अरबपति गौतम अडानी के नेतृत्व में अदाणी ग्रुप ने गुजरात के मुंद्रा पोर्ट स्थित डीपी वर्ल्ड टर्मिनल से दो कंटेनरों यानी 3 हजार किलो हेरोइन की जब्ती पर अपनी सफाई दी है। बता दें की ड्रग्स की यह खेप 16 सितंबर 2021 को केंद्रीय राजस्व खुफिया (Directorate of Revenue Intelligence) एवं सीमा शुल्क निदेशालय ( Directorate of Customs) के संयुक्त अभियान में पकड़ी गई थी। यह अब तक की पकड़ी गई हेरोइन की सबसे बड़ी खेप है, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 12 से 15 हजार करोड़ रुपये तक बताई जा रही है। यह हेरोइन अफगानिस्तान से इम्पोर्ट कर भारत लाई गई थी। इस मामले में अब तक 5 लोगो को गिरफ्तार किया जा चुका है जिनमें कुछ अफगानिस्तानी भी शामिल है।
दरअसल, मुंद्रा पोर्ट का मालिकाना हक अडानी पोर्ट के पास है। अडानी पोर्ट गौतम अडानी की कंपनी है। इस लिए इस मामले में गौतम अडानी पर सवाल खड़े हो रहे है कि आखिर उनके ही पोर्ट पर ड्रग्स क्यों आए? अब ड्रग्स बरामदगी पर अदाणी समूह का बयान सामने आया है। जिसमे कहा गया है की पोर्ट ऑपरेटर कंटेनर की जांच नही कर सकता है।
कंटेनर की पोर्ट के ऑपरेटर जांच नहीं कर सकते…
मंगलवार को अडाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा- “मैं अवैध ड्रग्स और आरोपियों को पकड़ने के लिए DRI और कस्टम की टीमों को धन्यवाद और बधाई देना चाहता हूं।” उन्होंने कहा कि “देशभर में कंटेनर की पोर्ट के ऑपरेटर जांच नहीं कर सकते हैं। पोर्ट को चलाने में उनकी भूमिका सीमित है.” कंपनी ने बयान में आगे कहा कि हमें पूरी उम्मीद है कि इस बयान से अडानी ग्रुप के खिलाफ सोशल मीडिया पर चलाए जा रहे प्रेरित, द्वेषपूर्ण और झूठे प्रचार पर रोक लगेगी। APSEZ एक पोर्ट ऑपरेटर है जो शिपिंग लाइनों को सेवाएं प्रदान करता है।
बता दें कि करीब 3 हजार किलोग्राम हेरोइन जब्त होने के बाद से ही लगातार सोशल मीडिया पर जनता से लेकर विपक्ष तक सरकार और गौतम अडानी पर हमला कर रहे हैं। जिसके बाद ही समूह ने कहा कि पोर्ट ऑपरेटर कंटेनर की जांच नही कर सकता है। ऑपरेटर की भूमिका बंदरगाह चलाने तक ही सीमित है । किसी भी पोर्ट के पास यह अधिकार नहीं है और न ही ऐसा कोई नियम है कि वह एक-एक कंटेनर खोल कर देखें।
सरकार की नाक के नीचे फल फूल रहा ड्रग कार्टल…
इस हीरोइन बरामदगी मामले पर पूर्व आईएएस अधिकारी ने भी ट्वीट कर सरकार पर कई सवाल उठाए है। साथ ही कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया है, उन्होंने कहा है कि, अडानी मुंद्रा पोर्ट पर 3,000 किलो हेरोइन ड्रग्स – कीमत 21,000 करोड़ रुपए- पकड़े जाने के बाद अब दुनिया का सबसे बड़ा हेरोइन ड्रग्स मामला सामने आया है। देश में एक बहुत बड़ा ड्रग कार्टल है, जो सरकार की नाक के नीचे फल फूल रहा है।
अडानी मुंद्रा पोर्ट पर 3,000 किलो हेरोइन ड्रग्स – कीमत 21,000 करोड़ रुपए- पकड़े जाने के बाद अब दुनिया का सबसे बड़ा हेरोइन ड्रग्स मामला सामने आया है।
देश में एक बहुत बड़ा ड्रग कार्टल है, जो सरकार की नाक के नीचे फल फूल रहा है 👇🏼 pic.twitter.com/IHUNZaBjVV
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) September 22, 2021
“पूछते रहो,मुद्दा दबना नहीं चाहिए”
पूर्व आईएस सूर्य प्रताप सिंह ने भी इस मामले पर लगातार कई ट्वीट किए हैं। उन्होंने ट्विट के जरिए जनता से अपील भी की है कि यह मामला दबना नही चाहिए। सूर्य प्रताप ने सरकार से कई तीखे सवाल भी किए है उन्होंने कहा, देश में ‘नार्कोटिक सिंडिकेट’ का मुखिया कौन? मित्रों, मुद्दा दबना नहीं चाहिए,पूछते रहो,विचार रखते रहो।
देश में ‘नार्कोटिक सिंडिकेट’ का मुखिया कौन?
मित्रों, मुद्दा दबना नहीं चाहिए,पूछते रहो,विचार रखते रहो।#21000Crore_DrugNexus— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) September 21, 2021
वहीं सरकार पर तंज कसते हुए पूर्व आईएस सूर्य प्रताप सिंह ने कई ट्वीट किए जिसमे उन्होंने कहा है, “मोदी जी देश बेचें, आप अड्डा…नी से नशा खरीदने के लिए अपना घर बाहर बेच दो। लो बन गए विश्वगुरु,आर्यवर्त!”
मोदी जी देश बेचें, आप अड्डा…नी से नशा खरीदने के लिए अपना घर बाहर बेच दो।
लो बन गए विश्वगुरु,आर्यवर्त!#अडानी_पोर्ट_वापस_करो— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) September 22, 2021
पूर्व आईएस ने सरकार के विमुद्रीकरण पर कटाक्ष करते हुए कहा, काला धन वापिस लाने का वादा किया था, ले आए सफ़ेद ज़हर।
न्यू इंडिया-आत्मनिर्भर नशेड़ी भारत।#अडानी_पोर्ट_वापस_करो
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) September 22, 2021
इस मामले में राजनीति भी गरमाई हुई है, क्योंकि 3 हज़ार किलो ड्रग्स की तस्करी का यह कोई छोटा मामला नही है। इसपर सरकार पर सवाल उठने लाज़मी है, आखिर देश के अरबपति उद्योगपति का नाम भी इस मामले में शामिल है और क्या बिना राजनीतिक संरक्षण के इतनी बड़ी ड्रग्स की तस्करी होना मुमकिन है? यह सवाल भी बना हुआ है। वहीं सरकार की ओर से इन मामले में किस स्तर पर जांच चलाई जा रही है यह तो कुछ दिनों में साफ हो ही जायेगा।