पुलवामा में जैश-ए-मुहम्मद के दहला देने वाले फिदायीन हमले के बाद उम्मीद की जा रही थी कि पाकिस्तान की सरजमीं से संचालित हो रहे आतंकवाद के खिलाफ विश्वव्यापी तीखी प्रतिक्रिया होगी। माना जा…
बेरोज़गारी चरम पर है। शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। खेती में कोई सुधार नहीं है। अब ऐसे में राष्ट्रवाद ही प्रधानमंत्री के भाषण में कुछ नयापन पैदा कर सकता है। मगर इन नाकामियों…
वह इतिहासकार रामचन्द्र गुहा के बाद देश के दूसरे बड़े इंटिलेक्चुअल थे जिन्होंने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को फासिस्ट मानने से इंकार कर दिया था।
चंद्र प्रकाश झा भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने स्पष्ट कहा है कि 17 वीं लोक सभा के चुनाव ‘समय पर’ होंगे. जम्मू- कश्मीर के पुलवामा में फ़िदायीन आतंकी हमला और…
इस देश की करोड़ों-करोड़ जनता आज भी सोशल मीडिया से दुनिया नहीं देखती
मुझे याद है, वर्षों पूर्व जब मैं जनसत्ता में था तो आठ कॉलम में बैनर हेडलाइन बनी थी – दाउद मारा गया।
दास मलूका शाखा बाबू आसन्न युद्ध की खुशी से झूम रहे थे। आखिरकार पाकिस्तान पर अटैक की उनकी भविष्यवाणी मोदी ने सच साबित कर दिखाई। याद करिए पिछला एपीसोड जब दास…
वर्तमान घटनाक्रम पर एक अगंभीर टिप्पणी
पुलवामा की त्रासदी को अपने तुच्छ राजनीतिक फायदों के लिए इस्तेमाल किया।
24 फरवरी को इसके प्रकाशित होने के बाद भारत ने कथित रूप से पाकिस्तान पर हमला किया।
ख़ुद को हमेशा जीतनेवाला और बेहतरीन सौदे करनेवाला कहनेवाले ट्रंप अपने ही पुराने सहयोगी कोहेन के आरोपों से कैसे बचेंगे, यह देखना बहुत दिलचस्प होगा
आप चुनावी सभा में प्रकट हुए जहां देश ने शहादत की मार्केटिंग का सबसे अश्लील चेहरा देखा।
कर्मचारी संघ ने इसके विरुद्ध भूख हड़ताल करने का फैसला भी किया था, लेकिन उनकी सुनता कौन है?
करीब एक दर्ज़न भर दल एनडीए से अलग हो चुके है। बहरहाल, देखना है कि अगले आम चुनाव में भाजपा गठबंधन और बिखरता है या फिर सुदृढ़ होता है। जाहिर है कि इसमें…
2019 के चुनाव में उत्तर प्रदेश का मुस्लिम विशेष कर पसमांदा मुस्लिम तय करेगा कि उसे अभी भी कोई राक स्टार चाहिये या अपनी आबादी के अनुपात में हिस्सेदारी
कुंभ में खींची गई इस ऐतिहासिक फोटो के रेशे पाखंड से बने हुए हैं
ह्रदयेश जोशी सफाई कर्मचारी आंदोलन के संस्थापक और रमन मैग्सेसे अवॉर्ड विजेता बेजवाड़ा विल्सन का कहना है कि कुम्भ में सफाईकर्मियों के पैर धोना असंवैधानिक है। यह उन्हें तुच्छ दिखाकर खुद को महिमामंडित…
वनधिकार कानून के खिलाफ आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कानूनी पड़ताल
महामना की यूनिवर्सिटी में ऐसा गया गुज़रा प्रोफेसर होगा, हमने कल्पना नहीं की थी।
उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का मिलों पर बकाया 9,453.65 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है
याचिकाकर्ताओं ने देश की सबसे बड़ी अदालत को अपने भ्रमित तर्कों से आदेश देते समय दिग्भ्रमित किया या इस आदेश को तीन महत्वपूर्ण न्यायाधीशों के विवेक की उपज माने जिन्हें दुनिया में अपनाए…
सरकार से सवाल पूछना पाप है और अगर आपने ऐसा किया तो आप सबसे बड़े पापी।
भारत यूरिया की खपत में सिर्फ 10 प्रतिशत की कमी ले आए, जो कि मुमकिन है, तो पांच साल के औसत के हिसाब से यूरिया के आयात पर ही 5,680 करोड़ की बचत…
गणपत सिंह वसावा ने कहा है कि पुलवामा हमला का बदला लेने के लिए पाकिस्तान के खिलाफ तत्काल जवाबी कार्रवाई जरूरी है, चाहे इसके लिए आगामी लोक सभा चुनाव विलंब से कराने पड़ें।
गरीबों की संख्या बढ़ने लगे तो गरीबी रेखा को नीचे ले जाइये, जी.डी.पी.का डाटा परेशान करे तो उसे संशोधित कीजिये, केवल अपने कार्यकाल के आंकड़े बढ़ाने का विकल्प ही नहीं है, पिछली सरकारों…