SSC के छात्रों ने किया सरकार को आगाह, 31 मार्च को ‘युवा हल्‍ला बोल’ से गरमाएगी दिल्‍ली

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पिछले एक महीने से चल रहा एसएससी के उम्मीदवारों का आन्दोलन अब जोर पकड़ता जा रहा है। दिल्ली में एसएससी के सामने हजारों की तादाद में जमे हुए छात्रों ने आगामी 31 मार्च को एक विशाल रैली निकालने की योजना बनाई है और इसे ”युवा हल्‍ला बोल” का नाम दिया है। इसी आयोजन की सूचना और एसएससी आंदोलन की अपडेट के लिए दिल्‍ली के प्रेस क्‍लब ऑफ इंडिया में छात्रों की कमेटी ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस आयोजित की।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में छात्रों ने ऑनलाइन पेपर में छेड़खानी कर पेपर आउट करने के सुबूत पेश किये। छात्रों का कहना है कि यूपी एसटीएफ ने भी कहा है कि ऑनलाइन पेपर के दौरान छेड़खानी संभव है लेकिन एसएससी इसको मानने को तैयार नहीं है।

छात्र आन्दोलन की अगुवाई कर रही नवोदिता ने मीडियाविजिल को बताया कि सरकार आन्दोलन को तोड़ने के लिए सभी प्रकार के हथकंडे अपना रही है। महिलाओं के लिए लगाए गये मोबाईल टॉयलेट हटा दे रही है तो कभी मैट्रो स्टेशन बंद कर दिए जाते हैं। विकास कुमार का कहना है कि अभी हाल ही में यूपी एसटीएफ ने एसएससी के पेपर में नकल या पेपर आउट कराकर लोगों का सेलेक्‍शन कराने वाले गिरोह को पकड़ा है जो लड़कों से पैसे लेकर उनको पास कराने की गारंटी लेता था। गिरोह के सदस्यों के पास से कई लाख रुपए, गाड़ी और पास कराये जाने वाले छात्रों के प्रवेश पत्र बरामद किए गये हैं।

छात्रों का यह आन्दोलन एसएससी द्वारा आयोजित ग्रेजुएशन लेवल की एसएससी परीक्षाओं में हो रही धांधली के खिलाफ है। अपने घर-गाँव से निकल कर एक सरकारी नौकरी हासिल करने की चाहत में छात्र दिन-रात एक करके पढ़ाई करते हैं। ऐसे में उनके सपने घोटालों की भेंट चढ़ रहे हैं। ध्‍यान रहे कि 17 फरवरी से 21 फरवरी तक हुई एसएससी टियर-2 की परीक्षा के पेपर आउट हुए, लेकिन परीक्षा सिर्फ 21 तारीख की रद्द करवाई गई। छात्रों का कहना है कि पिछले कुछ समय से परीक्षा हॉल में प्रवेश से पहले सख़्त जाँच के बावजूद एसएससी की परीक्षाओं के क्वेश्चन पेपर और आंसरशीट के स्क्रीनशॉट बाहर आ रहे हैं और सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं।

छात्रों का कहना है कि सरकार ने सीबीआई जांच की मांग मान ली है, लेकिन इसका कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया कि वह सीबीआई जांच कराएगी। छात्र कमेटी के सदस्य जयप्रकाश का कहना है कि जब तक सरकार और एसएससी लिखित तौर पर आश्वासन नहीं देती छात्र पीछे नहीं हटेंगे। उन्‍होंने बताया कि उनके संघर्ष को पूरे देश के छात्रों का समर्थन मिल रहा है और जो जहां है वहीं से साथ दे रहा है।

छात्र 31 मार्च को संसद मार्ग तक ”युवा हल्‍ला बोल” नाम से एक मार्च का आयोजन करेंगे जिसमें देश भर के छात्रों से शामिल होने की अपील की गई है। इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। छात्रों ने एसएसी घोटाले पर एक गीत भी बनाया है जिसे युवा हल्‍ला बोल के फेसबुक पेज पर  सुना जा सकता है।


अमन गुप्‍ता की रिपोर्ट


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