"मेरा मानना है कि देश का मंत्री इतना कमजोर कभी नहीं रहा। मुझे लगता है तथा यह दिख भी रहा है कि सरकार ट्वीटर को अपने नियंत्रण में रखना चाहती है। वह नहीं…
शाहूजी महाराज का शासनकाल सामाजिक सुधारों के लिए हमेशा याद किया जाएगा। खासतौर पर ब्राह्म्णवादी वर्चस्व को जैसी चुनौती उन्होंने दी, वह उस दौर में बेहद क्रांतिकारी कदम था। आरक्षण के विरुद्ध सवर्णों…
कांशीराम ने जब आरएसएस और भाजपा से हाथ मिलाया, तो उन्होंने अपना नारा भी बदला। वह सामाजिक परिवर्तन को छोड़कर सामाजिक न्याय की राजनीति के रथ पर सवार हो गए। जातीय सभाओं और…
बहरहाल, इस दौर में चीन जिस दिशा में चला है, उससे यह तो साफ है कि वह मार्क्सवादी समाजवाद की शास्त्रीय समझ के अनुरूप नहीं है। उसके वैश्विक प्रभाव को देखते हुए उस…
आज की खबर तो जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र बहाल करने की प्रधानमंत्री की कोशिश ही है। एक दिन अचानक जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने के बाद स्थानीय नेताओं को जेल में…
जानकार इसे साजिश मानते हैं। उनका मानना है कि लोगों के दिलों से देशी तेलों का भाव खत्म करने के लिए यह काम किया गया था। जानकार बताते हैं कि सरसो के तेल…
देश के कई राज्यों में जब कोरोना के कारण मौत के मामलों को छिपाने के आरोप हैं और यह भी इतना लचर कि जिस राज्य में सब कुछ ठीक होने का दावा किया…
अगर विपक्ष एक नहीं हो पाता है और कारपोरेट घरानों व आरएसएस के समर्थन से अगले चुनाव में भाजपा फिर से सत्ता में आने में सफल हो जाती है तो देश के हालात…
सोवियत संघ में निकिता ख्रुश्चेव के सत्ता में आते ही स्टालिन की विरासत से सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी ने न सिर्फ खुद को अलग कर लिया, बल्कि पार्टी से स्टालिन के प्रभाव को खत्म…
साँप-सीढ़ी के सियासी खेल में मोदी जी का पाँसा योगी जी ने आरएसएस के इशारा पर पलट दिया । मोदी जी के शर्मा जी का सियासी कद लाखनवी दर्जी की कैंची से कुछ…
आज के अखबारों के पहले पन्ने की खबरों (और शीर्षक से भी) खबरों के चयन में पक्षपात साफ-साफ दिखता है। द टेलीग्राफ हमेशा मेरे बाकी अखबारों से अलग होता है। इसलिए इसकी प्रशंसा…
क्रांति के बाद माओ ने ‘हजारों फूलों को खिलने दो, हजारों विचारों को पनपने’ दो का आदर्श वाक्य चीनी समाज को दिया था। इसके तहत पार्टी के भीतर और बाहर भी असहमति रखने…
अगर सरकार की कमाई कम हुई है तो इसका कारण नोटबंदी और फिर जीएसटी के कारण रोजगार और काम धंधे बंद होना भी होगा ही। यही नहीं सरकार हजारों एनजीओ, ट्रस्ट और कंपनियां…
हालात को समझते हुए डा.गया प्रसाद कटियार अपनी पत्नी रज्जो देवी के पास पहुँचे और बोले- "मैं क्रांतिकारी पार्टी का सदस्य बनना चाहता हूँ। तुम अपना सिंदूर पोछ लो और समझो लो कि…
चिराग के लिए कौन-सा ठिकाना होगा? लोजपा की राजनीति दलितों के एक हिस्से भर की राजनीति थी। चमारों पर बहुजन समाज पार्टी, राजद और सीपीआई माले का प्रभाव है, वहीं अन्य दलित कई…
देश के बाकी लोगों के लिए अच्छे दिन आये हैं या नहीं इसपर विवाद हो सकता है पर कार्टूनिस्ट और कार्टून विधा के लिए पिछले कुछ वर्ष वाकई ‘अच्छे दिन’ साबित हुए. एक…
राकेश जी ने बताया कि प्रो.वर्मा की एक इच्छा मन में ही रह गयी। वे प.बंगाल में ममता बनर्जी की जीत से उत्साहित थे। उन्होंने कहा था कि "नकारात्मक शक्तियों को पराजित करने…
"ख्रुश्चेव के दौर में जब सीपीएसयू ने पूंजीवादी व्यवस्थाओं के साथ सह-अस्तित्व का सिद्धांत अपनाया, तो दोनों कम्युनिस्ट पार्टियों के बीच मतभेद और तीखे हो गए। उसी दौर में सीपीसी और सीपीएसयू के…
छात्रों और उनमें भी दो लड़कियों के खिलाफ यूएपीए लगाना और हाईकोर्ट की प्रतिकूल टिप्पणियों के बावजूद पुलिस का सुप्रीम कोर्ट जाना असाधारण है। यहां उल्लेखनीय है कि समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट मामले में…
पूरी सुनवाई के दौरान यह होता रहा कि जज उसे टोकते रहे और वह अपनी बात कहती रही. एक बार उसने कहा, “जिस तरह गुलामों ने आपके अन्यायपूर्ण कानून के क्रूर हाथों से…
इंडियन एक्सप्रेस में एक और खबर है जो बताती है कि कि भारत में ट्वीटर के मुखिया को ढूंढ़ती हुई दिल्ली पुलिस मुंबई पहुंच गई थी और 31 मई को उनसे दफ्तर में…
जानता हूँ कि इस बार नारायणन साहब की तरह के राष्ट्रपति नहीं हैं और न प्रधानमंत्री ही वाजपेयी जी जैसे हैं। लेकिन मैं यह जरूर अनुरोध करूँगा कि प्रधानमंत्री इतिहास की घटनाओं से…
गुरुग्राम से चंपा ने फॉउंडेशन को बताया, "मुझे मेरी मालकिन ने अप्रैल में ही निकाल दिया था, मैंने जब आफ़त की घड़ी में उनको फ़ोन किया तो वो मुझपर झल्ला उठीं और बोलीं…
सीपीसी के सत्तारोहण के बाद का इतिहास भी अब 71 साल से अधिक का हो चुका है। चीन की जो उपलब्धियां हैं, उनकी जमीन इसी दौर तैयार हुई और इसी दौरान वे साकार…
दूसरी ओर यह भी सही है कि दिल्ली दंगों में गलत ढंग से गिरफ्तार तीन लोगों को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद उन्हें तुरंत नहीं छोड़ा नहीं गया। पुलिस के अपने कारण…