डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 36 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
रवीश कुमार जब भारत की जनता गहरी नींद में सो रही थी, तब दिल्ली पुलिस के जवान अपने जूते की लेस बाँध रहे थे। बेख़बर जनता को होश ही नहीं रहा कि पुलिस…
आज़ाद हिंद सरकार के गठन की पचहत्तरवीं वर्षगाँठ, 21 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी सुभाष जैसी टोपी पहनकर लालकिले में जो भाषण दिया, वह नेताजी को ही टोपी पहनाने की कोशिश…
संजय कुमार सिंह सीबीआई का मामला दिलचस्प होता जा रहा है। दो बड़े अधिकारियों की लड़ाई के बहाने उसके चौंकाने वाले कारनामे बाहर आ रहे हैं और इसका असर सीबीआई के साथ-साथ भारत…
गिरीश मालवीय आखिरकार हमें आयातित मूंग ओर मसूर की जहरीली दाल खरीद कर खाने पर क्यों मजबूर किया जा रहा है जबकि देश की सबसे बड़ी सरकारी फूड रेगुलेटर ऑथरिटी FSSAI (भारतीय खाद्य…
चंद्र प्रकाश झा स्वतंत्र भारत संघ गणराज्य के नवीनतम राज्य, तेलंगाना की प्रथम विधानसभा का कार्यकाल जुलाई 2019 में समाप्त होना था। द्वितीय विधान सभा के चुनाव अगले बरस नई लोकसभा के निर्धारित…
गिरीश मालवीय मनमोहन सिंह का यूपीए का कार्यकाल आज के मोदीराज की तुलना बेहतर क्यो नजर आने लगा है! इसका एक बड़ा कारण है। ऐसा नही है कि यूपीए के शासन काल…
संजय कुमार सिंह आज के अखबारों में सरकार के खिलाफ खबर छापने की होड़ दिख रही है। सीबीआई पर सीबीआई के छापे की खबर को सबने खूब प्रमुखता से छापा है क्योंकि इसे…
प्रकाश के रे नौंवी सदी में अब्बासी ख़िलाफ़त लगातार कमज़ोर होता जा रहा था. इसी के साथ जेरूसलम में ईसाई समुदाय अपने कर्मकांडों और सार्वजनिक गतिविधियों के ज़रिए मुस्लिम श्रेष्ठता की भावना को…
संजय कुमार सिंह इंडियन एक्सप्रेस ने आज पहले पेज पर छह कॉलम में सीबीआई की खबर छापी है जो कल ही सोशल मीडिया पर खूब घूम रही थी। सीबीआई के नंबर वन बनाम…
बर्लिन की मेरी कहानियों में फ़िसलने की कहानियां भी शामिल हैं. बनारस में अपना ज़माना आम तौर पर सिनेमा हॉल के अंधेरे में ब्रेल पद्धति से फ़िमेल ऐनाटोमी के अध्ययन का ज़माना होता…
इलाहाबादी कवि बोधिसत्व चाहे मुंबई में रहते हों, लेकिन इलाहाबादियों को ‘प्रयागराजी’ बनाने की हिमाक़त के बीच प्रतिवाद के सबसे मुखर स्वरों में हैं। वे लगातार इस झूठ की बुनियाद हिला रहे हैं…
क्या लोकपाल सर्च कमेटी की मेंबर अरुंधति भट्टाचार्य रिलायंस समूह की स्वतंत्र निदेशक हो सकती हैं? रवीश कुमार जो लोकपाल चुनेगा वही रिलायंस की कंपनी में निदेशक भी होगा? अगर यह सही है…
अमेरिकी राजनीतिक विचारक फ्रांसिस फ़ुकु़यामा ने लगभग 30 साल पहले ‘इतिहास का अंत’ लिखकर सनसनी फैला दी थी। समाजवादी देशों के संकट के दौर में उनके इस लेख ने विरोधी खेमे को ताक़तवर…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 35 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
इलाहाबाद को प्रयागराज करने की मुहिम के पीछे झूठ और पाखंड का एक कुचक्र है जिसने उन्हें बेहद आहत किया है जो ख़ुद को किन्हीं भी अर्थों में ‘इलाहाबादी’ समझते हैं। ये इलाहाबादी…
चंद्र प्रकाश झा छत्तीसगढ़ में माओवादी-नक्सलियों के हौवा के बीच निर्वाचन आयोग ने 90 सीटों की छत्तीसगढ़ विधान सभा चुनाव दो चरणों में कराने का निर्णय किया है। पहले चरण में माओवादी…
बोधिसत्व मनु की बेटी इला का नगर है इलावास उर्फ इलाहाबाद! संसार में बेटी के नाम पर बसा लगभग अकेला नगर है इलावास। जिसका नाम अकबर ने कम, आधुनिक अकबर के साथियों…
अनिल यादव गंगा माई को बचाने के लिए एक सौ ग्यारह दिनों के भूखे स्वामी सानंद उर्फ आईटी के प्रोफेसर गुरुदास अग्रवाल की उपेक्षा के सरकारी असलहे से हत्या के बाद मुझे उन्नाव…
Just the worst time of the year For a journey, And such a long journey… दिल्ली से मास्को, फिर वहां से पूर्वी बर्लिन– जैसी कि एक कम्युनिस्ट की यात्रा होनी चाहिए. मुल्क छोड़ने…
राघवेंद्र दुबे जिस किसी ने ‘गंदे प्रस्तव’ से या किसी ‘समझौते’ से इनकार किया, उसे नौकरी से हाथ तो धोना ही पड़ा, आवारा करार दे दी गयी। ये 1980 के भी पहले की बात…
राजेश कुमार मामला बहुत पुराना नहीं है। केवल दो महीने बीते हैं, जब राज्यसभा ने सत्तारूढ गठबंधन के घटक जनता दल-यू के हरिवंश को उपाध्यक्ष चुना था और प्रधानमंत्री सदन में उन्हें इस…
यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाएँ इन दिनों जिस तरह से ‘मी टू’ कैंपेन के तहत चौंकाने वाले रहस्योद्घाटन कर रही हैं, उसमें गुजरात का ‘स्नूपगेट’ किसी को भी याद आ सकता है।…
संजय कुमार सिंह हिन्दुस्तान टाइम्स में आज प्रकाशित खबर के अनुसार गुरुग्राम के हिन्दू संगठन मांस दुकानें जबरदस्ती नहीं बंद कराएंगे। इससे पहले छह लोगों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी…
सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन पर विशेष 29 अप्रैल 1939 को काँग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने के बाद नेता जी सुभाषचंद्र बोस ने 3 मई 1939 को काँग्रेस के अंदर ही…