आनंद बाज़ार पत्रिका (एबीपी) ग्रुप ने कल ही यानि 15 फरवरी को अपने एक तथाकथित सर्वे के निष्कर्ष जाहिर कर पहली पसंद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आल इंडिया तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और दूसरी…
आजकल टूलकिट बहुत चर्चा में है। टूलकिट को आम लोक रिंच और प्लास वगैरह का बक्सा समझते थे जो दोपहिया या चारपहिया जैसी चीजों को ठीक करने के लिए साथ रखा जाता था।…
रेडियो से इस देश का आम आदमी, बड़े पैमाने पर जुड़ा है" यह बात भी लगता है, इन आत्ममुग्ध, ड्रॉइंग् रूम बंद, बुद्धूबक्सा प्रेमी जमात को नहीं मालूम। 500-1000 प्रतियों वाली पत्रिकाओं में…
आप मानेंगे ही कि संविधान निर्माता डा. अंबेडकर नरेंद्र मोदी से ज्यादा समझदार अर्थशास्त्री थे! उन्होंने राज्य और अल्पसंख्यक नामक ज्ञापन जो उन्होंने संविधान सभा मे प्रस्तुत किया था में साफ साफ कहा…
अखबार ने लिखा है कि वित्त मंत्री यह कहती लग रही थीं कि सरकार की कथित गलतियों की आलोचना करना देश को अपमानित करने की तरह है। इस देश के लोग नागरिक हैं,…
यदि भीमा कोरेगांव केस तमाम ख्यातिप्राप्त आरोपियों के विरुद्ध साजिश सिद्ध हुआ तो इससे आतंकवाद के विरुद्ध गठित भारत सरकार की जांच एजेंसी एनआईए की अंतर्राष्ट्रीय साख को भी धक्का लगेगा। लेकिन किसी…
अमेरिकी अखबार द वाशिंगटन पोस्ट ने उत्तरी अमेरिका के तीन विशेषज्ञों से पूछा था। और उनका कहना था कि निष्कर्ष ठीक हैं। पोस्ट ने खबर दी है कि आर्सेनल ने एक गंभीर और…
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बनाये तीन कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर दिल्ली के सभी बॉर्डर केंद्रों पर 25 नवम्बर 2020 से ही विभिन्न राज्यों के लख-लख किसानों के शांतिपूर्ण विरोध…
अखबार हाथ में लेने पर जो पहली खबर दिखती है वह है, भारत के खिलाफ वैश्विक साजिश कामयाब नहीं होगी : प्रधानमंत्री। यह अलग बात है कि इतने बड़े हादसे के बावजूद प्रधानमंत्री…
भक्तजन बहुत जोर-शोर से फैला रहे हैं कि आंतरिक मामले में हस्तक्षेप करने वाला ट्वीट करने के लिए पॉप स्टार रिहाना को 2.5 मिलियन डॉलर दिए गए थे। ढाई मिलियन डॉलर कोई छोटी-मोटी…
इस आंदोलन की खबर को हिन्दुस्तान टाइम्स ने लीड बनाया है। शीर्षक है, "चक्का जाम आमतौर पर शांतिपूर्ण निपट गया"। बेशक यह एक प्रतिभाशाली शीर्षक है और दैनिक अखबार का शीर्षक कम कवि…
हर महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्मारक की सुरक्षा ड्रिल में संभावित आपात स्थितियों से निपटने के लिए ‘अलार्म स्कीम’ की व्यवस्था होती है जिसमें, अवांछित समूह के आ जाने पर, प्रवेश द्वार बंद करना निश्चित…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पर्टी (भाजपा) दिल्ली के ग़ाज़ीपुर समेत विभिन्न बॉर्डर प्रवेश केंद्रो पर 25 नवम्बर 2020 से अनवरत जारी किसान आंदोलन को लेकर उत्तर प्रदेश में इसी बरस अप्रैल…
तालाबंदी के कारण निवेश बैठ गया। नौकरी चली गई। सैलरी घट गई। मांग घट गई। तब कई जानकार कहने लगे कि सरकार अपना खर्च करे। वित्तीय घाटे की परवाह न करे। इस बजट…
आर. राम 26 जनवरी की किसान परेड और लाल किले पर संदिग्ध लोगों के नेतृत्व में हुए हंगामे के बाद बदली हुई परिस्थिति में सरकार ने किसान आंदोलन को खत्म करने के सुनहरे…
संकेत मिले हैं कि महागठबंधन में ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) , असम जातीयतावादी युवा छात्र परिषद (अजायुछाप), असम जातीय परिषद (एजेपी) , कृषक मुक्ति संग्राम समिति और पिछले बरस बने राईजर दल…
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कभी नहीं चाहते थे कि बाबरी मस्जिद गिराई जाये लेकिन 6 दिसंबर,1992 के दिन अयोध्या में लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती जैसे नेताओं के रहते …
मोदी-शाह जोड़ी की राजनीति के हाथ में, उनके गुजरात पोग्राम के दिनों से ही, कानून-व्यवस्था की स्थिति बंदर के हाथ में उस्तरा देने जैसी सिद्ध हुयी है। फरवरी, 2020 के उत्तर-पूर्वी दिल्ली के…
यह बात आज दलितों के बीच एक आम राय की तरह स्थापित है कि कांशी राम डॉ अम्बेडकर के विचारों को व्यावहारिक रूप में लागू किया। समस्या यह है कि अम्बेडकर के मूल…
बिहार में 24 जनवरी की तारीख राजनीतिक गलियारों में खूब चहल -पहल वाली होती है . यह दिन बिहार के समाजवादी नेता दिवंगत कर्पूरी ठाकुर ( 1924 – 1988 ) का जन्मदिन है…
कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में ”जय श्री राम” के नारे लगाने की राजनीति का ममता बनर्जी ने मुंहतोड़ जवाब दिया। संबोधित…
फरीदाबाद बाय पास रोड, खेड़ी पुल पर बसी भारत कालोनी में पूर्ण शराबबंदी वाले राज्य बिहार के मजदूर सैकड़ों की संख्या में रहते हैं- 6×8 फुट के कमरों में चार-पांच तक, सम्मिलित किराया…
टेलीविजन चैनलों पर एंकर-एंकारानियां भिन्न दलों के प्रवक्ताओं को भी अर्नब के चैट से दूर, किसान आंदोलन के अपने विषय पर केंद्रित रखने की कोशिश में जान लगा रही हैं। ऐसी हालात में…
गोदी मीडिया के ज़रिए भारत के लोकतंत्र की हत्या की जा चुकी है और आप इस हत्या के मूक दर्शक हैं. गवाह हैं. फिर भी चुप हैं. आप भी अर्णब की तरह भारत…
अवध में 1920-21 में बाबा रामचंद्र और मदारी पासी के नेतृत्व में बड़ा किसान आंदोलन हुआ। वास्तव में अवध का किसान आंदोलन गांधी और पटेल के नेतृत्व में हुए किसान आंदोलनों से अधिक…