आने वाले दिनों में मजबूती से लड़ेंगे और उसपर कार्रवाई करने के लिए बिहार सरकार को मजबूर कर देंगे।
17 नवंबर को बिहार राज्य कमिटी की बैठक होगी, जिसमें पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायक भाग लेंगे। राज्य कमिटी की बैठक में पोलित ब्यूरो की बैठक के आलोक में आंदोलनों की रूपरेखा पर बातचीत होगी। साथ ही विधायक दल के नेता पर भी चर्चा होगी।
भाकपा माले, बिहार राज्य कार्यालय सचिव, कुमार परवेज द्वारा जारी