कृषि क़ानून विरोध- राहुल मिले राष्ट्रपति से, प्रियंका को रास्ते में पुलिस ने लिया हिरासत में

मयंक सक्सेना मयंक सक्सेना
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कृषि क़ानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा समेत देश भर में चल रहे किसानों के आंदोलन के बीच, कांग्रेस की ओर से भी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को 2 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर सौंपे जाने की मुहिम के दौरान, पुलिस ने मार्च को तो रोक लिया – जबकि राहुल गांधी समेत तीन कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा।

हालांकि इस दौरान राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत अन्य कांग्रेसी नेताओं के मार्च को दिल्‍ली पुलिस ने रोक दिया। दिल्ली पुलिस ने ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। हालांकि थोड़ी देर बाद ही उन्हें छोड़ दिया गया।

राहुल गांधी ने क्या कहा?

राहुल गांधी ने राष्ट्रपति से मुलाक़ात के बाद एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि कांग्रेस, किसानों के आंदोलन के साथ है। सरकार, अपने करीबी उद्योगपतियों के फ़ायदे के लिए ये क़ानून लेकर आई है। राहुल गांधी ने ये भी कहा कि देश में लोकतंत्र मुश्किल हालात में है। 

राहुल गांधी ने कहा, ‘राष्ट्रपति से हमने कहा है कि इन कानूनों से किसानों को नुकसान होने वाला है। देश को दिख रहा है कि किसान कानून के खिलाफ खड़ा है। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं, जब तक कानून वापस नहीं होगा तब तक कोई वापस नहीं जाएगा।’

राहुल गांधी ने सरकार से, संसद का संयुक्त सत्र बुलाकर इन क़ानूनों को तुरंत वापस लेने की मांग की।

किसान आंदोलन को लेकर खालिस्तानी और देशद्रोही होने वाले बयानों को लेकर, राहुल ने सरकार पर तंज़ करते हुए कहा, ‘यही हाल रहा तो, किसी दिन मोहन भागवत भी सरकार का विरोध करेंगे तो वो भी देशद्रोही हो जाएंगे। जो भी कोई मोदी जी से सत्ता लेने की कोशिश करेगा-उसे भाजपा देशद्रोही कह देगी।’