‘क्यों न फैलने दें कोरोना, जिसमें दम होगा बच जायेगा’ – ट्रंप ने दिया था सुझाव

मयंक सक्सेना मयंक सक्सेना
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‘वाई डोंट वी लेट दिस वॉश ओवर द कंट्री’: अमेरिकी राष्ट्रपति ने टास्क फोर्स की मीटिंग मे दिया था ये सुझाव

किसी भी तरह के तानाशाही बर्ताव और पूरी तरह से पूंजीवादी मानसिकता के शासक कैसे हो सकते हैं, इसका एक उदाहरण अमेरिकी अख़बारों में छपी, अंदरखाने की इस ख़बर से आप समझ सकते हैं। ईस्टर के ठीक पहले, अमेरिकी अख़बारों में एक रिपोर्ट से हुए खुलासे ने विवाद खड़ा कर दिया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट से लड़ने के लिए बनाई गई टास्क फोर्स की एक मीटिंग में अमेरिकी राष्ट्रपति ने ये कह कर, सनसनी फैला दी थी कि क्यों न इस वायरस को पूरे देश में फैलने दिया जाए।

‘Let this wash over’

पिछले महीने टास्क फोर्स की एक मीटिंग के दौरान, वहां मौजूद कुछ सदस्यों के हवाले से वाशिंगटन पोस्ट अख़बार लिखता है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अचानक मुड़कर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शियस डिसीज़ के निदेशक डॉ. एंथनी फॉसी से ये सवाल किया।

वाशिंगटन पोस्ट की मानें तो आयरलैंड और यूके की यात्रा पर रोक संबंधी निर्देश जारी करने के पहले की बैैठक में ट्रंप ये जानना चाहते थे कि ‘सामूहिक प्रतिरोधी क्षमता’ पर बात क्यों नहीं की जा रही थी। इस सिद्धांत के अनुसार, वायरस को देश में फैलने दिया जाए और जो लोग इससे बच जाएंगे – वे कुदरती तौर पर इससे प्रतिरोधी क्षमता विकसित कर लेंगे या फिर उनके अंदर इसके प्रति प्रतिरोधक क्षमता पहले से होगी। कई बार जानवरों के समूह में इस प्रवृत्ति को देखा गया है और कई पुरानी बीमारियों की हमारे अंदर प्रतिरोधक क्षमता को लेकर भी ये बात, कुछ वैज्ञानिक मानते हैं।

इस सवाल के समय उन मीटिंगों में मौजूद कम से कम दो लोगों ने, वॉशिंगटन पोस्ट के हवाले से ये पुष्टि की है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने पूछा, ‘हम इसे देश भर में फैलने क्यों नहीं देते?’

इस पर एंथनी फ़ॉसी ने राष्ट्रपति को जवाब दिया था, ‘राष्ट्रपति महोदय, बहुत सारे लोग मारे जाएंगे…’

1 मिलियन (दस लाख) अमेरिकी जान गंवा सकते थे..

हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप ने ये तो कहा कि वे ये बात समझते हैं, लेकिन तब से कई बार वे ये बात साफ कहते रहे हैं कि वह जितनी जल्दी हो सके, सभी प्रतिबंध हटाकर, सभी तरह के लॉकडाउन ख़त्म करना चाहते हैं। लेकिन लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के चलते, वे ऐसा नहीं कर सकते। अमेरिका में इस समय. दुनिया में सबसे ज़्यादा कोरोना संक्रमित लोग हैं और लगातार लोगों की मौत हो रही है। राष्ट्रपति के इस सुझाव के बाद, उनको ये चेतावनी दे दी गई थी कि अगर इस वायरस को और फैलने दिया गया, तो 11 सा 12 लाख नागरिकों की जान जा सकती थी।