22 दिसंबर को संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया है। संसद का शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से शुरू हुआ था जो 23 दिसंबर तक निर्धारित था लेकिन इससे एक दिन पहले दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) की कार्यवाही निर्धारित समय से एक दिन पहले अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई। शीतकालीन सत्र में कुल 18 बैठकें हुईं। आपको बता दें कि विपक्ष ने शीतकालीन सत्र के दौरान में 12 सांसदों के निलंबन और लखीमपुर हिंसा के विरोध में संसद परिसर के बाहर प्रदर्शन किए और मार्च निकले। विपक्षी सदस्यों द्वारा दोनों सदनों में व्यवधान के कारण सत्र को 18 घंटे 48 मिनट का नुकसान हुआ। इस शीतकालीन सत्र के दौरान कई विधेयक पास हुए जिसमे कुछ का विरोध हुआ तो कुछ बिना चर्चा के लाए गए। आइए जानते है पूरे सत्र में कौन से बिल पास और कौन से पेश हुए…
- कृषि कानून निरसन बिल (Agricultural Laws Repeal Bill) शीतकालीन सत्र के दौरान पारित किए गए।
- वोटर आईडी को आधार कार्ड से जोड़ने वाला बिल राज्यसभा में मंगलवार को पास हो गया। इस विधेयक के विरोध में विपक्ष ने सदन से वॉकआउट भी किया।
- चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक, 2021(Election Laws (Amendment) Bill) को संसद के दोनों सदनों ने पारित कर दिया है। इसमें मतदाता सूची से दोहराव को खत्म करने का प्रावधान है। इस बिल का भी सदन में विपक्ष ने कड़ा विरोध किया था।
- केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मंगलवार को लोकसभा में लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 करने के लिए एक विधेयक पेश किया।
- जैव विविधता (संशोधन) विधेयक, 2021 भी लोकसभा में पेश किया गया था।
इन मुद्दों पर चलें हंगामे..
इन सभी विधेयकों के पारित होने और पेश करने के बीच शीतकालीन सत्र के दौरान विपक्ष ने जिन दो मुद्दों को सबसे अधिक उठाया, वे थे लखीमपुर खीरी हिंसा और राज्यसभा से 12 सांसदों का निलंबन। किसानों को कुचलने के मामले में आरोपी आशीष मिश्रा टेनी के पिता मंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कई विपक्षी नेताओं के साथ सदन को बाधित किया।
महाराष्ट्र के सत्र से पहले 10 लोग कोरोना पॉजिटिव..
बता दें कि महाराष्ट्र में भी आज से शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है, लेकिन इससे पहले सभी विधायक, विधानसभा स्टाफ, पुलिस और कर्मचारियों की कोरोना जांच की गई। इस RTPCR टेस्ट में 8 पुलिसकर्मियों समेत 10 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके साथ ही पॉजिटिव होने वाले लोगों में 2 विधानमंडल के कर्मचारी भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि शीतकालीन सत्र शूरू होने से पहले लगभग 3500 लोगों का टेस्ट किया गया था। फिलहाल इन सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग का फैसला अभी लिया जाना है।