सोमवार 31 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण 2022 देश के सामने रखा। आर्थिक सर्वेक्षण ने वित्त वर्ष 2022-23 की वास्तविक जीडीपी वृद्धि 8 से 8.5% रहने का अनुमान लगाया है।
इस आर्थिक सर्वेक्षण के जरिए वित्त मंत्री ने पिछले एक साल के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था ने कैसे प्रगति की है इसका लेखा जोखा पेश किया। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि यदि आवश्यक हो तो सरकार के पास अतिरिक्त सहायता के लिए स्थान है। इसके अलावा अगले वित्त वर्ष में विकास के मुख्य बिंदुओं के रूप में वैक्सीन कवरेज, कैपेक्स और निर्यात पर ध्यान दिया गया है।
अगले वित्त वर्ष में विकास को समर्थन देने के लिए पूंजीगत खर्च में तेजी लाने के लिए मजबूत एक्सपोर्ट ग्रोथ और राजकोषीय स्थान की उपलब्धता होगी। वहीं अर्थव्यवस्था की रिकवरी में मदद के लिए निजी क्षेत्र का निवेश वित्तीय प्रणाली के साथ अच्छी स्थिति में होगा।