मशहूर पत्रकार और आउटलुक पत्रिका के डिप्टी एडिटर उत्तम सेनगुप्ता ने इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय के इस दावे को सरासर झूठ बताया है कि पत्रिका ने उनका फ़र्ज़ी इंटरव्यू…
तीन ‘सी ‘ यानी कार्पोरेट, कास्टिस्ट और कम्युनल.. अगर मीडिया इन तीनों के रंग में रँगा है तो कहेंगे ‘3C मीडिया’। मीडिया के इस रूप ने उसकी साख को बुरी तरह कमज़ोर किया…
फ़िल्म जुनून में रुहेला सरदार बने नसीरुद्दीन शाह , अंग्रेजों से 1857 की जंग हारने की ख़बर कबूतर उड़ाते जावेद ख़ान यानी शशि कपूर को यूँ देते हैं—”जावेद भाई, हम दिल्ली हार गये’..!”…कुछ नसीर का…
अफ़रोज़ आलम साहिल, TwoCircles.net तावड़ू (हरियाणा) : मेवात के तावड़ू क़स्बे के ग्रीन डेल्स पब्लिक स्कूल में हिन्दू बच्चों को कथित रूप से नमाज़ पढ़ाने की घटना के चलते हुए बवाल में मीडिया…
रविवार को नोएडा की फिल्म सिटी में टीवी पत्रकारों के काव्य समागम पर पीएमओ के एक भेदिये न केवल कब्ज़ा कर लिया बल्कि आरएसएस की लाइन लेंथ बिगाड़ने वाली कविताओं पर अच्छा-ख़ासा तमाशा…
(कश्मीर कवरेज पर जारी बहस में नयूज़ चैनलों की दुनिया के दो सबसे चर्चित चेहरों की अलग राय ने पत्रकारिता को लेकर एक पुरानी बहस को नये सिरे से सामने ला दिया है।…
मुझे शुरू में अच्छा लगा कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से फेसबुक सामाजिक मुद्दो पर अपने सदस्यों के सवालों पर उनसे जवाब मांगेगा. 18 तारीख के इस आयोजन से मन को संतोष हुआ कि…
कश्मीर जल रहा है। श्रीनगर की गलियों में लगता है जैसे कोई युद्ध छिड़ा है। अब तक करीब 40 लोग मारे जा चुके हैं। करीब 2000 नागरिक और 1500 के करीब सुरक्षा बलों…
मीडिया विजिल ने पिछले दिनों आभार सहित चर्चित पत्रिका ‘कारवाँ’ की उस स्टोरी का अनुवाद छापा था जिसमें दावा किया गया था कि मध्यप्रदेश सरकार ने दो आवासीय समितियों के ज़रिये 300 से ज़्यादा पत्रकारों को…
नई दिल्ली। इत्तेहादुल मुसलमीन नेता अकबरुद्दीन ओवैसी एक समाचार वेबसाइट पलपलन्यूज़ के कारण एक नए विवाद में फंस गए हैं। उन पर आरोप है कि हैदराबाद में एनआईए द्वारा गिरफ्तारियां करने पर…
‘इंडिया संवाद’ ने लगाया तीन महीने पुरानी खबर में भड़काऊ तड़का ! भाजपा को अवध में भी चाहिए एक कैराना, ‘हिंदूवादी’ पत्रकार जुटे काम पर ! …
छत्तीसगढ़ पीयूसीएल की ओर से दिये जाने वाले ‘निर्भीक पत्रकारिता सम्मान-2016’ की आज घोषणा हो गई। इसके तहत ऐसे पत्रकारों को सम्मानित किया गया जिन्होंने छत्तीसगढ़ में सरकारी संरक्षण में जारी संसाधनों की कॉरपोरेट लूट और आदिवासी…
”जब पी.आर किया तो डरना क्या” मध्यप्रदेश के तमाम पत्ररकारों का अब यही नारा है। यही वजह है कि 40 क़त्ल वाले व्यापम यज्ञ के बावजूद मीडिया में कभी मुख्यमंत्री शिवराज…
‘नगालैंड का अलग झंडा और पासपोर्ट होगा…. !’…..तमाम अन्य चौंकाने वाली बातों के साथ यह भी उस शांति समझौते का हिस्सा है जो अगस्त 2015 की शुरुआत में केंद्र और नेशनल सोशलिस्ट…
प्रेस विज्ञप्ति जून के पहले सप्ताह में momincart.com के नाम से इस्लामी पुस्तकों की एक विशाल वेबसाइट का उद्घाटन किया गया. इन्टरनेट की दुनिया में यह पहली बार हुआ है कि जहाँ 1500 लेखकों की…
कई सालों तक पीएमओ की फोन टैपिंग मामले ने कारपोरेट मीडिया की साख पर पूरी तरह बट्टा लगा दिया है। हद यह है कि सुप्रीम कोर्ट के वकील सुरेन उप्पल की शिकायत को इंडिया डॉयलाग…
छत्तीसगढ़ लोक स्वातंत्र्य संगठन (पीयूसीएल-छत्तीसगढ़) ने 2016 के लिए निर्भीक पत्रकारिता सम्मान कुछ पत्रकारों को देने की योजना बनाई है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ में काम कर रहे या छत्तीसगढ़ पर लिखने वाले उन…
मेरा मकान बिकाऊ नहीं है, मीडिया झूठ फैलाने से बाज़ आए : काँधला का जैन परिवार ऊपर तस्वीर कारोबारी गौरव जैन की है। बीजेपी एमपी हुकुम सिंह की सूची में अपना नाम…
कुछ दिनों से दिल्ली के राजनीतिक हलकों में दम साध कर एक पर्दाफाश का इंतज़ार किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट के वकील सुरेन उप्पल का दावा है कि एक टेलीकॉम कंपनी ने…
इन दिनों फ्रांस में मज़दूरों का अभूतपूर्व आंदोलन चल रहा है। लाखों लोग सड़क पर है और सरकार से लोहा ले रहे हैं। समाज और राजनीतिक उथल-पुथल पर बारीक़ नज़र रखने वालों की…
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा देश भर में पत्रकारों को बांटे जा रहे नारद पुरस्कारों की आखिर क्या मंशा है? इन पत्रकारों से संघ भविष्य में क्या उम्मीद रखता है? बचपन से हम…
क्या आपने इंडिया टुडे (अंग्रेज़ी) का 9 मई का अंक देखा है। इसमें सोहराबुद्दीन और इशरत जहाँ फ़र्ज़ी मुठभेड़ मामले में फँसे पूर्व आईपीएस डी.जी.वंजारा पर एक स्टोरी है। तमाम किंतु-परंतु के बीच यह…
ऊपर की फ़ेसबुक पोस्ट को ग़ौर से देखिये। दया सागर नाम के सज्जन हिमाचल प्रदेश में एक बड़े अख़बार के संपादक हैं। इनकी प्रोफाइल बता रही है कि…
राणा अयूब माया कोडनानी से एक दोपहर लंच के बाद शाम को मेरी बात हुई थी। उन्होंने अपने हाथ से सादा खाना बनाया था। इसमें कोई शक नहीं था कि मुस्लिम समुदाय को…
खोजी पत्रकार राणा अयूब के इस दावे ने तहलका के उनके पूर्व संपादकों को बेचैन कर दिया है कि उनकी खोजी रिपोर्ट ‘राजनीतिक दबाव’ में रोकी गई थी। तहलका की प्रबंध संपादक…