बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने ‘कूल’ वक्तव्य के लिए भी जाने जाते हैं. उनके सौम्य भाषण शैली को उनके विरोधी भी तारीफ़ करते नहीं थकते हैं. लेकिन इस बिहार विधानसभा चुनाव में उनके बोल बिगड़ते दिख रहे है. आज उन्होंने बेगुसराय जिले के तेघड़ा विधानसभा सीट पर पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में सभा करने पहुचें थे. सभा के संबोधन के दौरान अपनी मर्यादा को भुल गये और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव का बगैर नाम लिए ही भला-बुरा कह डाला. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा, “अगर पढ़ना चाहते चाहते हो तो अपने बाप से पूछो..अपनी माता से पूछो कि कहीं कोई स्कूल था, कहीं कोई स्कूल बन रहा था, कहीं कोई कॉलेज बना था? जरा पूछ लो! राज करने का मौक़ा मिला तो ग्रहण करते रहे और जब अंदर चले गये तो पत्नी को बैठा दिया गद्दी पर.”
लालू-राबड़ी शासन पर निशाने साधते हुए सीएम नीतीश कुमार ने पूछा, जब लोगों को मौक़ा मिला तो क्या किए, एक स्कूल बनाया था? आगे उन्होंने कहा, यही सब तो चल रहा रहा था, उसके बाद आज बता दो, कोई गड़बड़ करने वाला आदमी हैं! कहां कोई गड़बड़ है? आज कोई गड़बड़ करने वाला आदमी होगा तो अंदर जाएगा. आप लोगों के बीच कोई उल्टा-पुल्टा काम नहीं कर सकेगा.
नितीश कुमार यही नहीं रुके. इस चुनावी सभा को जब वे संबोधित कर रहे थे, उसी बीच कुछ लोग हंगामा करने लगे और तेजस्वी यादव का नाम लेने लगे. जिसके बाद नीतीश कुमार भड़क गए और कहा कि मत देना….तुम लोग मत देना (वोट). तुम 15-20 लोग हो. यहाँ हजारों लोग हैं. भीड़ के तरफ अपना एक हाथ उठाते हुए कहा कि एक बार फिर आप लोग अपना हाथ उठा लीजिए. और भीड़ विरोध कर रहे युवाओं से कहा कि देख लो..देख लो….अरे देखों न पीछे अगल-बगल देखो न, तो तुम लोगों को समझ में आ जायेगा. आगे उन्होंने, फिर से विपक्ष के नेताओं के तरफ इशारा करते हुए कहा कि तुम लोग जिसके लिए कर रहे हो, ये सब लोग तुम लोगों का पूरा जवाब दे देंगे. और उन लोगों का हाल ठीक-ठाक कर देंगे और उनका बुरा हाल कर देंगे.
ज्ञात हो कि इससे पहले भी परसा के एक चुनावी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भड़क उठे थे और कह डाला था कि तुमको वोट नहीं देना है, तो मत दो. इस सभा का संबोधन वे लालू यादव की करीबी रहे और राजद के पूर्व नेता चंद्रिका राय के समर्थन में करने गये थे. जिसके दौरान सभा से कुछ लोगों ने लालू प्रसाद यादव के लिए जिंदाबाद के नारे लगाने लगे थे.