लखनऊ ने बताया कि नफ़रत फैलाने वालों के ख़िलाफ सड़क पर उतरने का समय आ गया है।
वाजपेयी ने कहना शुरू किया- “श्रीमान स्पीकर,हमें अभी-अभी यह खबर मिली है।’’ इस पर नागपुर से सांसद विलास मुत्तमवार ने टोका कि अभी नहीं ‘आधे घंटे पहले।’ टोकाटोकी से चिढ़े वाजपेयी बोले- ‘आपकी…
दुनिया भर में भारतीय मीडिया की ग़ैर-ज़िम्मेदाराना बयानबाज़ी और रिपोर्टिंग का मखौल उड़ रहा है.
कोई तो वजह होगी कि वक़ील होने के बावजूद महात्मा गाँधी ने आवाम को न्याय दिलाने के लिए कभी भी अदालत का दरवाज़ा नहीं खटखटाया?
काशी में तबाही के पहले चरण का आज प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन
पुलवामा में जैश-ए-मुहम्मद के दहला देने वाले फिदायीन हमले के बाद उम्मीद की जा रही थी कि पाकिस्तान की सरजमीं से संचालित हो रहे आतंकवाद के खिलाफ विश्वव्यापी तीखी प्रतिक्रिया होगी। माना जा…
समाजवादी जन परिषद के भुवनेश्वर सम्मेलन से ठीक पहले संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और नियमगिरि सुरक्षा समिति के जुझारू नेता लिंगराज आज़ाद की गिरफ्तारी की चौतरफा निंदा हो रही है। गौरतलब है कि…
बेरोज़गारी चरम पर है। शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। खेती में कोई सुधार नहीं है। अब ऐसे में राष्ट्रवाद ही प्रधानमंत्री के भाषण में कुछ नयापन पैदा कर सकता है। मगर इन नाकामियों…
वह इतिहासकार रामचन्द्र गुहा के बाद देश के दूसरे बड़े इंटिलेक्चुअल थे जिन्होंने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को फासिस्ट मानने से इंकार कर दिया था।
चंद्र प्रकाश झा भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने स्पष्ट कहा है कि 17 वीं लोक सभा के चुनाव ‘समय पर’ होंगे. जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में फ़िदायीन आतंकी हमला और…
उत्तेजित भीड़ रिपब्लिक चैनल की ओबी वैन को जलाने के चक्कर में थी तब तक पटना कोतवाली पुलिस पहुँच गयी
इस देश की करोड़ों-करोड़ जनता आज भी सोशल मीडिया से दुनिया नहीं देखती
मुझे याद है, वर्षों पूर्व जब मैं जनसत्ता में था तो आठ कॉलम में बैनर हेडलाइन बनी थी – दाउद मारा गया।
दास मलूका शाखा बाबू आसन्न युद्ध की खुशी से झूम रहे थे। आखिरकार पाकिस्तान पर अटैक की उनकी भविष्यवाणी मोदी ने सच साबित कर दिखाई। याद करिए पिछला एपीसोड जब दास…
वर्तमान घटनाक्रम पर एक अगंभीर टिप्पणी
पुलवामा की त्रासदी को अपने तुच्छ राजनीतिक फायदों के लिए इस्तेमाल किया।
विकास के नाम पर विस्थापन की प्रक्रिया आदिवासियों को संविधान के अनुच्छेद 21 द्वारा प्रद्दत जीवन जीने के मूल अधिकार का उल्लंघन है
सभी पुलिस थानों में मजदूरों ने देश के प्रधानमंत्री से योजना के विभिन्न मदों में भुगतान के लिए 25000 करोड़ रुपये तुरंत जारी किये जाने की मांग की
आखिर हर बार मोदी की बनारस यात्रा से पहले मौतें क्यों होती हैं?
24 फरवरी को इसके प्रकाशित होने के बाद भारत ने कथित रूप से पाकिस्तान पर हमला किया।
उस वक्त पुलिस खुद पीडि़ता को ही पकड़ कर थाने में ले आई थी और दबंग आरोपियों के राजनीतिक दबाव में एफआइआर लिखने से बच रही थी
धवार को विंग कमांडर अभिनंंदन के पाकिस्तानी सेना के हाथ पड़ जाने की खबर छिपाने में जुटे भारतीय चैनल शुक्रवार को इमरान खान के ऐलान के बाद "भारत की कूटनीतिक जीत" और "झुक…
विश्व बैंक जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं कानून से बड़ी नहीं हैं- अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला
ख़ुद को हमेशा जीतनेवाला और बेहतरीन सौदे करनेवाला कहनेवाले ट्रंप अपने ही पुराने सहयोगी कोहेन के आरोपों से कैसे बचेंगे, यह देखना बहुत दिलचस्प होगा
आप चुनावी सभा में प्रकट हुए जहां देश ने शहादत की मार्केटिंग का सबसे अश्लील चेहरा देखा।