उन्होंने दशकों पहले बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से पी.एच.डी. की थी और उसके बाद उन्होंने अनेक पुस्तकों और लेखों का हिंदी अनुवाद किया जिसका प्रकाशन साहित्य अकादमी ने किया
इस आंदोलन ने मुद्दा आधारित मतदान करने की बात कह कर सबको चौंका दिया है
जन संस्कृति मंच आखिर किसे बचाना चाहता है, ख़ुद को, सत्ता के दरबारी साहित्यकारों को या दैनिक जागरण अखबार को या नीतीश-मोदी की फ़ासिस्ट और जनसंहारक सरकार को?
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध इतिहासकार और जेएनयू में प्रोफेसर एमेरिटस प्रो. हरबंस मुखिया ने कहा कि राष्ट्र लगातार बनने की प्रक्रिया में है
जो समाज स्थायी तौर पर विभाजित, निराश और नाराज हो, वह कैसे एक सफल राष्ट्र बन सकता है?
गणतंत्र दिवस भी सत्ता के उन्हीं सरमायदारों के साये में सिमट गया जिनकी ताकत के आगे लोकतंत्र नतमस्तक हो चुका है।
रवीश कुमार ‘शिक्षा, कला, विटेंज वाइन और तेज़ रफ़्तार से भागने वाली कारों का सुख सिर्फ अमीरों तक सीमित नहीं रहना चाहिए ‘- यह उस शख्स का कहना था जो एक मजदूर नेता…
मृणाल सेन की याद और हाशिए के लोगों को समर्पित इस फेस्टिवल में छह दस्तावेजी फिल्म, दो फीचर फिल्म, एक बाल फिल्म के अलावा म्यूजिक वीडियो व लघु कथा फिल्म दिखाई जा रही…
रिद्वार सम्मेलन में फासीवाद और नवउदारवाद के खिलाफ बहुलतावादी समावेशी लोकतंत्र के लिए संघर्ष का संकल्प लिया जाएगा।
रोजा लक्जमबर्ग की आज से कोई 100 साल पहले 15 जनवरी 1919 को हत्या कर दी गई थी
अखबार पत्रिकाओं के चस्के का पहला बडा असर दिखा सागर विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग की प्रवेश परीक्षा में जहां अपन अव्वल आये और विभागाध्यक्ष प्रदीप कृष्णात्रे जी की निगाहों में चढ गये।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के 27 जिलों को अलग कर भारत मे 31 वें राज्य बुद्धालैंड की स्थापना की मांग
सफ़दर की मौत के आठवें दिन शुरू हुए IFFI के उद्घाटन सत्र का आंखों देखा हाल
अपने पहले ही संस्करण से समानांतर साहित्य उत्सव की एक बड़ी पहचान, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बन चुकी है।
अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन (ऐप्सो) तथा संदर्भ केन्द्र की ओर से शनिवार, 22 दिसम्बर, 2018 को एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा का विषय था "भारत अमेरिका के मध्य हाल…
आज किसानों के हमदर्द चौधरी चरण सिंह की जयन्ती है। वे भारत के 5वें प्रधानमंत्री थे।
जिस दौर में टी.वी.चैनलों का मतलब ही शोर और हुल्लड़बाज़ी हो गया हो, ‘गुफ़्तगू’ के 300 एपीसोड पूरा होना एक घटना है। राज्यसभा चैनल का यह इंटरव्यू शो सिर्फ़ भारत नहीं, ग्लोब के…
प्रेस रिलीज राँची: झारखंड बचाओ देश बचाओ पदयात्रा के संबंध में झारखंड जनतांत्रिक महासभा के द्वारा विकास मैत्री, राँची में गुरुवार को एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते…
सामाजिक न्याय आंदोलन को नए दौर में नए सिरे से आगे बढ़ाने के लिए बिहार की राजधानी पटना में आज राज्य के दर्जनों जिले के सामाजिक न्याय के लिए संघर्षशील संगठनों के…
प्रेसनोट सबसे सुन्दर है हमारो हिन्दुस्तान… नई दिल्ली. आज़ादी की लड़ाई के मूल्यों को समर्पित संगठन “राष्ट्रीय आंदोलन फ्रंट” ने गाँधीजी की 150वीं जयंती पर अपने राष्ट्रीय अभियान की शुरुआत अनोखे ढ़ंग से…
राजेश चंद्र ‘गांव के लोग’ पत्रिका एवं उदय प्रताप महाविद्यालय, वाराणसी के हिन्दी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित और ‘साम्राज्यवादी बाज़ारवाद के दौर में भारतीय किसान और अतीत के निशान’ विषय पर…
दिल्ली के कान्स्टीट्यूशन क्लब में आज सुबह पत्रकारों पर हमले के ख़िलाफ़ दो दिवसीय राषट्रीय कन्वेंशन प्रारंभ हुआ। इस कन्वेंशन में शामिल होने देश के हर कोने से पत्रकार दिल्ली पहुँचे हैं। उद्घाटन…
दिल्ली के कान्स्टीट्यूशन क्लब में 19 अगस्त को शाम 3 बजे से ‘तर्कशीलता और वैज्ञानिकता के पक्ष में अंधविश्वास, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और मीडिया की भूमिका’ विषय पर तर्कशास्त्री नरेंद्र दाभोलकर की याद में…
आगरा, 01 अगस्त, 2018। हिंदी कथाकार एवं उपन्यास लेखक प्रेमचंद की 138वीं जयंती पर एक गोष्ठी का आयोजन भगत सिंह स्टडी सर्किल, आगरा द्वारा नागरी प्रचारिणी सभा के सभागार में किया गया। गोष्ठी में “प्रेमचंद और…
राष्ट्रीय आन्दोलन फ्रन्ट का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न तय कीजिए: गलत करेंगे नहीं, गलत सहेंगे नहीं वरिष्ठ गांधीवादियों समेत प्रख्यात इतिहासकार, पत्रकार और कार्यकर्ताओं ने की चर्चा देश भर में…