दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को कहा कि “केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी जोश ईरानी के पास न तो उस जमीन का मालिकाना दस्तावेज है, जिस पर सिली सोल्स गोवा कैफे और बार स्थित है, और न ही उन्होंने बार लाइसेंस के लिए कोई आवेदन किया था, जैसा कि कांग्रेस ने आरोप लगाया है। संपत्ति का स्वामित्व गोवा के स्थानीय व्यक्ति, एंथोनी डी’गामा (जिनका मई 2021 में निधन हो गया) और पत्नी मेरलिन डी’गामा के पास है। शराब का लाइसेंस एंथनी डी’गामा के नाम पर जारी किया गया था। उनके बेटे डीन डी’गामा ने लाइसेंस का नवीनीकरण कराया था।”
हालांकि, द इंडियन एक्सप्रेस की, सरकारी अभिलेखों की पड़ताल के अनुसार, ‘सिली सोल्स गोवा कैफे और बार का वित्तीय लेनदेन ईरानी के परिवार से और उनकी बेटी का इससे संबंध निकलता है।’ रिकॉर्ड बताते हैं कि ‘बेटी जोइश ईरानी; बेटा जोहर ईरानी; पति जुबिन ईरानी और उनकी बेटी शैनेल ईरानी के पास दो कंपनियां उगराय मर्केंटाइल प्राइवेट लिमिटेड और उग्रया एग्रो फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड हैं।
2020-21 में, इन दोनों फर्मों ने एक नई खाद्य और पेय पदार्थ कम्पनी, Eightall में निवेश किया। Eightall को दिसंबर 2020 में गठित किया गया था। GSTIN जीएसटीआईएन रिकॉर्ड के अनुसार, Eightall ने अपने “व्यापार के प्रमुख स्थान” के पते का उल्लेख किया है: ‘एच नंबर 452, ग्राउंड फ्लोर, बुटा वाड्डो, असगाओ, उत्तरी गोवा, गोवा।
यही पता, सिली सोल्स गोवा कैफे और बार का भी पता है।
रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के यहां दाखिल रिकॉर्ड के अनुसार, 5 नवंबर, 2020 को उग्रया मर्केंटाइल और उग्रया एग्रो ने Eightall की कुल पूंजी का क्रमश: 50 फीसदी और 25 फीसदी भाग तक निवेश करने का संकल्प लिया है।
31 मार्च, 2021 तक, आरओसी, उग्रया एग्रो और उग्रया मर्केंटाइल के पास उपलब्ध नवीनतम डेटा में समान होल्डिंग वाले शेयरधारकों का एक ही समूह था: जुबिन ईरानी (67 प्रतिशत), बेटियां शानेल ईरानी और ज़ोइश ईरानी (11 प्रतिशत प्रत्येक) और बेटा जोहर ईरानी (11 फीसदी)।
31 मार्च, 2021 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए Eightall द्वारा आरओसी (रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज) के साथ दायर किए गए दस्तावेज़ बताते हैं कि, उग्राया मर्केंटाइल और उग्रया एग्रो ने Eightall की प्रारंभिक पूंजी में 50 प्रतिशत और 25 प्रतिशत तक का योगदान किया।
आरओसी के पास दर्ज नवीनतम रिकॉर्ड के अनुसार, Eightall की शेष 25 प्रतिशत पूंजी तरोनिश Taronish हॉस्पिटैलिटी (20 प्रतिशत) और गीता वजानी (5 प्रतिशत) के योगदान से आई है। गीता के पति योगेश वजानी तरोनिश हॉस्पिटैलिटी के निदेशकों में से एक हैं।
उग्रया मर्केंटाइल और उग्रया एग्रो ने भी Eightall को क्रमश: 20 लाख रुपये और 10 लाख रुपये का अल्पकालिक ऋण भी दिया।
इंडियन एक्सप्रेस द्वारा यह पूछे जाने पर कि “उनके रेस्तरां का पता वही है जो Eightall के व्यवसाय का पता है, तो, कैफे के मालिक डीन डी’गामा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया: “कृपया इसके बारे में मेरे वकील से बात करें।”
उनके वकील बेनी नाज़रेथ ने कहा: “मैं इस विशेष संपत्ति (सिली सोल्स कैफे) के मालिक के रूप में डी’गामा का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं। उनके पास वैध आबकारी लाइसेंस है और हमें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और हमने उसका जवाब दिया है। बस इतना ही मुझे कहना है। मुझे क्लाइंट की ओर से इससे आगे किसी भी बात पर चर्चा करने का कोई अधिकार नहीं है।”
जुबिन ईरानी (उग्रया एग्रो फार्म्स और उगराया मर्केंटाइल में बहुसंख्यक शेयरधारक) और सिली सोल्स गोवा कैफे और बार के साथ संबंध पर, जुबिन ईरानी को इंडियन एक्सप्रेस ने मेल भेज कर सवाल पूछा, तो उनका जवाब नहीं आया।
ज़ोइश ईरानी के वकील कीरत सिंह नागरा ने कहा था कि “रेस्टोरेंट के प्रबंधन और अन्य मामलों में उनका (जोइश का) कोई नियंत्रण या निरीक्षण नहीं है और वे एक इंटर्न की तरह हैं।”
उसी पते और कंपनियों के बारे में विस्तार से पूछे जाने पर, जिसमें ज़ोइश शेयरधारक हैं, उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया: “सबसे पहले तो यह मुद्दा विचाराधीन न्यायालय है। दूसरी बात, हम रेस्टोरेंट के बारे में या इस मामले से संबंधित कुछ भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कुछ भी नहीं कहना चाहेंगे।
विजय शंकर सिंह की फ़ेसबुक दीवार से साभार।