![](https://mediavigil.com/wp-content/uploads/2020/09/MODI-AISA.jpg)
प्रधानमंत्री मोदी जी,
आपको जन्मदिन की शुभकामना !
जीवन के 70 वर्ष मुबारक!
उम्मीद है आज आप थोड़ा समय निकालकर, अपने अतीत के पन्ने पलटेंगे और आत्मचिंतन करेंगे कि आपने देश के भविष्य को और देश की युवा पीढ़ी के भविष्य को आज कहाँ पहुंचा दिया है !
वे नौजवान जो आपके लिए “मोदी मोदी” करते नहीं थकते थे, जो आपको सत्ता में ले आये, वे आज आपके जन्मदिन के अवसर पर “राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस” और “जुमला” या “झूठ दिवस” क्यों मनाने को मजबूर हैं।
यह सब उनके लिए एक सुहाने सपने के टूटने का दर्द है, जी हाँ, वही सपने जो आपने मनमोहन सिंह सरकार को रोजगारविहीन विकास के लिए घेरते हुए दिखाये थे,
- हर साल 2 करोड़ रोजगार का सपना !
- भारत को चीन की तरह दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का सपना !
- मेक इन इंडिया-स्टार्टअप इंडिया-स्किल इंडिया से भारत को रोजगार से भर देने का सपना !
- भारत के डेमोग्राफिक डिविडेंड का इस्तेमाल करते हुए देश को विश्वगुरु बनाने का सपना !
आज वे सारे सपने धूलधूसरित हैं। आज आप आत्मनिर्भर भारत का जुमला उछालते हैं, तो नौजवानों को लगता है आप उनका मजाक उड़ा रहे हैं, जब आप पकौड़ा तलने की बात करते हैं तो उन्हें लगता है कि आप उनके जले पर नमक छिड़क रहे हैं।
6 साल में 12 करोड़ नए रोजगार आप देने वाले थे और CMIE के अनुसार 12 करोड़ रोजगार 6 महीने में चले गए, जिसमें 2 करोड़ वैतनिक नौकरियाँ हैं।
बेरोजगारी दर, अकल्पनीय, न भूतो न भविष्यति, आज़ाद भारत के इतिहास में पहली बार 9.1 % !!
40 लाख सरकारी पद खाली
नए पदों के सृजन पर रोक
निजीकरण द्वारा नौकरियों का खात्मा
गुजरात मॉडल पर अब UP में भी शुरू के 5 साल संविदा पर नौकरी
चारों ओर आउटसोर्सिंग, ठेका का बोलबाला
अव्वलन तो अब आप रोजगार के सवाल पर, नौजवानों के सवाल पर बोलते ही नहीं, 90 मिनट के 15 अगस्त के भाषण में एक शब्द नहीं, आप की सरकार के बजट भाषण में एक शब्द नहीं, राष्ट्रपति के अभिभाषण में एक शब्द नहीं !
जब बोलते हैं तो मजाक उड़ाते हैं, तंज करते हैं, पूरे issue को dilute और trivialise करते हैं !
कभी पकौड़े तलने की बात कर देते हैं, कभी कहते हैं कि जो दलाली में नाकाम हैं वे बेरोजगारी का सवाल उठाते हैं, कभी विपक्षी नेताओं पर व्यंग कर देते हैं कि आपकी बेरोजगारी कभी खत्म नहीं होने दूंगा।
क्या बेरोजगार नौजवान विपक्ष के नेताओं के रोजगार के लिए लाठी खा रहे और लहूलुहान हो रहे हैं । यह आपकी शातिर diversion की style है।
बहरहाल, अब ये सब नुस्खे पुराने पड़ चुके। छात्र-युवा अब इस सब से झांसे में आने वाले नहीं।
नौजवान अब आपसे ही सीखकर आपको सबक सिखाने का मन बना चुके हैं।
रोजगार संकट भारत में आज एक Ticking टाइम बम है।
मैं यह तो नहीं कहूँगा कि ” बेरोजगार नौजवान आपको घर से बाहर नहीं निकलने देंगे” लेकिन यह तय है कि आपके कार्यकाल के बचे अगले साढ़े तीन साल नौजवान अब आपको चैन से नहीं बैठने देंगे !
पुनः आपको जन्मदिन की शुभकामना देते हुए बस यही कामना करता हूँ कि आपको सद्बुद्धि आये !
सबके लिए रोजगार की गारण्टी करें!
नौजवानों से टकराव से बाज आएं!
यह नौजवानों का भारत है और इतिहास गवाह है जो नौजवानों से टकराया, वह मिट्टी में मिल गया !
तुम रोक न उसको पाओगे,
वह तूफान बन कर आएगा ।
आज का बेरोजगार युवा,
तुम्हारा राज उड़ा ले जाएगा !
#17Sept17hrs17minutes, #राष्ट्रीयबेरोजगारदिवस
लाल बहादुर सिंह, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के लोकप्रिय छात्रसंघ अध्यक्ष रहे हैं।