दिल्ली कैंट दुष्कर्म मामला: “पुजारी और उसके साथी ने किया था रेप, फिर गला घोंटकर हत्या!”

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दिल्ली कैंट के पुराना नांगल के श्म्शान घाट में एक  दलित बच्ची से दुष्कर्म व हत्या के मामले ने बड़ा खुलासा हुआ है। इस घटना में पंडित राधेश्याम समेत श्मशान घाट के 4 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया था। दिल्ली पुलिस के अफसरों के सामने पूछताछ में आरोपितों ने इस बात की पुष्टि की है कि बच्ची के साथ श्मशान घाट के 55 वर्षीय पुजारी राधेश्याम और कर्मचारी कुलदीप सिंह ने दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी थी। हिरासत में लिए गए अन्य दो आराेपित सलीम अहमद व लक्ष्मी नारायण ने बच्ची के शव का अंतिम संस्कार करने में उनकी मदद की थी।

 

दुष्कर्म के बाद गला घोट कर हत्या..

दैनिक अख़बार अमर उजाला में छपी पुरुषोत्तम वर्मा की ख़बर के मुताबिक क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिक ने बताया कि चारों आरोपितों को तीन दिन की रिमांड पर लिया गया था। पूछताछ में घटना से पर्दा उठा है। पुजारी और उसके साथी ने 9 वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म किया था। उसके बाद उन्हे डर सताने लगा कि बच्ची इस बारे में सबको बता देगी। इसलिए उसने बच्ची का गला घोंट कर हत्या कर दी।

ग़ौरतलब है कि बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस बात का खुलासा हुआ था कि अंतिम संस्कार से कई घंटे पहले ही बच्ची की मौत हो गई थी, लेकिन में बॉडी का बड़ा हिस्सा जल जाने की वजह से मौत की वजह का पता नहीं चल सका था। इसी वजह से रिर्पोट में दुष्कर्म की पुष्टि भी नही हो सकी थी जिसके बाद जांच फॉरेंसिक टीम के सहारे ही आगे बढ़ने की उम्मीद थी। इसी लिए जल्द जांच के लिए मामला क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया था।

पुजारी पहले भी करना था छेड़छाड़..

जांच अधिकारी के अनुसार, पंडित राधेश्याम व एक अन्य आरोपी ने बच्ची से दुष्कर्म के दौरान उसका मुंह दबाए रखा था। इससे बच्ची बेहोश हो गई थी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मुख्य आरोपी पंडित राधेश्याम पहले भी छेड़छाड़ आदि करता रहा था लेकिन वह मामले श्मशान घाट में निपटा दिए गए, पुलिस से शिकायत नही की गई थी।

पकड़े जाने के डर से पुजारी ने फोन जलाने की थी कोशिश..

क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के अनुसार, पंडित राधेश्याम के पास तीन मोबाइल फोन थे । जिसमे से एक एन्डरॉयड फोन था जिसे उसने बच्ची की चिता के साथ जला दिया था, लेकिन फोन फेकते समय मोबाइल के कुछ  पार्ट चिता से कुछ दूर चले गए थे। क्राइम ब्रांच की फोरेंसिक टीम ने चिता के पास से वही पार्ट बरामद कर लिए हैं। चिता से दूर होने के कारण पार्ट्स जले नही हैं। क्राइम ब्रांच के अनुसार इस फोन को उसने अश्लील फिल्मों के लिए रखा हुआ था। बच्ची के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देने के बाद पकड़े जाने के डर से उसने इस फोन को तोड़ दिया और मोबाइल को चिता में फेंककर जलाना चाहा, जिससे पुलिस को उसपर शक न हो।

सीसीटीवी फुटेज में श्मशान के अंदर जाती दिखी बच्ची..

पुलिस को श्मशान घाट के सामने एक मकान में सीसीटीवी कमैरों की फुटेज मिली है। इस फुटेज में बच्ची को शाम 5.15 पर श्मशान घाट के अंदर जाते देखा जा सकता है। पहले आरोपियों का कहना था की बच्ची पानी भरने आई थी जहाँ बच्ची की बिजली के झटके लगने से मौत हो गई। लेकिन सीसीटीवी में उसके हाथ में पानी की बोतल आदि कुछ नहीं है। इसके बाद सीसीटीवी में आरोपी करीब 6.30 बजे बाहर जाते दिख रहे हैं। वह बच्ची की मां को बुलाने गए थे। थोड़ी देर बाद ही बच्ची का पिता श्मशान घाट आया था।

 मां ने अनुमति के बिना अंतिम संस्कार करने का लगाया आरोप..

घटना के बाद बच्ची की मां ने आरोप लगाया था कि उनको बच्ची को देखने भी नही दिया गया था। पुजारी ने कहा था कि पुलिस आयी तो पोस्टमार्टम होगा और बच्ची के अंगे चोरी कर लिये जायेंगे। बच्ची का अंतिम संस्कार बिना परिवार की मर्जी से हुआ था।  पुलिस ने नाबालिग की मां के बयान के आधार पर चार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमे मां ने आरोप लगाया था कि उनकी बेटी के साथ बलात्कार के बाद हत्या की गयी और बिना परिजनों की मर्ज़ी के अंतिम संस्कार किया गया।

इस धाराओं पर हुआ था मुकदमा दर्ज..

आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता IPC की धारा 302, 376 और 506 के साथ-साथ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम और अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।