जब भी कभी देश में हेट क्राइम, लिंचिंग, गो-आतंकवाद की कोई घटना होती है और उस पर बहस होती है तो दक्षिणपंथियों सहित मीडिया का एक तबका अचानक सेक्युलर लोगों पर टूट पड़ता है। दलील दी जाती है कि इक्का-दुक्का घटनाओं पर जबरन हंगामा मचाया जा रहा है। ऐसे अपराधों के सही आंकड़ों के अभाव में इन्साफ की बात करना भी मुश्किल हो जाता है. ऐसे में लम्बे समय से यह महसूस किया जा रहा था कि देश में हेट क्राइम का एक मुकम्मल डेटा बैंक होना चाहिए और केस का स्टेटस, FIR की कॉपी से लेकर वकील तक से सम्पर्क करने का कोई न कोई चैनल होना चाहिए।
नागरिक समाज के कुछ लोगों ने इस कमी को गम्भीरता से समझा और इस समस्या के समाधान के लिए बड़ी मशक्कत के बाद एक नई वेबसाइट DATA OF THE OPPRESSED (DOTO DATABASE) नाम की वेबसाइट बनाकर हेट क्राइम के जुड़े आँकड़े एक जगह एकत्र किये हैं। इस वेबसाइट पर जाकर हेट क्राइम से जुडे आँकड़े प्राप्त किये जा सकते हैं। इस वेबसाइट के माध्यम से किसी भी घटना से जुड़ी जानकारी मसलन उस केस की कार्रवाई उससे सम्बंधित पक्ष की सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
dotodatabase.com की औपचारिक शुरुआत 7 मार्च, 2018 को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब के सभागार में की गई। dotodatabase.com पर उपलब्ध हर केस से जुड़ी सिलसिलेवार जानकारी, देशभर में हेट क्राइम की वास्तविक तस्वीर और उसके वास्तविक रूप में सामने लाने का सार्थक प्रयास है।
इस वेबसाइट के जरिए अपराध की श्रेणी से लेकर पीड़ित पर उसका क्या प्रभाव पड़ा समेत तमाम जानकारी एक जगह एकत्र की गई है।