Oxfam Report: कोरोना काल में देश के अमीरों की दौलत हुई दोगुनी, 99% लोग हुए और गरीब

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कोविड-19 के इंफेक्शन से दुनियाभर में करीब 60 लाख लोगों की मौत हुई और हजारों लोगों की नौकरी चली गई। कई देशों की अर्थव्यवस्था का बुरा हाल है। कोरोना महामारी के संकट काल में एक ओर जहां गरीबों के सामने खाने का संकट पैदा हो गया है वहीं दूसरी ओर अमीर लोगों की संपत्ति में जोरदार इजाफा हुआ है।  वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस एजेंडा से पहले रविवार को जारी ऑक्सफैम की रिपोर्ट, “इनइक्वलिटी किल्स”, में ये बाते कहीं गई है।

160 मिलियन और ज्यादा लोग गरीबी की दलदल में..

इस रिपोर्ट के अनुसार, महामारी के दौरान आय का अंतर और बढ़ गया, जिसके परिणामस्वरूप 2021 में भारत में 84% परिवारों की आय में गिरावट आई, साथ ही साथ भारतीय अरबपतियों की संख्या 102 से बढ़कर 142 हो गई। महामारी के दौरान तकरीबन हर दिन एक नया अरबपति तैयार हुआ, जबकि दुनिया की 99 फीसदी आबादी पर लॉकडॉउन, अंतरराष्ट्रीय व्यापार में मंदी और कम यातायात की कड़ी मार पड़ी। इसके चलते 160 मिलियन और ज्यादा लोग गरीबी की दलदल में चले गए।

देश में अरबपतियों की संख्या में 39 फीसदी की दर से तेजी..

ऑक्सफैम के मुताबिक, देश में अरबपतियों की संख्या में 39 फीसदी की दर से तेजी आई है और 40 नए अरबपति बने। इससे साफ है की भारत का गरीब और गरीब होता गया और अमीर और अधिक अमीर हुआ। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि महामारी के दौरान मार्च 2020 से 30 नवंबर, 2021 तक भारतीय अरबपतियों की संपत्ति 23.14 लाख करोड़ रुपये यानी 313 अरब डॉलर से बढ़कर 53.16 लाख करोड़ रुपये यानी 719 अरब डॉलर तक हो गई है। वहीं, 4.6 करोड़ से अधिक भारतीयों के 2020 में और ज्यादा गरीबी में गिरने का अनुमान है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार ये पूरी दुनिया में नए गरीबों का लगभग आधा हिस्सा है।

राष्ट्रीय संपत्ति में नीचे की 50% आबादी का हिस्सा मात्र 6%

भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की सामूहिक संपत्ति 57.3 लाख करोड़ रुपये ( 775 बिलियन अमरीकी डालर) के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई। जबकि इसी साल, राष्ट्रीय संपत्ति में नीचे की 50% आबादी का हिस्सा मात्र 6 प्रतिशत था। रिपोर्ट में बताया गया है कि जैसे-जैसे कोविड का प्रसार भारत में हुआ, देश के स्वास्थ्य बजट में 2020-21 के संशोधित अनुमान से 10% की गिरावट देखी गई।

कोरोना काल में बढ़ी गौतम अडानी की संपत्ति..

एक रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी की संपत्ति में पिछले साल सबसे ज्यादा उछाल देखा गया है। अडानी की पिछले साल भारत में सबसे ज्यादा संपत्ति थी और दुनिया भर में उन्होंने अपनी संपत्ति में पांचवीं सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की। गौतम अडानी की संपत्ति में 42.7 अरब डॉलर और जुड़ गए, इससे उनकी संपत्ति अब 90 अरब डॉलर हो गई है। 2021 में मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 13.3 बिलियन डॉलर चढ़ गई और और अब यह 97 अरब डॉलर हो गई है।

अरबपतियों के पास संयुक्त संपत्ति लगभग 720 अरब डॉलर..

बढ़ती असमानता पर रिपोर्ट में कहा गया कि देश के अरबपतियों के पास संयुक्त संपत्ति लगभग 720 अरब डॉलर (करीब 53 लाख करोड़ रुपये) है, जो कि देश की सबसे गरीब 40% आबादी से अधिक है। बता दें कि ऑक्सफैम ने अपनी हालिया जारी रिपोर्ट में यह सिफारिश की है कि केंद्र सरकार को स्वास्थ्य और शिक्षा में निवेश करने के लिए देश की सबसे अमीर 10 % आबादी पर 1% सरचार्ज लगाना चाहिए। रिपोर्ट में विशेषज्ञों ने कहा है कि देश के टॉप-10 रईसों के पास इतनी दौलत मौजूद है कि वे देश के सभी स्कूलों और कॉलेजों को अगले 25 सालों तक फंड कर सकते हैं।

बेरोजगारी पिछले मई में 15 फीसदी तक बढ़ गई..

रिपोर्ट के अनुसार, भारत, जहां शहरी बेरोजगारी पिछले मई में 15 फीसदी तक बढ़ गई थी और खाद्य असुरक्षा खराब हो गई थी, अब फ्रांस, स्वीडन और स्विटजरलैंड की तुलना में अधिक अरबपति वाला देश बन चुका है।

यह है दुनिया के 10 सबसे अमीर..

दुनिया के 10 सबसे अमीर लोगों की बात करें तो फोर्ब्स के आंकड़ों के के हिसाब से, एलोन मस्क, जेफ बेजोस, बर्नार्ड अरनॉल्ट एंड फैमिली, बिल गेट्स, लैरी एलिसन, लैरी पेज, सर्गेई ब्रिन, मार्क जुकरबर्ग, स्टीव बाल्मर और वॉरेन बफे दुनिया के 10 सबसे अमीर व्यक्ति हैं। मार्च 2020 और नवंबर 2021 के बीच संयुक्त रूप से इनकी संपत्ति $700 बिलियन से बढ़कर $1.5 टिलियन हो गई।

 


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