मशहूर पत्रकार एन.राम और शशि कुमार ने पेगासस जासूसी कांड की जाँच की माँग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में इस जासूसी कांड की हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के किसी रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में स्वतंत्र जाँच कराने की माँग की गयी है। याचिका में कहा गया है कि पेगासस के ज़रिये पत्रकारों, वकीलों, मंत्रियों, विपक्षी नेताओं और सामाजिक जीवन में सक्रिय नागरिकों की अवैध तरीक़े से जासूसी की गयी।
याचिका में कहा गया है कि अमेरिका का ‘वाशिंगटन पोस्ट’ और ‘फ्रंटलाइन’, इंग्लैंड का ‘द गार्जियन’, फ्रांस का ‘ल मोंदे’ और ‘रेडियो फ्रांस’, इजरायन का ‘हारेट्ज़’ और भारत का ‘द वायर’ जैसे तमाम प्रकाशन समूहों ने इस मामले की वैश्विक स्तर पर हुई जाँच के बाद खुलासा किया है कि भारत में 142 लोगों को इस जासूसी कांड का निशाना बनाया गया जिसमें वकील, पत्रकार, मंत्री, विपक्षी नेता, संवैधानिक पदों पर बैठे लोग और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हैं।
याचिका में सुप्रीम कोर्ट से मांग की गयी है कि वह केंद्र सरकार को निर्देश दे कि वह सरकार या उसकी एजेंसियों द्वारा पेगासस साफ्टवेयर की ख़रीद और उसके इस्तेमाल की बाबत जानकारी दे।