कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में ”जय श्री राम” के नारे लगाने की राजनीति का ममता बनर्जी ने मुंहतोड़ जवाब दिया। संबोधित…
"हमारा राजनीतिक दर्शन नेशनल सोशलिज़्म और कम्युनिज़्म का समन्वय होगा। स्थापना और प्रतिस्थापना के बीच के द्वंद्व का समाधान एक उच्चतर संश्लेषण के रूप में होना चाहिए। द्वंद्ववाद के नियम की यही माँग…
फरीदाबाद बाय पास रोड, खेड़ी पुल पर बसी भारत कालोनी में पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य बिहार के मजदूर सैकड़ों की संख्या में रहते हैं- 6×8 फुट के कमरों में चार-पांच तक, सम्मिलित किराया…
टेलीविजन चैनलों पर एंकर-एंकारानियां भिन्न दलों के प्रवक्ताओं को भी अर्नब के चैट से दूर, किसान आंदोलन के अपने विषय पर केंद्रित रखने की कोशिश में जान लगा रही हैं। ऐसी हालात में…
गोदी मीडिया के ज़रिए भारत के लोकतंत्र की हत्या की जा चुकी है और आप इस हत्या के मूक दर्शक हैं. गवाह हैं. फिर भी चुप हैं. आप भी अर्णब की तरह भारत…
अवध में 1920-21 में बाबा रामचंद्र और मदारी पासी के नेतृत्व में बड़ा किसान आंदोलन हुआ। वास्तव में अवध का किसान आंदोलन गांधी और पटेल के नेतृत्व में हुए किसान आंदोलनों से अधिक…
पिछली बार निर्वाचित विधायको में खुद दुष्यंत चौटाला और उनकी माता नैना चौटाला भी हैं। बस वही माँ-बेटा अब खट्टर सरकार के साथ रह गये लगते हैं। जजपा के बाकी सभी विधायक इन…
टाइम्स ऑफ इंडिया ने पांच कॉलम में छापा है कि कोवैक्सिन बनाने वाली फर्म ने नागरिकों को चेतावनी दी कि मेडिकल कंडीशन हो तो टीका न लें। यह चेतावनी तीन लाख से ज्यादा…
बादल सरोज अब तक की प्रतिक्रियाओं से साफ़ हो गया है कि किसी भी तरह किसान आंदोलन की धधकती आग पर पानी डालने का केंद्र सरकार का आख़िरी ब्रह्मास्त्र भी खाली चला गया…
अर्णब के दो आगे अर्णब, अर्णब के पीछे दो अर्णब, बोलो कितने अर्णब आप किससे उम्मीद कर रहे हैं? भारत का 99.999 प्रतिशत मीडिया गोदी मीडिया है। यह एक परिवार की तरह…
आप जानते ही हैं कि जिस संविधान के आप संरक्षक हैं उसे बनाने में दुर्गाबाई देशमुख, अम्मू स्वामीनाथन, बेगम एजाज़ रसूल, दाक्षायनी वेलायुधन जैसी 15 महिलाओं का भी सक्रिय योगदान रहा है। एक-एक…
द टेलीग्राफ में यह खबर लीड नहीं है (अखबार ने अर्नब गोस्वामी के लीक चैट पर पुलवमा की खबर को लीड बनाया है)। टीकाकरण से संबंधित पहले पन्ने की दो कॉलम की खबर…
ऐसा नहीं है कि 2014 से पहले भारत में दलितों की स्थिति बहुत बेहतर थी। तब भी दलित अपने सम्मान व अधिकार की लड़ाई लड़ रहे थे और रास्ता तब भी कुछ आसान…
श्लोक है, ‘अयम निज: परोवेति गणना लघुचेतसाम। उदार चरितानाम तु वसुधैव कुटुंबकम।’ यानी ‘यह अपना है, वह पराया है, ऐसा हिसाब छोटी सोच वाले लोग किया करते हैं। उदार चरित्र वालों के लिए…
किसान आन्दोलनकारी के नजरिये से, सर्वोच्च न्यायालय की नामित किसान कमिटी और मोदी सरकार के बनाये ‘काले’ कृषि कानून एक दूसरे के मौसेरे भाई सिद्ध हुए हैं। उसने दोनों को समान रूप से…
बीती सदी में जर्मनी में हिटलर को प्रचंड बहुमत मिला था, चांसलर बना था, उसने अपने देश की कैसी दुर्गति की? उसने नस्ल शुद्धता के नाम पर 60 लाख यहूदियों को गैस…
एक वेबसाइट के तौर पर 3 साल से अधिक समय और वीडियो प्लेटफॉर्म के तौर पर नए साल में प्रवेश करते हुए, हम आप सबके न सिर्फ आभारी हैं – हम आपकी राय-सलाह-मदद…
सुप्रीम कोर्ट के पास कमेटी के चारों सदस्य के नाम कहां से आए, आम जनता के पास यह जानने का कोई रास्ता नहीं है, लेकिन कमेटी के सदस्यों का नाम आते ही आम…
भारत की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को भौगोलिक रूप से कई तरफ से घेरे हुए हरियाणा में मौजूदा स्थिति में अगर चुनाव हुए तो भाजपा की हालत बहुत पतली होने की प्रबल संभावना है।…
आज (सोमवार, 11 जनवरी 2021) कृषि कानून के पक्ष में किसानों को सक्रिय करने की भाजपा की कोशिश से संबंधित खबर का हाल बताता हूं। डेढ़ महीने से चल रहे किसान आंदोलन और…
आर. राम देश में चल रहे अभूतपूर्व किसान आंदोलन और दिल्ली घेराव के बीच कुछ लोग यह बहस चलाने मे मुब्तिला हैं कि भूमिहीन दलितों व खेत मजदूरों को किसान आंदोलन से दूर…
पुरुषोत्तम अग्रवाल वाशिंगटन डी.सी. में जो छह जनवरी को हुआ, उस पर गहराई से सोच कर आगे के लिए सबक लेने की जरूरत है। बात शुरु कहाँ से होती है? डोनाल्ड ट्रंप…
" ट्रंप का राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतना अधिकांश लोगों को अचंभित कर गया था लेकिन वह जीते यह एक सच्चाई थी ,जैसे आज हारे हैं, यह एक सच्चाई है. क्या हम ने…
WhatsApp ने मंगलवार शाम से भारतीय व्हाट्सएप यूजर्स को अपनी टर्म्स और प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर अपडेट भेजना शुरू किया है। वॉट्सऐप ने यूजर्स को नई पॉलिसी को एक्सेप्ट करने के लिए 8…
प्रधानमंत्री को बताया गया है कि अमेरिका में उत्पात मचाने वाले प्रदर्शनकारी नहीं आपके मित्र द्वारा उकसाए गए अंग्रेजी वाले ठग यानी गुण्डे थे। दूसरा शीर्षक किसानों के लिए है, प्रधानमंत्री जी, वे…