चन्द्र प्रकाश झा 1977 के बाद से चुनाव के अंतराल और उसके तौर-तरीकों के साथ-साथ चुनावी ख़बरों का रंग-रूप भी काफी बदल गया है. पहले चुनावी ख़बरों की दशा-दिशा निर्धारित करने में संवाद…
नवभारत टाइम्स संवाद ही है रास्ता जम्मू-कश्मीर के निवासी, खासकर सीमावर्ती इलाके के लोग आतंकी हमलों और सीमा पार से आए दिन होने वाली गोलीबारी से काफी परेशान हैं। कुछ समय पहले जम्मू-कश्मीर…
पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक सांविधानिक स्वरूप देने में डॉ.अांबेडकर का योगदान अब एक स्थापित…
नवभारत टाइम्स पश्चिम एशिया में हम प्रधानमंत्री नरेंद्र…
नवभारत टाइम्स कहाँ हम कितने स्वस्थ नीति आयोग द्वारा जारी हेल्थ इंडेक्स अलग-अलग राज्यों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति पर अच्छी रोशनी डालता है। इसके मुताबिक बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में केरल…
मीडियाविजिल को लम्बे समय से ऐसा महसूस हो रहा था कि हिंदी के पाठकों के पास ऐसा कोई साधन नहीं जिसके सहारे वे एक साथ तमाम हिंदी दैनिकों के सम्पादकीय पढ़ सकें. एक…
चन्द्र प्रकाश झा भारत की 17वीं लोकसभा के चुनाव सांविधिक तौर पर अगले वर्ष मई माह से पहले ही कराए जाने हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नजदीकी हल्के में कुछ दबी-दबी सी चर्चा…
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के देवी प्रसाद त्रिपाठी (डीपीटी) की गणना विद्वान सासंदों में होती है। वे जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे हैं और इमरजेंसी के दौरान उन्होंने 14 महीने की जेल भी काटी…
विकाश सिंह मौर्य उत्तर भारत में ‘सामाजिक-सांस्कृतिक क्रान्ति’ के जनक बाबू जगदेव प्रसाद (2 फरवरी 1922 से 5 सितम्बर 1974) ने आधुनिक भारतीय इतिहास में भारतीय समाज की एक ऐसी नींव को…
नरेश बारिया स्वदेशी गांधीजी अखंड भारत चाहते थे । वे दुनिया के सामने ऐसी मिसाल पेश करना चाहते थे कि भारत में सभी वर्ण -जाति के लोग शांति से रहते हैं । इसलिए …
हम हिंदी के लेखक, कलाकार, संस्कृतिकर्मी कासगंज में हुई साम्प्रदायिक हिंसा से बेहद व्यथित और चिंतित है. गणतंत्र दिवस के दिन ऐसी घटना होना भारतीय लोकतंत्र के लिए शर्मनाक है. पिछले कुछ समय…
सोशल मीडिया की बढ़ती धमक के साथ प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की वल्दियत को लेकर सवाल उठाए जाने लगे। विकीपीडिया में संपादन की खुली सुविधा का लाभ यह हुआ कि उनके पितामहों में किसी…
अमनदीप संधू बीसवीं सदी की शुरुआत के योरप को कलात्मक शैलियों में आए कुछ चौंकाने वाले बदलावों से पहचाना जा सकता है। दृश्य कलाओं में क्यूबिज़्म, डाडा आंदोलन और सर्रियलिज़्म (अतियथार्थवाद) जैसी प्रवृत्तियों…
प्रतिबद्ध वामपंथी लेखक सुभाष गाताडे की दीनदयाल उपाध्याय पर बहुप्रतीक्षित किताब बाज़ार में छप कर आ गयी है. किताब में गाताडे ने बहुत शोध कर के यह समझने की कोशिश की है कि…
नेताजी जयंती पर विशेष नेताजी सुभाषचंद्र बोस, इलाज के लिए 1934 में आस्ट्रिया की राजधानी विएना में थे जहाँ वे खाली वक्त का इस्तेमाल अपनी किताब ‘द इंडियन स्ट्रगल’ लिखने में कर रहे…
नेता जी सुभाषचंद्र बोस ने यह भाषण 4 जुलाई 1944 को बर्मा में भारतीयों के सामने दिया था। इसी भाषण में उन्होंने ” तुम मुझे ख़ून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा” का उद्घोष…
रामचंद्र गुहा मई 2014 के चुनाव से पहले भाजपा समर्थकों ने जवाहरलाल नेहरू पर हमला करने के लिए वल्लभभाई पटेल के नाम का उपयोग किया था। इसी मंशा के साथ हाल ही…
गिरिराज किशोर दो बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित हुए बादशाह खान की जिंदगी और कहानी के बारे में लोग कितना कम जानते हैं। 98 साल की जिंदगी में 35 साल उन्होंने…
पंकज चतुर्वेदी आखिर राहुल गांधी इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेटयन्नहाऊ से क्यों नहीं मिले? आखिर आरएसएस के लोगों को इस्राइल पर इतना प्यार क्यों आता है? असल में इसके मूल में पंडित…
रोहित वेमुला ने दो साल पहले 17 जनवरी 2016 को हैदराबाद युनिवर्सिटी के हॉस्टल में ख़ुदकुशी कर ली थी। मरने के पहले रोहित ने जो अंतिम पत्र छोड़ा था, उसका अब दस्तावेज़ी महत्व है। …
डॉ. ए.के. अरुण यह दौर इतिहास से छेड़छाड़ और उसकी गलत प्रस्तुति की वजह से युवा पीढ़ी के लिये जरा मुश्किल दौर है। ऐसे में युवाओं के प्रतीक पुरुष स्वामी विवेकानन्द को याद…
यह गुरुवार रात दिवंगत हुए हिंदी के प्रतिष्ठित लेखक दूधनाथ सिंह की डायरी का एक पन्ना है जिसे कविमित्र विवेक निराला ने उपलब्ध कराया है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हिंदी के शिक्षक रहे दूधनाथ सिंह…
आज से ठीक 200 साल पहले भीमा कोरेगाँव में हुआ युद्ध भारत में अंग्रेज़ी राज की स्थापना के लिहाज़ से निर्णायक साबित हुआ था। 1 जनवरी 1818 को ईस्ट इंडिया कंपनी की एक…
वर्ष 1986 में प्रेमचंद साहित्य पर उनके पुत्र अमृत राय का ' स्वत्वाधिकार ' समाप्त हुआ तो बाजारू बाज़ार के लोगों ने प्रेमचंद की कृति में कोकशास्त्र मिला दिया. उस वर्ष प्रेमचंद के निधन के 50…
झारखंड सरकार द्वारा इस महीने मजदूर संगठन समिति (एमएसएस) को माओवादी करार देकर प्रतिबंधित किए जाने के आदेश की देश भर में तीखी प्रतिक्रिया हुई है। मजदूर संगठन समिति झारखंड में पंजीकृत 30…