मालेगांव धमाकों की मुख्य आरोपी और भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर का नाम रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति में शामिल किया गया है। समिति में कुल 21 सदस्य हैं और इसके प्रमुख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हैं।
Pragya Thakur has been nominated to the Parliamentary Consultative Committee of the Ministry of Defence https://t.co/9UsRVD0EM8
— Outlook India (@Outlookindia) November 21, 2019
साध्वी प्रज्ञा के कमेटी में शामिल किए जाने को कांग्रेस पार्टी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। कमलनाथ सरकार में मंत्री पीसी शर्मा ने इसकी निंदा की है, उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में फर्क है।
Pragya Thakur, a terror accused & Godse fanatic has been nominated by the BJP govt. to be a member of the Parliamentary Panel on Defence. This move is an insult to our nation's defence forces, to our nation's esteemed parliamentarians & to every Indian. https://t.co/OqX4wGA4Dk
— Congress (@INCIndia) November 21, 2019
कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने ट्वीट किया कि प्रज्ञा ठाकुर को डिफेंस कमेटी में शामिल किया गया है। बीजेपी सरकार ने नेशनलिज्म को नया मॉडल दिया है, बम ब्लास्ट मामले में ट्रायल पर चल रहीं नेता को डिफेंस मामलों की कमेटी में शामिल किया गया। चिंता की कोई बात नहीं, भारत माता की जय।
Pragya Thakur is nominated to “Parliamentary Panel on Defence” -BJP Govt just gave the world a new model of “Nationalism” by appointing an under-trial in a bomb blast case as a consultant on defence issues-but don’t worry rest is fine, Bharat Mata Ki Jai! https://t.co/6bBM3domaL
— Jaiveer Shergill (@JaiveerShergill) November 21, 2019
सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील और मानवाधिकार कार्यकर्त्ता प्रशांत भूषण ने भी इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया है।
Pragya Thakur Nominated to Parliamentary Panel on Defence.
Modi said he couldn't forgive the Malegaon blasts case accused after she termed Nathuram Godse a 'patriot'. But of course a terror accused is the most suitable person for deciding country's defence https://t.co/QmUKuoQNXc— Prashant Bhushan (@pbhushan1) November 21, 2019
लोकसभा चुनाव के दौरान जब साध्वी प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था, तो विपक्ष ने काफी हंगामा किया था। बढ़ते विवाद के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बयान दिया था कि वह कभी भी साध्वी प्रज्ञा को मन से माफ नहीं कर पाएंगे।