आत्महत्या के विरुद्ध : वैचारिकी उपेंद्र प्रसाद सिंह ” मैं सोच रहा हूं ,कहता रहा हूँ कि आत्महत्या कायरता है लेकिन सुशांत सिंह की आत्महत्या ने झकझोर दिया है। नहीं, ये कायरता नहीं…
देश की सीमा में 60 वर्ग किलोमीटर से भी अधिक अंदर आ गए चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच, 45 साल बाद – 20 भारतीय सैनिकों की चीन के साथ हिंसक भिड़ंत…
अमुक… जो कभी मेरे बहुत अच्छे मित्र हुआ करते थे।साथ खाना,उठना-बैठना।अच्छे पढ़े लिखे। जिंदादिल। लेकिन थोड़े से बेपरवाह। इसी बेपरवाही में उनकी यारी दोस्ती बहुत अच्छी थी। इतने मिलनसार और लोगों के काम…
संदीप पाण्डेय भरत गांधी ने कई किताबें लिखी हैं जिनमें ’लोकतंत्र की पुनर्खोज’ भी शामिल है। उनकी एक पुस्तिका ’वोटरशिप लाओ, गरीबी हटाओ’ के सात संस्करण छप चुके हैं। वे वोटर्स…
मैं परेशान हूं। एक लगभग सफल दिखने वाला, नौजवान – जिसका जीवन आकांक्षाओं से भरा हुआ था, मृत्यु को चुन लेता है। ज़ाहिर है कि इसके पहले के कुछ पल, दुःख और निराशा…
युवा दिल की धड़कन और ज़िदगी से लबरेज़ दिखने वाले एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की ख़ुदकुशी पर तरह-तरह की बातें हो रही हैं। वरिष्ठ पत्रकार और इंडिया टीवी के डिप्टी एक्ज़ीक्यूटिव एडिटर…
उसको एस्ट्रोफ़िज़िक्स (खगोल भौतिकी) से प्यार था। वह चांद को अनंतकाल तक निहार सकता था। उसकी दिलचस्पियां, फिल्मों से कहीं आगे और इतर थी। ऐसा सुशांत सिंह के दोस्त उसके बारे में बताते…
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार से पूछा था कि चेन्नई और मुंबई की तुलना में दिल्ली में टेस्ट कम क्यों हो रहे हैं? दिल्ली में टेस्टिंग एक दिन में 7000 से…
सन् 1965 के दौरान चे ग्वेरा के गायब हो जाने को लेकर तरह-तरह की अंफवाहें उड़ाई जा रही थीं। इस तरह की भ्रमपूर्ण और गलत खबरों को जानबूझकर हवा दी जा रही…
मरुधरा की राजनीतिक तृष्णा 12 जून, शुक्रवार को कांग्रेस ने अपनी प्रेस कॉन्फ़्रेन्स में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) पर 19 जून को होने वाले राज्य सभा चुनावों को लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।…
अक्टूबर 2020 मे बिहार और 2021 मे बंगाल विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने वर्चुअल रैलियाँ शुरू की हैं। बिहार की एक जनसंवाद रैली मे बीजेपी अध्ययक्ष अमित शाह ने एक ही…
प्रियंका गांधी उन्नाव रेप कांड, जिसमें बलात्कार पीड़िता को बलात्कारियों ने जिंदा जला दिया, ने हम सबको झकझोर दिया था। मैं पीड़ित परिवार से मिलना चाहती थी। ठंड और कुहासे से भरी…
भारत के विविधवर्णी समाज में साम्प्रदायिकता का रंग तेज़ी से घुलता जा रहा है. धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है, उनके विरुद्ध हिंसा की जा रही है और फिर उसे औचित्यपूर्ण…
हम अमरीका में चल रहे आंदोलन का समर्थन किस तरह करें और भारत में विरोध कर रहे लोगों के साथ कैसे एकजुटता ज़ाहिर करें? मेरे ख्याल से आपका आशय श्वेत अमरीकी पुलिस द्वारा…
अंग्रेज़ी के मशहूर लेखक, चार्ल्स डिकंस का उपन्यास है “अ टेल ऑफ़ टू सिटीज़”(दो शहरों की गाथा), उसी किताब के शीर्षक से इस लेख का शीर्षक उधार लिया गया है। इसकी तीन वजह…
ये छोटा सा वीडियो मैं दिल्ली से बना रही हूं। हम सब यहां, कुछ ज़रूरी मांग करने के लिए इकट्ठा हुए हैं – और वो है सबके लिए स्वास्थ्य, भोजन, एक औसत आय,…
सुभाष गाताडे एक गर्भवर्ती हथिनी की मौत को लेकर पूरे मुल्क में जो उबाल दिख रहा था, वह अब ठंडा हो गया है। वे तमाम सेलेब्रिटी जिन्होंने पलक्कड, केरल की इस घटना…
“मैं केवल देह नहीं मैं जंगल का पुश्तैनी दावेदार हूँ पुश्तें और उनके दावे मरते नहीं मैं भी मर नहीं सकता मुझे कोई भी जंगलों से बेदखल नहीं कर सकता उलगुलान! उलगुलान!! उलगुलान!!!”…
यक़ीन करना मुश्किल है, लेकिन खुद को इतिहास की सबसे राष्ट्रवादी सरकार होने का दावा करने वाली मोदी सरकार चीन की आक्रामक रणनीति के आगे बेबस नज़र आ रही है। सरकार के दबाव…
लाल बहादुर सिंह अमित शाह ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे हैं। लोग हतप्रभ हैं। क्या कोरोना का खतरा टल गया, उसका Curve फ्लैट हो गया, क्या वह अब ढलान पर है? ऐसे समय…
सत्यम वर्मा दुनिया भर में थू-थू के बावजूद मोदी सरकार द्वारा बड़े प्यार से पिछले गणतंत्र दिवस के मौक़े पर मुख्य अतिथि बनाकर बुलाये गये ब्राज़ील के राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो ने अपने दोस्त…
वरिष्ठ पत्रकार चंद्र प्रकाश झा का साप्ताहिक स्तम्भ चुनाव चर्चा आज से फिर शुरू हो रहा है। लगभग साल भर पहले, लोकसभा चुनाव के बाद यह स्तम्भ स्थगित हो गया था। मीडिला हलकों…
हमारे देश में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया की जो दुर्गति है, उसका खामियाजा सिर्फ बेरोजगार युवाओं को ही नहीं बल्कि पूरी शिक्षा व्यवस्था को भुगतना पड़ता है। अलग अलग राज्यों में सबसे ज़्यादा…
संध्या अनुपम खेर…! इन महोदय की पहली फ़िल्म का नाम “सारांश” था। जीवन की लंबी फिल्मी यात्रा के दौरान वर्ष 2005 में इनकी एक और फ़िल्म आई थी जिसका नाम था “मैंने…
एक ज़रुरी अभियान की फ़िल्म इस कठिन कठोर क्वारंटीन समय में संजय जोशी दुनिया की बेहतरीन फ़िल्मों से आपका परिचय करवा रहे हैं. यह मीडिया विजिल के लिए लिखे जा रहे उनके साप्ताहिक…