कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने चीनी सैनिकों की भारतीय जमीन पर मौजूदगी को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री की कायरता ने ही चीन को भारत की जमीन लेने दी। यही नहीं, इस मुद्दे पर लगातार झूठ बोलकर वो चीन के कब्जे को आसान बना रहे हैं। राहुल गाँधी ने ट्वीटर पर लिखा-
सभी को भारतीय सेना की क्षमता और शौर्य पर विश्वास है।
सिवाय प्रधानमंत्री के-
जिनकी कायरता ने ही चीन को हमारी ज़मीन लेने दी।
जिनका झूठ सुनिश्चित करेगा कि वो चीन के पास ही रहेगी।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 16, 2020
दरअसल, 15 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी ने लालकिले से अपने संबोधन में एलएसी से लेकर एलओसी तक भारत की सीमाओं के सुरक्षित रहने की बात कही थी। वे पहले भी कह चुके हैं कि कोई भी घुसपैठिया भारतीय सीमा में नहीं है। पर तमाम न्यूज़ रिपोर्ट्स, और उपग्रह की तस्वीरों के बाद अब रक्षामंत्रालय ने भी मान लिया है कि चीन सैनिक भारत की जमीन पर बैठे हुए हैं। हालाँकि विवाद बढ़ने पर रक्षामंत्रालय की वेबसाइट से इस दस्तावेज़ को हटा दिया गया था। राहुल गाँधी लगातार इस सवाल पर मुखर हैं, लेकिन सरकार और बीजेपी सीधा जवाब न देकर इधर-उधर की बातों में उलझाने की रणनीति में जुटी हुई है।
राहुल गाँधी ने स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को भी ट्वीट किया था और प्रधानमंत्री मोदी पर साहस की कमी होने का आरोप लगाया था। उन्होंने इस मुद्दे पर मीडिया की चुप्पी पर भी सवाल उठाया था।
भारत सरकार लद्दाख़ में चीनी इरादों का सामना करने से डर रही है।
ज़मीनी हक़ीक़त संकेत दे रही है कि चीन तैयारी कर रहा है और मोर्चा साधे है।
प्रधानमंत्री के व्यक्तिगत साहस की कमी और मीडिया की चुप्पी की भारत को बहुत भारी क़ीमत चुकानी होगी।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 14, 2020
वाक़ई ये हैरानी की बात है कि मीडिया या तो चीन के भारतीय ज़मीन पर क़ब्जे का सवाल उठा नहीं रहा है या फिर मोदी ने चीन को औक़ात में ला दिया टाइफ फ़र्ज़ी ख़बरें गढ़ने में जुटा है। इस समय सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी उसके लिए सबसे बड़ा मुद्दा है जबकि मुख्य विपक्षी दल यानी कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी लगातार इस मामले में मुखर हैं।
उधर, इस मामले में लगातार मुखर रहे वरिष्ठ पत्रकार अजय शुक्ला, जो सेना के पूर्व कर्नल भी हैं, ने कहा है कि पीएम की छवि बचाने के लिए हक़ीक़त को छिपाया जा रहा है। उन्होंने अपना ब्लाग ट्वीट करके आरोप लगाया कि यह रुख चीन के हाथों में खेलने जैसा है।
If a paywall prevented you from reading my column this morning, here is the full column, posted on my blog
Summary: With the MoD acknowledging the Chinese PLA intrusions into Ladakh, it is time to fix accountability. That must start from the NSA and CDS.https://t.co/YM8vYvNEeD
— Ajai Shukla (@ajaishukla) August 7, 2020
इस मुद्दे पर सेना के तमाम पूर्व वरिष्ठ अफसर भी नाराजगी जता चुके हैं। हैरानी की बात ये है पीएम मोदी की तस्वीर लेकर रात दिन राष्ट्रवादी डायलॉगबाज़ी में डूबा रहने वाला मीडिया इस मुद्दे पर हक़ीक़त की पड़ताल करने के बजाय उसे छिपाने में जुटा है।
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