इस वक्त हम 21वीं शताब्दी में है। आज के समय में देश में विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है की हमारी पहुंच चांद और मंगल तक भी पहुंच गई है। विज्ञान की उन्नतियों से आज हम इतने आगे है की हमे पहले ही पता लग जाता है की तूफान कब आयेगा, मौसम किस दिन कैसा रहेगा, बारिश किस वक्त होगी, लेकिन आज भी कुछ ऐसे लोग हमारे बीच मौजूद हैं जो अंधविश्वास की एक अलग ही दुनियां में जी रहे हैं। ऐसा एक मामला मध्य प्रदेश के बानिया गांव से सामने आया है। यहां ग्रामीणों ने बारिश होने के लिए नाबालिग बच्चियों को निर्वस्त्र गांव में घुमाया। उनका मानना है की ऐसा करने से वर्षा देवता खुश हो जायेंगे और गांव में बारिश होगी।
बारिश की कामना में शर्मनाक काम..
दरअसल, बनिया गांव और आसपास के इलाके में सूखे जैसे हालात हैं। ऐसे में स्थानीय लोग बारिश के देवता को प्रसन्न करने के लिए परंपराओं में विश्वास करते हैं। इसी के चलते ग्रामीणों ने क्षेत्र में बारिश की कामना के लिए यह कृत्य किया। उनका मानना है कि इससे बारिश के देवता खुश होंगे और बारिश होगी। बता दे की यह शर्मनाक हरकत गांव वालो ने रविवार की है।
NCPCR ने प्रशासन से मांगा जवाब..
यह घटना जबेरा पुलिस थाना क्षेत्र के बानिया गांव में हुई। यह दमोह जिला मुख्यालय से 50 किलोमीटर दूर है। इस मामले के सामने आने के बाद राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने नोटिस जारी कर दमोह जिला प्रशासन से 10 दिन में जवाब मांगा है।
निर्वस्त्र कर बच्चियों का फिल्मांकन किया…
इस मामले में दमोह पुलिस ने नाबालिग बच्चियों को निर्वस्त्र घुमाने के आरोप में छह महिलाओं सहित आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शुक्रवार को पुलिस ने इस घटना के बारे में जानकारी दी कि आठ आरोपियों ने छह नाबालिग लड़कियों के कथित तौर पर निर्वस्त्र किया और उनका फिल्मांकन किया।
इन धाराओं में मामला दर्ज..
दमोह एसपी तेनिवार ने बताया कि आठों आरोपियों के खिलाफ गुरुवार रात पोक्सो, बाल संरक्षण अधिनियम और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. एएसपी शिव कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
आज के समय में इस तरह की मानसिकता के लोग समाज में अंधविश्वास को बढ़ावा देते है। लड़कियों, मासूम बच्चियों के साथ ऐसे भी देश में शहरों से लेकर गावों तक रेप के मामले बाढ़ रहे हैं। आज देश में ऐसी कोई ऐसा कोना, कोई शहर नही है जहां दुष्कर्म की घटना न होती हो। ऐसे में इस तरह से बच्चियों पर नग्न कृत्य दुष्कर्म की घटनाओं को और बढ़ावा दे सकते है। इस लिए राज्य सरकार को इस मामले में ज़री भी ढील नही देनी चाहिए और ऐसी तुच्छ मानसिकता के लोगों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलवानी चाहिए।