जब बिहार विधानसभा का प्रथम चरण का मतदान बुधवार को चल रहा था, तब अगले फेज के मतदान के लिए पीएम मोदी ने कल तीन रैलियां की. पटना की अपनी सभा में पीएम मोदी महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव पर हमलावार नज़र आएं. उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए उन्हें ‘जंगल राज का युवराज” बता दिया.
आज सुबह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपनी सभाओं में जाने से पहले मीडिया से बात की और पीएम मोदी के ‘जंगल राज के युवराज’ वाले बयान पर प्रतिक्रिया न देते हुए उन्हें मुद्दों पर घेरा. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, वे (नरेन्द्र मोदी) हमारे देश के प्रधानमंती हैं. कुछ भी कह सकते हैं. मुझे मोदी जी के उस बयान पर कोई टीका-टिप्पणी नहीं करना है. लेकिन प्रधानमंत्री जी आएं थे तो बिहार के विशेष पैकेज, विशेष राज्य का दर्ज़ा, बेरोजगारी, कारखानों के बारे में उन्हें बोलना चाहिए था. बिहार के लोगों की उम्मीद थी कि प्रधानमंत्री पलायन, गरीबी, भुखमरी, मजदुर, किसान पर बोलेंगे लेकिन इसपर भी उन्होंने बात ही नहीं की. .
पीएम मोदी को मुद्दों की बात करने की सलाह देते हुए तेजस्वी ने कहा कि हमारे विरोध में तो बिहार सरकार, भारत सरकार, विश्व की सबसे बड़ी पार्टी, 30-30 हेलीकॉप्टर सब लगे हुए हैं और फिर भी अगर प्रधानमंत्री इस तरह की बातों का जिक्र अगर कर रहे हैं तो हमको लगता है कि जनता सब जानती हैं. लेकिन प्रधानमंत्री जी को मुद्दें की बात करनी चाहिए थी.
पहले फेज़ में मतदान और बेरोजगारी के मुद्दें को पकड़े रखने के लिए बिहार की जनता के प्रति आभार प्रकट करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि पहली फेज़ की मतदाताओं के उत्साह को देखते हुए कि उन्होंने बेरोजगारी मुद्दे को पकड़ कर रखा और पलायन, गरीबी, भुखमरी, मजदुर, किसान आदि के सवाल पर मतदान किया. इसके लिए हम उन्हें नमन करते हैं.
आगे उन्होंने पीएम मोदी को 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान किए गये वादे को याद दिलाते हुए कहा, कल प्रधानमत्री मोतिहारी गये थे. उनको इसके बारे में बात करनी चाहिए थी कि उन्होंने कहा था कि वहाँ के सुगर मिल की चीनी की चाय वे पियेंगे. इसपर उन्होंने कोई बात ही नहीं की.
गौरतलब हो कि एनडीए के तात्कालीन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार के मुजफ्फरपुर में एक सभा के दौरान मोतिहारी की जनता से वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो 100 दिन के अंदर मोतिहारी में चीनी मिल चालू करवा देंगे. साथ ही, उन्होंने इसी चीनी मिल की चीनी से बनी चाय पीने का वादा भी किया था.