यह सब कैसे हो सकता है भला! विधानसभा कानून बनाने वाली सभा है। वहां पुलिस का प्रवेश वर्जित है। सदन के अपने सुरक्षाकर्मी होते हैं। उन्हें अध्यक्ष निर्देशित करते हैं। लेकिन वहाँ अफसर…
‘मनुष्य को दैवी शक्तियों में विश्वास करने वाला बना दो और उसके पास धन-संपत्ति आदि जो कुछ भी सब लूट लो। वह उफ् नहीं करेगा, यहां तक कि अपने आप के लूटने में…
23 मार्च वह दिन है जिस रोज भगत सिंह शहीद हुए थे। यह साल उनकी शहादत के नब्बे साल पूरे कर रहा है। 28 सितम्बर 1907 को पंजाब सूबे के बांगा गाँव में…
जब झारखंड के नायकों की अंग्रेजी सत्ता के खिलाफ बगावत की चर्चा होती है, तो इस सूची में 1771 का तिलका मांझी से शुरू हुआ ‘हूल’, 1769 का रघुनाथ महतो के नेतृत्व में…
नए नवेले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का बच्चों के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में मंच से ये बयान आता है कि Ripeed Jeans पहनने और घुटने दिख जाने स्त्री अपने बच्चों…
माकपा की साप्ताहिक पत्रिका ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ (पीडी) के 14 मार्च 2021 अंक में एक राजनीतिक टिप्पणी छपी है जिसमें भाकपा (माले) पर पश्चिम बंगाल में ‘गलत दिशा’ अख्तियार करने का आरोप लगाया गया…
19 मार्च 2021 को दिल्ली का टीकरी बॉर्डर आठ दशक बाद दो ऐतिहासिक किसान आंदोलनों के मिलन का गवाह बना। इस क्षण को अपनी आंखों में कैद करना जैसे खुद दो इतिहासों को…
जयपाल सिंह मुंडा को भारतीय जनजातियों और झारखंड अलग राज्य आंदोलन की पहली ईंट के तौर पर देखा जाता है। उन्हें मरङ गोमके के तौर पर जाना जाता है, अत: उनके नाम के…
मोदी सरकार एक ऐसा फैसला ले रही है जो एक साल में आपकी और हमारी प्राइवेसी को पूरी तरह से खत्म कर देगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को संसद में…
बीसवीं शताब्दी की शुरुआत में, पंजाब के PEPSU क्षेत्र (8 रियासतों, पटियाला और पूर्वी पंजाब राज्यों के संघ) में आने वाले 784 गाँवों में एक क्रांतिकारी मुजारा (किरायेदार किसान) आंदोलन शुरू किया गया…
“दिल्ली के पीछे एक दिल्ली, दिल्ली के आगे एक दिल्ली, बोलो कितनी दिल्ली। आगे आगे दिल्ली, पीछे पीछे दिल्ली, पीछे पीछे दिल्ली, आगे आगे दिल्ली। भीगी दिल्ली भीगी बिल्ली, भीगी बिल्ली भीगी दिल्ली।…
बार बार कहा गया कि दस लाख कर्मचारी निजीकरण के ख़िलाफ़ हड़ताल कर रहे हैं। बैंककर्मी कहने लगे कि मीडिया नहीं दिखा रहा है। इस कार्यक्रम में भी इस दस लाख की संख्या…
प्रायः सारे पुरस्कारों के पीछे कोई न कोई राजनीति होती है, जो अति की हद तक पहुंच जाये तो सत्ताओं द्वारा हर हाल में अपने चहेतों को उपकृत करने या विरोधियों को खरीदने…
क्या गुरुद्वारे में सेवा करने से गुस्से को नियंत्रित करने में मदद मिलती है? यह कार्य क्या एक महीने में हो जाता है? हमारे विचार से जो गुस्सा आदमी को अपराध की सीमा…
महाशिवरात्रि का दिन मशहूर किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती का जन्म-दिन भी है। लोग उन्हें भूलने लगे हैं, लेकिन एक समय था जब इस स्वामी ने देश की राजनीति को अपने तेवर से…
एकता वर्मा आंदोलन और विरोध- प्रदर्शन किसी समाज के धड़कते हुए दिल होते हैं, जिनपर कान रखकर यह बताया जा सकता है कि समाज कितना जीवित है। विरोध प्रदर्शन आश्वासन देते हैं, कि…
प्रधानमंत्री की भाषा का जब कभी अध्ययन होगा तब लोग यह देख पाएँगे कि उन्होंने जिस भाषा और भाषण से जिस पद को पाया उस पद की गरिमा अपने भाषण और उसकी भाषा…
श्याम कुमार सिन्हा कानूनी अर्थ में जेल को सुधारगृह कहा जाता है और बंदियों को सामाजिक रूप से विकारग्रस्त माना जाता है। राज्यव्यवस्था (सरकार) हमेशा यह दावा करती है कि जेल प्रवास बंदियों…
मीडिया विजिल की पूर्व असिस्टेंट एडिटर, सौम्या गुप्ता की ये टिप्पणी हम महिला दिवस पर विशेष रूप से प्रकाशित कर रहे हैं। ये टिप्पणी एक ऐसे राजनैतिक समय में बेहद अहम है, जब…
अपने काव्य में अपने समकालीन हिन्दी कवियों से अलग अज्ञेय मे बड़बोलेपन का नितांत अभाव है। कविता हो या कि गद्य विधा, उनके साहित्य का संधान बस जीवन रहा। अध्यात्म या राष्ट्र या…
अभी गत फरवरी के पहले हफ्ते में ही ‘द इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट’ द्वारा जारी किये गये ताजा लोकतंत्र सूचकांक में भारत के लोकतंत्र को लंगड़ा करार दिया गया था। उसकी ‘डेमोक्रेसी इन सिकनेस…
भारत में इस विषय पर रिसर्च किए जाने की बहुत ज़रूरत है। कई लोग मुझे लिखते हैं कि व्हाट्स एप ग्रुप में रिश्तेदारों से बहस करना मुश्किल हो गया है। वो इतनी सांप्रदायिक…
दरअसल ये कहानी अस्थिर से स्थिर होने की कहानी है। अज्ञात से ज्ञात को प्राप्त करने की कहानी है। ये भी कह सकते हैं कि अपूर्ण से पूर्ण बनने की भी कहानी है।ये…
कल पूरे दिन यह सवाल ग़ायब रहा कि प्रधानमंत्री से लेकर तमाम मुख्यमंत्रियों ने रामदेव की बूटी को नकार दिया और टीके पर भरोसा किया। तो क्या रामदेव की बूटी उन लोगों के…
ABP न्यूज़ चैनल के रक्षित सिंह के इस्तीफ़े को लेकर कल से लगातार सोच रहा हूं। रक्षित मेरठ में हो रही किसान पंचायत को कवर करने गए थे। उसी के मंच पर जाकर…