मीडियाविजिल प्रतिनिधि/ वाराणसी हिंदू आतंकवाद पर दिए बयान के लिए अभिनेता कमल हासन के खिलाफ बनारस की एक अदालत में दाखिल मुकदमे पर सुनवाई करते हुए 22 नवंबर, 2017 को सुनवाई के लिए…
साल भर पहले शास्त्रीय गायक और प्रखर विचारक टीएम कृष्णा को हिंदी पट्टी में परिचय की ज़रूरत रही होगी जब उन्हें मैग्सायसाय पुरस्कार से नवाज़ा गया था। आज उन्हें दिल्ली की हिंदीभाषी जनता…
करीब महीने भर पहले बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं से आधी रात के अंधेरे में मारपीट करने वाली बनारस की लंका थाना पुलिस चार साल पुराने एक मामले में बुरी तरह फंस गई…
भोपाल फर्जी मुठभेड़ की पहली बरसी पर आतंकवाद के नाम पर सेन्ट्रल जेल में बंद कैदियों के हालात और घटना पर रिहाई मंच की रिपोर्ट लखनऊ 31 अक्टूबर 2017: रिहाई मंच ने भोपाल फर्जी मुठभेड़ की…
“नहीं मिल रहा रेडियो को रेवेन्यू, जरूरत पड़ी तो आल इंडिया रेडियो को बेच देंगे- शहरयार” उपरोक्त उद्गार फैय्याज शहरयार के हैं। ये मन की बात उन्होंने तब कही जब यूनियन के सदस्य…
सोमवार, 30 अक्टूबर, 2017 की तारीख याद रखी जानी चाहिए। इसलिए नहीं कि जंतर-मंतर पर अपनी मांगों के समर्थन में जुटे पूर्व सैनिकों को पुलिस ने बेरहमी से खदेड़ कर भगा दिया। इसलिए…
जगदीश्वर चतुर्वेदी श्रीमती इंदिरा गांधी की हत्या के दिन सदमे में था जेएनयू ऐसा गम मैंने नहीं देखा बौद्धिकों के चेहरे गम और दहशत में डूबे हुए थे। चारों ओर बेचैनी थी ।…
सुप्रीम कोर्ट से सोमवार को उम्मीद लगाए बैठे कश्मीरी पंडितों को काफी निराश होना पड़ा। कश्मीर की विशिष्ट स्थिति से जुड़े अनुच्छेद 35ए को समाप्त किए जाने संबंधी चार याचिकाओं पर अदालत ने…
पंकज श्रीवास्तव समय हमेशा ही कठिन होता है, इसलिए यह नहीं कहूँगा कि पत्रकारों और पत्रकारिता के लिए यह समय बेहद कठिन है। गाँधी जी भी पत्रकारिता की स्थिति से बहुत निराश थे।…
मीडियाविजिल प्रतिनिधि / मुंबई क्या बिना कैमरे के कोई फोटो पत्रकार अपना काम कर सकता है? भारत सरकार मानती है कि हां, ऐसा मुमकिन है। इसकी तसदीक़ शनिवार को मुंबई में इंदिरा डॉकयार्ड…
ओम थानवी चुनावी माहौल में बात का बतंगड़ बनना नई बात नहीं है। चिदम्बरम शायद इसी का शिकार हुए हैं। नरेंद्र मोदी से लेकर स्मृति ईरानी तक ने उन्हें देश के टुकड़े करने…
व्यालोक अब चूंकि छठ बीत चुका है, धूल बैठ चुकी है, तो लगता है कि इस पर कुछ बात संभव हो सकती है। छठ के दौरान या पहले के कुछ दिनों में जिस…
अभिषेक श्रीवास्तव शुक्रवार तड़के बिलकुल फि़ल्मी अंदाज़ में ग़ाजि़याबाद के इंदिरापुरम इलाके से वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा की छत्तीसगढ़ पुलिस के द्वारा की गई गिरफ्तारी ने रायपुर के सियासी गलियारों में कयासों का…
ऐसा लगता है कि बीएचयू और विवादों का चोली-दामन का साथ है। बीएचयू वालों के कारनामे ही ऐसे हैं। नया विवाद है एक मंत्री जी के स्वागत में बीएचयू के अस्पताल में ऑपरेशन…
राजस्थान के अलवर में बीते अप्रैल गौरक्षक नामधारी गुंडों ने पहलू खान की पीट-पीट कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में तमाम आरोपियों को क्लीनचिट देते हुए क्लोजर रिपोर्ट दाखिल…
चंदन श्रीवास्तव छठ की कथा नहीं हो सकती, उसके गीत हो सकते हैं. गीत ही छठ के मंत्र होते हैं. छठ के गीतों में अपना कंठ मिलाइए तो छठ का मर्म मालूम होगा.…
वरिष्ठ पत्रकार संजय कुमार सिंह पिछले कुछ दिनों से जीएसटी का सच अपनी फेसबुक दीवार मुफ्त में बता रहे हैं। वे रोजाना जीएसटी के विरोध में छपने वाली खबरों का अनुवाद कर के…
झारखंड की रघुबर सरकार हज़ार दिन पूरे करने का जश्न बड़े पैमाने पर मना रही है। इस बीच एक ही हफ़्ते में चार ग़रीबों की भूख से मौत की ख़बर ज़मीनी हक़ीक़त बयान…
अभिषेक श्रीवास्तव बमुश्किल दो-ढाई हफ्ते पहले की बात है। मशहूर सरोद वादक पंडित विकास महाराज बनारस से दिल्ली आए हुए थे एक गुहार लेकर। यह गुहार बीते कई दशक से अनसुनी जाते-जाते एक…
पंकज श्रीवास्तव 24 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ में आयोजित बहुजन समाज पार्टी के मंडलीय कार्यकर्ता सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष मायावती ने एक ‘धमकी’ दी। उन्होंने कहा कि ‘अगर’ बीजेपी ने अपनी…
नवभारत टाइम्स, देश का नामी हिंदी अख़बार है। कभी राजेंद्र माथुर इसके संपादक थे तो इसकी प्रतिष्ठा भी थी। बहुत ज़्यादा थी। बहरहाल, समय के साथ उसने इसकी परवाह करनी छोड़ दी। कभी…
नीचे दो तस्वीरों को एक साथ पेश किया गया है। मूल तस्वीर में एबीपी संवाददाता जगविंदर पटियाल बाबा गुरमीत राम रहीम का इंटरव्यू ले रहे हैं। इंटरनेट पर मौजूद इस इंटरव्यू के प्रसारण…
सोमवार को तमिल फिल्म स्टार विशाल के घर जीएसटी इंटेलिजेंस टीम ने जो कथित छापा मारा, वह शायद देश में जीएसटी लागू होने के बाद का पहला छापा होता अगर मामला पूरे मीडिया…
मनोज कुमार राय संस्मरण लिखना एक कठिन विधा मानी जाती है,यदि वह ‘आब्जेक्टिविटी’ के साथ लिखी गई हो। आजकल संस्मरण और आत्मकथा लेखन की भरमार हो गई है। इनमें जातीय प्रधानता (दलित आत्मकथा)…
यह पत्र saveisbhu@gmail.com से आया है। संलग्न दस्तावेज़ों के विश्लेषण से निकले तथ्यों की सत्यता के आधार पर हम इसे छाप रहे हैं। बहुत संभव है भेजने वाला अपनी पहचान उजागर नहीं करना चाहता, लेकिन…